विधान सभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने गुरुवार को आरोप लगाया कि शराबबंदी कानून पूरी तरह से फ्लॉप है। मंत्री रामसूरत राय के घर से शराब बरामदगी के मामले में उनके भाई पर प्राथमिकी होने पर उन्हें सरकार में बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं रह गया है। तेजस्वी यादव ने गुरुवार को राजद कार्यालय में संवाददता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पार्टी प्रशासन एवं सरकार पर नियंत्रण है लेकिन शराबबंदी विफल है। सत्तारूढ़ दल के विधायक भी नशे में बार बालाओं के साथ ठुमके लगाते देखे जाते रहे हैं।
श्री यादव ने कहा कि सरकार बड़े लोगों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करती‚ केवल गरीब–मजदूरों पर ही कार्रवाई कर अपना पीठ थपथपाती है। गरीबों को शराबबंदी के नाम पर परेशान किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं मंत्री रामसूरत राय के भाई के घर से शराब की बरामदगी हुई है। ऐसे में मुख्यमंत्री को उन्हें तत्काल बर्खास्त करना चाहिए। श्री यादव ने कहा कि वंचित समाज के लोगों को ही शराबबंदी कानून से परेशान किया जा रहा है। कमजोर लोगों को इस कानून का सहारा लेकर जेल भेजा जा रहा है जबकि मंत्री और अधिकारी शराब बेचने में लगे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सब मुख्यमंत्री की जानकारी में हो रहा है फिर भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। प्रतिपक्ष के नेता ने कहा कि मंत्री श्री राय के घर से शराब पकड़ी गई है। जिस स्थान से शराब की बरामदगी हुई है वह जमीन उनके पिता की है। शराब बरामदगी के मामले में मंत्री के भाई पर प्राथमिकी भी हुई है। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि प्राथमिकी दर्ज है तो वह गुनाहगार हैं। नैतिकता के आधार पर मंत्री को अपने पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। नीतीश सरकार में ६४ प्रतिशत मंत्री दागी हैं। श्री यादव ने कहा कि पश्चिम बंगाल में हो रहे विधानसभा के चुनाव को अपने पक्ष में करने के लिए भाजपा सभी हथकंडे अपना रही है। तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर इसीलिए हमले भी हुए हैं।
बिहार भाजपा प्रवक्ता डॉ. निखिल आनंद ने सूबे के मंत्री रामसूरत राय पर नेता विपक्ष द्वारा अनर्गल लांछन लगाने का आरोप लगाया है। उन्होंने आपत्ति जताते हुए कहा है कि तेजस्वी यादव को रामसूरत राय के यादव होने से दिक्कत है इसलिए वे उनका चरित्र हनन करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव को सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए। भाजपा नेता निखिल ने कहा कि लालू जी के परिवार के लोग यादवों को बंधुआ मजदूर बनाकर इस समाज की राजनीतिक ठेकेदारी करना चाहते हैं और ये कभी नहीं चाहते कि कोई भी दूसरा यादव नेता नेतृत्व के स्तर पर स्थापित हो और मंत्री‚ मुख्यमंत्री या केंद्रीय मंत्री बने। दुर्भाग्यपूर्ण है कि यादवों के नाम पर राजनीति करने वाले राजद नेता ने दूसरे दल के यादव नेताओं के चरित्रहनन की सुपारी ले ली है। ॥ पटना
भाजपा के वरिष्ठ नेता व सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि चारा घोटाला के चार मामलों में सजायाफ्ता और कई गंभीर बीमारियों से ग्रस्त लालू प्रसाद किस मजबूरी में लगभग ढाई दशक से बिहार विधानसभा में मुख्य विपक्षी दल राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने हुए हैंॽ वे कमजोर इतने हो चुके हैं कि चलने के लिए सहारे की जरूरत पडती है। श्री मोदी ने ट्वीट कर कहा कि उनकी बेबसी यह है कि न बडे पुत्र का घर बसा पाये और न उन्हें पार्टी के सीनियर नेताओं के विरुद्ध अपमानजनक बयानबाजी करने से रोक पाये। जिनके पिता खुद मजबूर‚ कमजोर और हालात से थक चुके हैं‚ वे १६ घंटे राज्य की सेवा में तत्पर मुख्यमंत्री पर उल्टे–सीधे आरोप लगा रहे हैं। उन्हें अपने पिता की सेवा के लिए वक्त निकालना चाहिए। लालू प्रसाद ने किस मजबूरी में बडे पुत्र की जगह छोटे पुत्र को राजनीतिक उत्तराधिकार सौंपा‚ यह उनका पारिवारिक मामला है‚ लेकिन जब नेता विपक्ष पिछली विधानसभा से लंबे समय तक गायब रहे और वतर्मान सदन में पहली बार पूछे गए प्रश्न का उत्तर सुनने के लिए भी उपस्थित न रहे‚ तब उनकी भूमिका पर सवाल उठेंगे ही। सदन को सार्थक विमर्श का मंच बनाना और उसके सुचारु रूप से संचालन में सहयोग करना नेता प्रतिपक्ष का दायित्व है। क्या तेजस्वी यादव अपना दायित्व निभा रहे हैंॽ॥ मीडि़या से मुखातिब नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ।