राजधानी पटना में बिहार के सबसे बड़े जेल बेउर जेल सहित बिहार के कई जिलों की जेल में सुबह छापेमारी हुई . बेउर जेल में सुबह से जारी इस छापेमारी के अलावा राज्य के लगभग सभी जेलो में छापेमारी की खबरें मिलती रही हैं. बेउर जेल के वायरल वीडियो से खलबली मचने के बाद कई थानों की टीम छापेमारी में शामिल है. इस टीम में डीएम, एसडीओ, सिटी एसपी वेस्ट भी शामिल थे .
पूर्णिया के भी केंद्रीय कारागार में छापामारी सुबह 5 बजे से ही चल रही थी. इस छापेमारी अभियान में एडीएम, एसडीएम समेत कई अधिकारी भी शामिल थे. छापामारी में जेल के सभी वार्डों की जांच की गई. नवादा में मंडल कारा में छापेमारी की सूचना है. इस रेड में वहां के डीएम, एसपी, एएसपी, एसडीएम समेत कई अधिकारी शामिल थे साथ ही कई थानों की पुलिस भी मौके पर मौजूद थे.
कटिहार स्थित मंडल कारा में भी छापेमारी चल रही थी. इस रेड में डीएम, एसपी के नेतृत्व में कई घंटों से जेल के सभी वार्डों की सघन तलाशी ली गई. बिहार में होने वाले पंचायत चुनाव और सीमांचल क्षेत्र से सटे बंगाल के चुनाव को देखते हुए कटिहार मंडल कारा में यह छापेमारी अति महत्वपूर्ण मानी जा रही थी. इस छापेमारी अभियान में कई थाने के पुलिस के साथ डीएम और एसपी शामिल हैं. जहानाबाद में भी डीएम और एसपी के नेतृत्व में मंडल कारा में छापेमारी हो रही थी. जेल परिसर में बड़ी संख्या में पुलिस बलों के साथ ये छापेमारी चल रही थी.
इन जिलों के अलावा भभुआ, समस्तीपुर, नालंदा, भोजपुर, बक्सर, सीवान, गोपालगंज समेत अन्य जिलों में भी मंडल और केंद्रीय कारा में छापेमारी की सूचना मिली है . जेल में छापेमारी के दौरान कुछ जिलों में मोबाइल फोन, चार्जर, पैन ड्राइव सरीखे आपत्तिजनक सामान मिले हैं.
वही बिहार के सबसे बड़े केंद्रीय कारागार यानी पटना का बेउर जेल सवालों के घेरे में है. दरअसल पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह के नेतृत्व में बुधवार को जब छापेमारी करने गई टीम ने 4 घंटे तक जेल में सघन तलाशी ली तो बेउर जेल के अंदर और बाहर जो कुछ भी मिला, उससे इस जेल के सिस्टम पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है.
छापेमारी करने गई टीम को जेल के अंदर स्थित सेल के पास से दो मोबाइल फोन मिले. इसके अलावा पूर्व सांसद और ट्रांसपोर्टर सत्येंद्र सिंह हत्याकांड के आरोपी विजय कृष्ण के पास से एक सिम कार्ड मिला है. इस दौरान छापेमारी टीम को लाल डायरी भी मिली है, जिसमें 20 लोगों के फोन नंबर दर्ज है. वहीं पांच बैंक अकाउंट भी मिले हैं जो बिहार के अलावा दूसरे राज्यों से हैं.
इस मामले में पूर्व सांसद विजय कृष्ण के खिलाफ केस दर्ज करने के निर्देश दे दिए गए हैं, साथ ही इस बात का पता लगाया जा रहा है कि जो 20 फोन नंबर मिले हैं वह किन-किन लोगों के नंबर हैं और इस फोन नंबर से किन के साथ कौन लोगों की बातचीत होती थी. जिलाधिकारी ने बताया कि बेउर जेल परिसर में छापेमारी करने गई टीम सुबह 5 बजे पर ही पहुंच गई थी लेकिन जेल उपाधीक्षक ने जेल गेट खोलने में आधे घंटे की देरी कर दी, ऐसे में उनकी भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है.
जेल उपाधीक्षक संजय कुमार पर शो कॉज नोटिस जारी किया किया गया है. जिलाधिकारी ने बताया कि शो कॉज नोटिस के बाद जेल उपाधीक्षक पर कार्रवाई की जाएगी. लंबे अरसे के बाद बेउर जेल में छापेमारी के बाद प्रशासनिक टीम को मोबाइल फोन और सिम कार्ड मिले हैं लेकिन जिस तरीके से जेल उपाधीक्षक ने लेटलतीफी दिखाई है वैसे में इस बात का अंदेशा जताया जा रहा है की आधे घंटे में जेल के अंदर के कैदी सतर्क हो गए होंगे. दरअसल पिछले दिनों जेल का एक वीडियो सामने आया था जिसमें कुणाल शर्मा नामक एक कैदी उठक बैठक कर रहा है.