विधान सभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में बिहार में शराबबंदी के मुद्दे को लेकर बिहार विधान सभा के सभी दलों के दलीय नेताओं की बैठक उनके कार्यालय कक्ष में सोमवार को हुई। बैठक के दौरान श्री सिन्हा ने कहा कि पिछले दिनों सदन में जो कुछ हुआ‚ वह दुखद था और इस विषय पर मैंने सभी दलों के नेताओं को अपनी बात रखने का मौका दिया था‚ सभी दलों ने खेद प्रकट कर मुझे आश्वस्त किया था कि अब इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति नहीं होगी।
उन्होंने कहा कि सदन में हुए शोर–शराबा से संबंधित विडियो का फुटेज देखा जा रहा है। इसमें शोर–शराबा और सदन की मर्यादा भंग करने वाले तथा अमर्यादित आचरण करने वाले सदस्य चाहे वह सत्ता पक्ष के हों या विपक्ष के हों‚ की पहचान कर‚ उनके दल के नेता को सूचित किया जायेगा और दलीय नेता उन्हें ताकीद करेंगे कि अगर भविष्य में इस तरह की घटना होगी तो आसन कडी कार्रवाई करेगा । सभाध्यक्ष ने शराबबंदी के मुद्दे पर सभी दलीय नेताओं से अपने क्षेत्र में जनजागरण चलाने की अपील की और कहा कि इसकी शुरूआत हमें अपने घर से करनी चाहिए। हमें अपने घर पर लिखना चाहिए कि हमारा परिवार नशा मुक्त परिवार है‚ इसका समाज पर बडा व्यापक असर होगा। बैठक में उपस्थित सभी दलों के नेताओं ने शराबबंदी कानून को और सख्ती से लागू करने पर अपनी सहमति जताई। सभी दलों के नेताओं ने कहा कि शराबबंदी कानून की आड में सरकार किसी को न बचाए और न ही फंसाये। शराब के मामले को संज्ञान में लाने वाले सूचक पर किसी तरह की कार्रवाई न हो‚ उसे कानूनी संरक्षण मिले। मौके पर मौजूद संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि बिहार की सरकार कानून का सम्मान करने वाली सरकार है और यह न तो किसी को फंसाती है और न ही किसी को बचाती है । मामले को संज्ञान में लाये जाने पर कानून निष्पक्ष रूप से अपना काम करता है। विपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने सदन में उठाए गए प्रांसगिक मामले का जिक्र करते हुए बैठक के दौरान कहा कि जिन मंत्री के भाई पर शराब वाले मामले में केस दर्ज हुआ है‚ उस मामले में मंत्री को सदन में अपनी सफाई देनी चाहिए । इस पर अध्यक्ष ने नियमों का हवाला देते हुए कहा कि सदन में किसी मंत्री पर यूं ही आप आरोप नहीं लगा सकते। अगर किसी सदस्य को किसी मंत्री के खिलाफ लगे आरोप पर कोई बात कहनी हो‚ तो इससे संबधित पूर्ण तथ्यों से संबंधित मामले को लिखित स्वरूप में सभाध्यक्ष को उपलब्ध कराएं और तब नियमसंगत तरीके से उसका निपटारा होगा । उन्होंने यह भी कहा कि १६ मार्च‚ २०२१ को सदन में गृह विभाग की अनुदान मांग पर बहस के लिए ३ घंटे का समय निर्धारित है। उस समय सदस्य को शराबबंदी सहित अन्य मामलों पर अपनी बात रखने का पर्याप्त अवसर मिलेगा ।
विधानसभाध्यक्ष ने कहा कि सदन की गरिमा हम सबके मर्यादित आचरण से बढती है‚ और यह हम सब की सामूहिक जिम्मेदारी है। जनता हमें देख रही है। हमें जनाकांक्षाओं पर खरा उतरना होगा । उन्होंने सभी नेताओं से अपील की सदन को शांतिपूर्ण और सुव्यवस्थित ढंग से चलाने में आप हमें सहयोग करें ताकि बिहार विधान सभा बिहार को विकास के रास्ते पर तेजी से आगे ले जाने में अपनी साकारात्मक भूमिका निभा सकें । बैठक के दौरान तारकिशोर प्रसाद‚ उपमुख्यमंत्री‚ मंत्री विजय कुमार चौधरी‚ विजेन्द्र प्रसाद यादव एवं श्रवण कुमार‚ नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव‚ सर्वश्री जीतन राम मांझी‚ जनक सिंह‚ ललित यादव‚ अजीत शर्मा‚ अजय कुमार‚ अख्तरूल ईमान‚ महबूब आलम‚ रामरतन सिंह‚ राजकुमार सिंह और श्रीमती स्वर्णा सिंह एवं बिहार विधान सभा के सचिव राजकुमार सिंह मौजूद थे ।
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