मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को कहा कि राज्य के सभी जिला‚ प्रखंडों एवं पंचायतों से लेकर सभी गांवों को डेयरी को ऑपरेटिव नेटवर्क से जोड। सभी गांवों में महिलाओं के लिए अलग से डेयरी को ऑपरेटिव सोसायटी का गठन करें एवं जीविका की महिलाओं को भी इसमें शामिल करें। गांवों तक डेयरी कोपरेटिव सोसायटी का विस्तार होने से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रुप से लोगों को रोजगार मिलने के साथ–ंसाथ आमदनी भी बढेगी। मुख्यमंत्री ने कॉम्फेड द्वारा डेयरी डेवलपमेंट से संबंधित प्रस्तुतीकरण देखने के बाद कहा कि आत्मनिर्भर बिहार के ७ निश्चय २ के अंतर्गत देशी गौ संरक्षण की योजना है। देशी गाय के नस्ल को बढावा देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि भैंस और गाय के दूध की अलग–अलग उपयोगिता है‚ जिसे देखते हुए इस संबंध में अध्ययन करायें और उसके आधार पर इसे प्रमोट करें। गाय के दूध के उत्पादन को अलग से और प्रोत्साहित करने की जरूरत है। गाय का दूध स्वास्थ्य एवं अन्य दृष्टीकोण से भी उपयुक्त है। पशुओं को चिकित्सा उपलब्ध कराने के लिए हमलोग प्रयासरत हैं। उन्होंने कहा कि सभी पंचायत में एक पशु अस्पताल बनाने की योजना पर जल्द काम करेंं‚ जहां पशुओं के मुफ्त इलाज के साथ ही उनके लिये मुफ्त दवा की भी व्यवस्था हो।
बिहार: तीसरे चरण में NDA के सामने साख बचाने की चुनौती
बिहार की पांच सीटों पर लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में 7 मई को मतदान होना है। झंझारपुर, सुपौल, अररिया,...