विधान परिषद में सोमवार को कार्यसंचालन नियमावली के उल्लंघन मामले को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राजद के विधान परिषद सदस्य सुबोध कुमार पर बरस पड़े़। प्रश्नकाल के दौरान मूल प्रश्नकर्ता के बाद राजद सदस्य सुबोध कुमार ने पूरक प्रश्न कर ड़ाला। इस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि पहले नियम जानिये‚ बीच में यूं ही नहीं बोलना चाहिए‚ बैठ जाइये। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार काफी गुस्से में नजर आ रहे थे।उन्होंने सुबोध कुमार पर सीधे सवाल दागते हुए कहा कि नियमों का पालन कीजिए‚ उल्लंघन मत कीजिये। सदन में तनातनी के बाद विधान परिषद के पोर्टिको में भी सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच आरोप–प्रत्यारोप चलता रहा। सत्तापक्ष की तरफ से मंत्री अशोक चौधरी ने मुख्यमंत्री का बचाव किया। उन्होंने कहा कि सीएम गुस्सा में नहीं थे। वह समझा रहे थे। उन्होंने पत्रकारों के सवाल के जवाब में कहा कि कार्य संचालन नियमावली के तहत मूल प्रश्नकर्ता के सवाल पर मंत्री के जवाब देने के बाद ही कोई पूरक प्रश्न पूछ सकता है। मूल प्रश्नकर्ता के बाद सुबोध कुमार पूरक प्रश्न पूछने लगे। इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कार्य संचालन नियमावली का हवाला दिया। सत्तापक्ष की तरफ अशोक चौधरी के डि़फेंड़ करने के बाद राजद सदस्य सुबोध कुमार विधान परिषद परिसर में पत्रकारों को वस्तुस्थिति से अवगत कराया। उन्होंने साफ कहा कि क्या कार्य संचालन नियमावली केवल विपक्ष के लिए बना है। सत्तापक्ष के लिए नहीं है क्या। विधान परिषद के बाहर सुबोध राय ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री उम्र के पडाव पर पहुंच गये हैं। सदन में हम सीएम नीतीश कुमार का बहिष्कार करेंगे।
नीयम जानने की नसीहत दी
सीएम नीतीश ने कहा कि अगर विपक्ष के सदस्य सत्ता पक्ष के सदस्यों से प्रश्न करते हैं, तो उनके प्रश्न का उत्तर होता है. तब दूसरे सदस्य पूरक प्रश्न करते हैं. आप अगर बोल चुके हैं, तो पहले उत्तर सुनिए. फिर दूसरे लोग अनुमति लेकर प्रश्न पूछेंगे .
इस बात पर आआरजेडी एमएलसी सुबोध राय सीएम नीतीश से उलझ गए और उनसे सदन में बहस करने लगे. इसके बाद सीएम नीतीश और भड़क गए और आरजेडी एमएलसी को नियमों को जानने की सलाह दी. उन्होंने कहा, ” आप पहले नियम जानों.” वहीं, उन्होंने उनके बगल में बैठे आरजेडी के वरिष्ठ नेता रामचंद्र पूर्वे से कहा कि वो नए सदस्यों को समझाएं कि किस तरह से सदन में बात करना है.
बीच में बोलने से भड़के सीएम नीतीश
इतने पर भी सुबोध राय चुप नहीं हुए जिसके बाद सीएम नीतीश ने सख्त लहजे में कहा, ” अरे भाई हम बोल रहे हैं, आप बीच में बोलिएगा क्या? ये भी कोई तरीका है, आप सुनोगे नहीं कुछ.” इसके बाद सभापति के कहने पर सुबोध राय बैठ गए, जिसके बाद सीएम नीतीश ने अपनी बातें कही.
सीएम नीतीश ने कहा कि जब सदस्य मंत्री से सवाल पूछेंगे तो वो जवाब देंगे और फिर उसके बाद अनुमति लेकर ही दूसरे प्रश्न पूछे जाएंगे. ये नियम है, जो मैंने बता दिया. मुझे किसी से कोई दिक्कत नहीं है. आप सवाल करिए मुझे कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन नियमों का पालन भी कीजिये.
बता दें कि ये पहली बार नहीं है, इससे पहले भी सीएम नीतीश आरजेडी एमएलसी सुनील कुमार सिंह पर भड़क गए थे और उन्हें सदन में ही फटकार लगा दी थी. साथ ही वो जिस संस्थान को संभाल रहे हैं, उसकी जांच कराने की चेतावनी भी दी थी.