मंत्री के भाई द्वारा सरकारी कार्यक्रम का उद्घाटन करने तथा सरकारी वाहन वितरित करने पर शुक्रवार को विपक्ष ने विधानमंड़ल के दोनों सदनों में जमकर हंगामा किया। विधानसभा में जब इस मुद्े को लेकर विपक्षी सदस्यों ने जमकर शोरगुल मचाया। इस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि यदि ऐसा हुआ है तो आश्चर्यजनक है। मैं इस मामले को देखूंगा। विधानसभा में शुक्रवार को प्रश्नोत्तर काल समाप्त होने के तुरंत बाद राजद के भाई वीरेंद्र ने कहा कि हाजीपुर में एक सरकारी कार्यक्रम का उद्घाटन मंत्री मुकेश सहनी के बदले उनके भाई ने किया है‚ यह घोर आपत्तिजनक है। उन्होंने कहा कि ऐसे मंत्री को तुरंत बर्खास्त किया जाना चाहिए। इसके बाद विपक्ष के सदस्य अखबार की प्रति दिखाते हुए शोरगुल करने लगे। शोरगुल के बीच ही सभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने शून्यकाल को जारी रखा। इसी दौरान विपक्ष के सदस्यों की ओर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अखबार की प्रति भेजी गई। मुख्यमंत्री ने अखबार में इससे संबंधित छपी खबर को देखने के बाद कहा‚ मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है‚ लेकिन यदि ऐसा हुआ है तो यह आश्चर्यजनक है। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने इस मामले को मेरी जानकारी में लाया है। मैं इसका पता लगाउंगा। यदि ऐसा हुआ है‚ तो वह नहीं होना चाहिए था। मुख्यमंत्री के वक्तव्य के बाद विपक्ष के सदस्य शांत होकर अपनी सीट पर बैठ गये। इस दौरान श्री सहनी सदन में मौजूद नहीं थे। वहीं बिहार विधान परिषद में भी इस मामले को लेकर जोरदार हंगामा हुआ जिसके कारण सदन की कार्यवाही भोजनावकाश के निर्धारित समय से पूर्व ही स्थगित करनी पड़ी। कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह के आसन ग्रहण करते ही राजद के सुनील कुमार सिंह ने इस मामले को उठाया। तभी राजद के रामचंद्र पूर्वे ने कहा कि यह बहुत ही गंभीर मामला है। राज्य में यह संदेश गया है कि मंत्री ने सरकारी कार्यक्रम में स्वयं न जाकर अपने परिवार को भेज दिया है। इसी दौरान राजद के सुबोध राय मंत्री ने सहनी की बर्खास्तगी की मांग को लेकर नारेबाजी शुरू कर दी। राजद सदस्यों के शोरगुल और नारेबाजी के कारण प्रश्नकाल लगभग छह मिनट तक बाधित रहा। शून्यकाल के समाप्त होते ही राजद के सुबोध राय ने एक बार फिर इस मामले को उठाते हुए श्री सहनी की बर्खास्तगी की मांग को लेकर नारेबाजी करने की। नारेबाजी और शोरगुल के बीच राजद के साथ ही कांग्रेस के प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि इस मामले की गंभीरता को देखते हुए कार्यकारी सभापति का इस पर नियमन आना चाहिए। सुशासन की सरकार में सरकारी गाड़ी के दुरुपयोग के साथ ही स्मार्ट गाड़ी का इस्तेमाल किया गया। समारोह स्थल पर पहुंचे मत्स्यपालक मंत्री की गैरमौजूदगी के कारण अपनी समस्या से उन्हें अवगत नहीं करा सके। शोरगुल और नारेबाजी को देखते हुए सदन की कार्यवाही भोजनावकाश के लिए निर्धारित समय से सात मिनट पहले ही स्थगित करनी पड़ी। विधान परिषद् की कार्यवाही जब भोजनावकाश के बाद चल रही थी पशु और मत्स्य संसाधन मंत्री मुकेश सहनी के सदन में पहुंचने पर राजद के सदस्य हल्ला करने लगे। राजद के सुबोध कुमार एवं सुनील कुमार सिंह ने सरकारी कार्यक्रम में मंत्री के खुद न जाकर अपने भाई को भेजने के मामले को उठाया। इस घटना को आपत्तिजनक बताते हुए विपक्षी सदस्यों ने मंत्री की बर्खास्तगी की मांग उठायी……
चेन्नई के आसमान में राफेल और सुखोई ने दिखाई ताकत, वायुसेना के एयर शो में दिखा अद्भुत नजारा
अपनी 92वीं वर्षगांठ मनाने के लिए भारतीय वायु सेना ने आज तमिलनाडु के चेन्नई मरीना एयरफील्ड में एक एयर एडवेंचर...