राज्यपाल ने विधान परिषद के लिए मनोनीत 12 सदस्यों की सूची बुधवार को जारी कर दी है। इनमें छह सदस्य भाजपा कोटे से तो छह जदयू कोटे से मनोनीत किए गए हैं। इस संदर्भ में राज्य सरकार द्वारा गजट भी जारी कर दिया गया है। इसके बाद विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह ने राज्यपाल कोटे से मनोनीत भाजपा के छह और जदयू के छह सदस्यों को शपथ दिलाई। इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार‚ उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद‚ उप मुख्यमंत्री रेणु देवी समेत नीतीश मंत्रीमंडल के कई अन्य सदस्य उपस्थित थे। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले ही राज्यपाल द्वारा मनोनीत सदस्यों के नाम पर अटकलें लगायी जा रही थीं‚ किंतु इस पर एनड़ीए के बीच कोई आम राय नहीं बन रही थी। बिहार के राज्यपाल फागू चौहान ने बुधवार को बिहार विधान परिषद के लिए १२ सदस्यों को मनोनीत किया। 12 सदस्यों को होली का तोहफा दे दिया गया है। निर्वाचन विभाग के संयुक्त सचिव एवं संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी द्वारा हस्ताक्षरित राज्य सरकार द्वारा जारी एक गजट के अनुसार बिहार विधान परिषद के लिए राज्यपाल द्वारा मनोनीत १२ सदस्यों में अशोक चौधरी‚ जनक राम‚ उपेन्द्र कुशवाहा‚ राम वचन राय‚ संजय कुमार सिंह‚ ललन कुमार सर्राफ‚ प्रो. राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता‚ संजय सिंह‚ देवेश कुमार‚ प्रमोद कुमार‚ घनश्याम ठाकुर और निवेदिता सिंह शामिल हैं। इनमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू से अशोक चौधरी‚ पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा‚ राम वचन राय‚ संजय कुमार सिंह‚ ललन कुमार सर्राफ एवं संजय सिंह तथा भाजपा से जनक राम‚ राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता‚ देवेश कुमार‚ प्रमोद चंद्रवंशी‚ घनश्याम ठाकुर एवं निवेदिता सिंह शामिल हैं।
नीतीश ने दी बधाई
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधान परिषद में राज्यपाल कोट से मनोनीत सदस्यों को बुधवार को बधाई दी। नीतीश ने बुधवार को विधानमंडल परिसर में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि विधान परिषद के लिए मनोनीत सभी १२ नये सदस्यों को उनकी तरफ से बधाई। उन्होंने कहा कि मंगलवार को ही मंत्रिमंडल ने निर्णय के लेने के बाद राज्यपाल को इसकी सूची भेज दी थी। राज्यपाल से अनुमति मिलने के बाद आज उन सभी सदस्यों को विधान परिषद के कार्यकारी सभापति ने शपथ दिलायी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब मनोनीत सभी सदस्यों को अपनी भूमिका निभाने का मौका मिलेगा‚ यह खुशी की बात है। कई सदस्य पहले भी विधान परिषद के सदस्य रह चुके हैं। कुछ नये सदस्यों को भी इस बार मौका मिला है। २४ तारीख तक सदन चलने के दौरान उनलोगों को भी अपनी भूमिका निभाने का मौका मिलेगा।