राजधानी पटना में एक बार फिर से कोरोना का खतरा मंडराने लगा है. सिटी के अगमकुआ स्थित नालंदा मेडिकल कॉलेज के फाइनल ईयर के छात्र शुभेंदु शेखर की कोरोना से हुई मौत के बाद उनके संपर्क में आए कई मेडिकल छात्र कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, ऐसे में संक्रमण का खतरा काफी बढ़ गया है. शुभेंदु की मौत के बाद कॉलेज के ओल्ड और न्यू हॉस्टल में रहने वाले सैकड़ों छात्र-छात्राओं का कोरोना जांच को लेकर सैंपल लिया गया है, जिसकी रिपोर्ट अभी तक नहीं आयी है, ऐसे में संक्रमण का खतरा लगातार बना हुआ है.
इस बीच कॉलेज के एमबीबीएस 2019 बैच के छात्र छात्राओं ने गुरुवार से शुरू होने वाले फर्स्ट ईयर यूनिवर्सिटी एग्जाम को रद्द किए जाने की मांग की है. इसको लेकर कॉलेज परिसर में प्रदर्शन कर अपना आक्रोश प्रकट किया. मेडिकल छात्र छात्राओं ने कोरोना संक्रमण देखते हुए आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति से तत्काल परीक्षा को रद्द किए जाने की मांग दोहराई. आक्रोशित छात्र-छात्राओं ने कॉलेज के फाइनल ईयर के छात्र शुभेंदु शेखर की कोरोना से हुई मौत का हवाला देते हुए कहा कि उनके संपर्क में आए कई मेडिकल छात्र कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं.
छात्रों का कहना था कि कॉलेज के ओल्ड और न्यू हॉस्टल में रहने वाले सैकड़ों छात्र-छात्राओं का कोरोना रिपोर्ट अभी तक नहीं आया है, ऐसे में अगर वह कल से शुरू होने वाले परीक्षा में शामिल होते हैं तो संक्रमण का खतरा काफी बढ़ जाएगा. मेडिकल छात्र-छात्राओं ने इस दौरान सुरक्षा को लेकर नालंदा मेडिकल कॉलेज परिसर में ही होम सेंटर की व्यवस्था किए जाने की अपील की है.
मालूम हो कि पटना स्थित नालंदा मेडिकल कॉलेज के फाइनल ईयर के स्टूडेंट शुभेंदु शेखर की बेगूसराय जिले में कोरोना से मौत हो गई थी, वहीं शुभेंदु के संपर्क में आए नालंदा मेडिकल कॉलेज के 8 छात्रों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर एनएमसीएच में हड़कंप मच गया है. मामले की गंभीरता को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने पटना सिटी का दौरा कर एनएमसीएच अस्पताल प्रशासन से पूरे मामले की जानकारी ली.
सामने आया वायरस का नया नेटवर्क
मेडिकल स्टूडेंट शुभेंदु सुमन की मौत के बाद कांटैक्ट ट्रेसिंग का बड़ा मामला सामने आया है। जांच में पता चला कि मेडिकल स्टूडेंट शुभेंदु को घर जाते समय पता हो गया था कि वह कोविड संक्रमित हो गया है, लेकिन इसकी जानकारी हॉस्टल और NMCH प्रशासन को नहीं हो पाई थी। जांच में पता चला कि स्टूडेट अपने घर बेगूसराय के दहिया गांव जाने के बाद स्थानीय स्तर पर एक निजी अस्पताल में इलाज कराया था। जांच में यह भी पता चला है कि शुभेंद्र सुमन अपने ननिहाल लखीसराय भी गया था। ऐसे में पटना से लेकर लखीसराय तक कांटैक्ट ट्रेसिंग कराई जा रही है।
वैक्सीन आने के बाद लापरवाह हुए लोग
वैक्सीन आने के बाद से ही लोग लापरवाह हो गए हैं। वह भूल गए हैं कि कोरोना का वायरस अभी भी जान ले सकता है। मेडिकल स्टूडेंट शुभेंदु सुमन की मौत के बाद अब हड़कंप मचा है तो कांटेक्ट ट्रेसिंग के साथ अब लोगों से कोविड गाइडलाइन के पालन करने की अपील की जा रही है। वैक्सीन आने के बाद ही स्कूल खोल दिए गए। बाजार में कोरोना की गाइडलाइन तोड़ने वालाें पर कार्रवाई का नियम सुस्त पड़ गया। ऐसे में गली मोहल्लों से लेकर सार्वजनिक स्थानों पर कोरोना की गाइडलाइन का पालन नहीं किया जा रहा है। ऐसे में खतरा बढ़ सकता है। बेगूसराय के डीएम से लेकर पटना में जांच में जुटे मेडिकल अफसरों का कहना है कि थोड़ी सी लापरवाही भारी पड़ सकती है।
दहशत में NMCH के मेडिकल स्टूडेंट्स
NMCH के मेडिकल स्टूडेंट्स दहशत में हैं। जांच में अब तक 8 स्टूडेंट पॉजिटिव आए हैं, 6 को अस्पताल में भर्ती कर लिया गया है शेष दो की तलाश की जा रही है। हॉस्टल में सभी मेडिकल छात्र छात्राओं की जांच के लिए आदेश दिया गया है। बुधवार को NMCH पहुंचे स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि बेगूसराय के निवासी और NMCH के मेडिकल स्टूडेंट शुभेंदु की मौत काफी दुखद है। जांच में पाया गया है कि वह हॉस्टल में थे और लक्षण के बाद जांच कराए थे। जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई इसके बाद वह अपने घर भगवानपुर चले गए। एक ही रात भगवानपुर में थे, इस दौरान उनकी मौत हो गई।
पता लगाया जा रहा हॉस्टल में संक्रमण का स्रोत
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत का कहना है कि संक्रमण का स्रोत पटना में NMCH का हॉस्टल ही है। मौत के बाद कांटैक्ट ट्रेसिंग का काम कराया जा रहा है। आज परिवार के सभी सदस्यों की जांच कराई जाएगी साथ ही साथ यह भी निर्देश दिया गया है कि घर के आसपास के सभी घरों के हर व्यक्ति का एंटीजेन टेस्ट कराया जाए। तबियत खराब होने के बाद जिस प्राइवेट अस्पताल में इलाज कराया वहां भी लोगों की जांच कराने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया गया है। जांच में संपर्क में आए लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो क्षेत्र को माइक्रो कंटेनमेंंट जोन बनाया जाएगा।
पटना से लेकर बेगूसराय तक खंगाला जा रहा नेटवर्क
प्रधान सचिव का कहना है कि जांच में हॉस्टल के 8 स्टूडेंटस पॉजिटिव पाए गए हैं। उन्हें हॉस्पिटल में लाया गया है। जितने भी स्टूडेंटस ओल्ड और न्यू हॉस्टल में हैं उनकी जांच आज रात तक करा ली जाएगी। इससे यह अंदाजा लग जाएगा कि कि स्प्रेड कितना है। 24 घंटे तक सभी तरह के क्लास पर रोक लगा दी गई है। रात में जांच पूरी होने के बाद आगे निर्णय लिया जाएगा। जांच में पता चला है कि मेडिकल स्टूडेंट अपने ननिहाल लखीसराय गया था वहां भी कांटेक्ट ट्रेसिंग व जांच कराई जा रही है। वह किस गाड़ी से गए थे, किस कैब से गए थे इसकी जांच कराई जा रही है। इंफेक्शन का सोर्स क्या है इसकी पड़ताल की जा रही है।