बिहार में होने वाला पंचायती राज चुनाव पार्टी स्तर पर भले ही न हो लेकिन इसमें अपना दबदबा अधिक हो इसको लेकर सभी राजनीतिक दल तैयारी कर रहे हैं. इसी क्रम में बिहार की सबसे बड़ी कार्यकर्ताओं वाली पार्टी RJD ने भी नई रणनीति बनाई है और इसपर जोरदार तरीके से काम भी कर रही है. RJD सूत्रों की मानें तो पार्टी जल्दी ही इस बारे में औपचारिक तौर पर निर्देश भी जारी करने जा रही है कि राज्य में होने वाली पंचायत चुनाव में प्रत्याशी बनते समय पार्टी के कैडर आपस में न भिड़ें.
पार्टी जिसे सपोर्ट करे उसका साथ संबंधित पंचायत या वार्ड के नेता और कार्यकर्ता अपना समर्थन दें, ताकि पार्टी की पंचायती राज संस्थाओं पर भी मजबूत पकड़ रहे. पंचायत चुनाव के मद्देनजर RJD अपनी बूथ कमेटियों को पुनर्गठित करने जा रहा है. RJD का दावा है कि पिछले पंचायत चुनाव में अधिकतर पंचायती राज संस्थाओं पर RJD का कब्जा रहा है. हालांकि, इस बार पार्टी चुनाव जीतने के लिए हर संभव कदम उठाने को तैयार है.
गौरतलब है कि RJD इसके लिये पंचायती राज प्रकोष्ठ को एक बार फिर से पुनर्गठित करने जा रहा है. इस संदर्भ में पार्टी जल्दी ही ऑफिसियल घोषणा भी करेगी. जानकारों के मुताबिक पंचायत चुनाव में RJD के कार्यकर्ताओं का सीधा मुकाबला भाजपा की विचारधारा मानने वाले प्रत्याशियों से होगा. दरअसल, ये दोनों ही पार्टियां ऐसी हैं जिनके कैडर का विस्तार पूरे प्रदेश में है.
RJD के वरिष्ठ प्रदेश प्रवक्ता चितरंजन गगन ने बताया कि बेशक पंचायत चुनाव दलीय आधार पर नहीं होंगे, लेकिन राजद की रणनीति होगी कि अधिक से अधिक पंचायती राज संस्थाओं पर पार्टी का कार्यकर्ता चुनाव जीते. उनका यह भी कहना है कि पिछले चुनाव में हमारी पार्टी से समर्थित अधिकतर प्रत्याशी जीते थे.