प्रदेश भाजपा कार्यसमिति की दो दिवसीय बैठक संपन्न‚ कानून–व्यवस्था पर विशेष बल , भाजपा ने दावा किया है कि बिहार में सुशासन है। प्रदेश भाजपा कार्यसमिति में पारित राजनीतिक प्रस्ताव में यह भी दावा किया गया है कि संगठित अपराध (डकैती‚ अपहरण‚ लूट‚ फिरौती) बिहार से खत्म हो चुका है। नक्सली घटनाओं में १०० फीसद की कमी रिपोर्ट कर ली गयी है और अब बिहार एनसीआरबी के आंकडों में राष्ट्रीय औसत के हिसाब से लगभग पिछले पायदान पर है। भाजपा की दो दिवसीय कार्यसमिति की बैठक रविवार को समाप्त हो गई। शनिवार की देर रात ही भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने राजनीतिक प्रस्ताव पेश किया किया था। भाजपा ने अपने राजनीतिक प्रस्ताव के जरिए कहा है कि बिहार में आज से १५ वर्ष पूर्व राजद के शासनकाल में अपराध और कानून व्यवस्था एक बडी समस्या थी। बिहार की जनता ने वर्ष २००५ में हमें जनता दल (यू) के साथ साझा सरकार बनाने और सुशासन के लिए ऐतिहासिक जनादेश दिया था। वस्तुतः वह जनादेश उस दौर की बेहद जटिल सामाजिक तथा राजनीतिक परिस्थितियांें के आलोक में मिली थी। हमने अपने घोषणा पत्र में बिहार की जनता से उन चुनौतियों से बाहर निकालने का वादा किया था और आज जब हम २०२० के तत्कालीन परिस्थितियों में आत्मनिर्भर बिहार का विषय लेकर आये हैं‚ तब मैं यह कह सकता हूं की हमने न सिर्फ बिहार को अराजक राजनीति से मुक्ति दिलायी है‚ बल्कि नए उदीयमान‚ आत्मनिर्भर तथा गौरवााली अतीत से प्रेरित बिहार की नींव रखने में सफलता पायी है। भाजपा ने कहा कि एनडीए के शासन में आने के बाद हमने कानून व्यवस्था पर विशेष बल दिया है । आज हम यह कह सकते हैं की बिहार में सुशासन है। संगठित अपराध (डकैती‚ अपहरण‚ लूट‚ फिरौती) बिहार से खत्म हो चुका है‚ नक्सली घटनाओं में १०० फीसद की कमी रिपोर्ट कर ली गयी है और अब बिहार एनसीआरबी के आंकडों में राष्ट्रीय औसत के हिसाब से लगभग पिछले पायदान पर है।
राजनीतिक प्रस्ताव में आत्मनिर्भर भारत के साथ आत्मनिर्भर बिहार पर भी खासा जोर दिया गया है। प्रस्ताव के मुताबिक आत्मनिर्भर भारत अभियान एक राष्ट्र के रूप में भारत की वैभवशाली अतीत से प्रेरित एक अभिनव अभियान के रूप में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हम सभी के सामने रखा है । इस अभियान के मूल में भारत को आर्थिक तथा सांस्कृतिक तौर पर सबल‚ और वैश्विक परिचय में भारत को श्रेष्ठ राष्ट्र बनाना है । आत्मनिर्भर बिहार की संकल्पना हमने विगत विधानसभा चुनावों में जनता के सामने रखी थी और बिहार की जनता ने उसमें विश्वास जताकर हमें फिर से शासन में आने का मौका दिया है और हमें हर्ष है कि हम जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतर रहे हैं। विकसित तथा आत्मनिर्भर राष्ट्र के छह महत्वपूर्ण स्तम्भ होते हैं शिक्षा–युवा विकास–रोजगार के अवसर‚ स्वास्थ्य‚ अवसंरचना‚ कृषि–उद्यमिता तथा सांस्कृतिक उत्थान तथा कानून–व्यवस्था। हमने बिहार को सबल बनाने के विभिन्न उपक्रमों की चर्चा अपने घोषणा पत्र में की थी और सरकार के गठन के १५ दिनों के अन्दर आत्मनिर्भर बिहार के सात निचय भाग २ की कार्य योजना तैयार की जा चुकी थी । हमें गर्व है कि हम आत्मनिर्भरता के इन सभी स्तंभों पर संजीदा होकर कार्य कर रहे हैं। भाजपा ने कहा कि हम बिहार के हर छात्र में उद्यमिता की ललक पैदा करना चाहते हैं ताकि न सिर्फ वे रोजगार कर सकें बल्कि समाज के अन्य लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा करें । हम एक चिकित्सा विश्वविद्यालय तथा अभियंत्रण विश्वविद्यालय की स्थापना करने वाले हैं ताकि कौशलयुक्त प्रशिक्षण का समायोजन एवं प्रबंधन बेहतर हो सके और बिहार के युवाओं में खेल के प्रति ललक को देखते हुए एक अन्तरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम तथा एक खेल विश्वविद्यालय की स्थापना करने जा रहे हैं। भाजपा शिक्षा नीति के आलोक में स्थानीय भाषा में शिक्षा देने के लिए प्रतिबद्ध ह। तकनीकी शिक्षा को मातृभाषा हिंदी में उपलब्ध कराने पर जोर है क्योंकि भाषा किसी के शिक्षण तथा उसके प्रगति में बाधा नहीं होनी चाहिए। इसके साथ ही हम प्राथमिक िाक्षा को स्थानीय मातृभाषा मगही‚ मैथिली‚ भोजपुरी‚ अंगिका तथा वज्जिका इत्यादि में उपलब्ध कराने की योजना पर कार्य कर रहे हैं। बिहार एक निश्चित भागौलिक इकाई का राज्य हैं‚ और जनसंख्या के समरूपता में जमीन की कमी हमारी स्थायी समस्या है‚ लेकिन हमारी कोशिश है की हम बिहार को उसकी ताकत के आधार वाले क्षेत्रों में विकसित करें और मध्यम आकार के नए उद्योगों की स्थापना पर बल दें । बिहार सरकार ने यह तय किया है की बिहार के निवासियों को अपने उद्यम स्थापित करने में आवश्यक मदद करेगी। इसके लिए परियोजना लागत का ५० फीसदी तक अनुदान दिया जायेगा। बिहार के हरेक जिले में कृषि तथा कृषि आधारित उद्योगों की स्थापना पर बल दिया जाने लगा है। बियाडा के पास जो जमीन उपलब्ध है उसमें एथेनोल के प्लांट लगाए जाने की योजना पर भी कार्य शुरू कर दिया गया है । केंद्र सरकार द्वारा लाये गए नए तीन कृषि कानूनों से किसानों को यह महसूस हो रहा है की कृषि क्षेत्र में व्यापक तथा सुखद बदलाव आ सकेंगे । सीतामढी में माँ सीता की जन्मस्थली को वैभवााली बनायेंगे और रामायण सर्किट से जुडने के बाद वह अयोध्या की तरह पर्यटन का केंद्र बन सके‚ इसका प्रयास कर रहे है।चंपारण का अभ्यारण्य‚ पूर्णिया–जमुई का पक्षी विहार‚ सासाराम के रोहतास फोर्ट को पर्यटन के दृष्टि से सुगम और प्रखर बना रहे हैं और इनके लिए आवश्यक इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण को हरी झंडी दे दी गयी है । हर छात्र में उद्यमिता की ललक पैदा करना चाहते हैं ताकि न सिर्फ वे रोजगार कर सकें बल्कि समाज के अन्य लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी पैदा कर सकें।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सरकार का ध्येय वाक्य 'आत्मनिर्भर भारत' को माना है. इसके लिए केंद्र सरकार 'मेक इन इंडिया' और...