मुख्यमंत्री ने बुधवार को शराब के धंधे में लिप्त लोगों की चेन को ध्वस्त करने का निर्देश दिया। साथ ही उन्होंने अधिकारियों से कहा कि शराब के धंधेबाजों पर कठोर कार्रवाई करें। उनका मनोबल तोडें। कानून का भय पैदा करें। शराबबंदी लोगों के हित में है‚ इससे समाज में सकारात्मक बदलाव आ रहा है। ॥ मद्य निषेध‚ उत्पाद एवं निबंधन विभाग की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि शराब पीना अच्छी बात नहीं है‚ लोग इस चीज को समझते हैं। इसे लोगों के बीच प्रचारित करते रहें ताकि सभी सचेत और जागरूक रहें। शराब का धंधा करने वालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई हो रही है। गडबडी करने वाले व्यक्तियों को सजा भी दी जा रही है। शराबबंदी कानून तोडने वालों के खिलाफ पदाधिकारी एवं कर्मी मजबूती के साथ डेडिकेटेड होकर निरंतर अभियान चलाते रहें ताकि कोई बच नहीं पाये। मुख्यालय स्तर से लगातार इसकी समीक्षा करते रहें। दोषियों के खिलाफ तेजी से ट्रायल कराकर सजा दिलवायें। इससे पहले मद्य निषेध–सह–उत्पाद आयुक्त बी कार्तिकेय धनजी ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से पिछले दो माह में अवैध शराब की रिकवरी‚ सभी जिलों में अधिहरणवाद से संबंधित स्थिति‚ सजा की विवरणी‚ वाहन जब्ती‚ मद्य निषेध नीति के उल्लंघन एवं शिथिलता बरतने वालों के खिलाफ की गई अनुशासनिक कार्रवाई आदि के संबंध में मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने अफसरों से कहा-शराब पीना बुरी चीज है, लोग इस चीज को समझते हैं। इसे लोगों के बीच लगातार प्रचारित किया जाए, ताकि सभी सचेत और जागरुक रहें। शराब का धंधा करने वालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई हो रही है। गड़बड़ी करने वाले व्यक्तियों को सजा भी दी जा रही है। शराबबंदी कानून को तोड़ने वालों के खिलाफ समर्पित होकर निरंतर अभियान चलाया जाए, ताकि कोई बच नहीं पाये।
मुख्यालय, इसकी समीक्षा करे। दोषियों के खिलाफ तेजी से ट्रायल कराकर सजा दिलाई जाए। राज्य के बाहर और अंदर शराब के धंधे में लिप्त लोगों का चेन ध्वस्त किया जाए। कठोर कार्रवाई के बूते शराब माफियाओं का मनोबल तोड़ा जाए।
बैठक में मद्य निषेध सह उत्पाद आयुक्त बी. कार्तिकेय धनजी ने पिछले दो महीने में अवैध शराब की रिकवरी, जिलों में अधिहरणवाद की स्थिति, सजा की विवरणी, वाहन जब्ती, शराबबंदी कानून के उल्लंघन एवं शिथिलता बरतने वालों के खिलाफ की गई अनुशासनिक कार्रवाई आदि के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
बैठक में मद्य निषेध‚ उत्पाद एवं निबंधन मंत्री सुनील कुमार‚ मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह‚ पुलिस महानिदेशक एसके सिंघल‚ विकास आयुक्त आमिर सुबहानी‚ अपर मुख्य सचिव‚ गृह–सह–मद्य निषेध‚ उत्पाद एवं निबंधन चैतन्य प्रसाद‚ मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार‚ मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार‚ अनुपम कुमार‚ मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह‚ मद्य निषेध सह उत्पाद आयुक्त बी कार्तिकेय धनजी‚ आईजी मद्य निषेध अमृत राज सहित अन्य वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।