राज्य के पुलिस बल में १५ वर्षों में ५० हजार से अधिक नियुक्तियां हुई हैं। दस हजार से अधिक नियुक्तियां प्रक्रियाधीन हैं। अगर पुलिस पदाधिकारी और कर्मियों की और जरूरत होगी तो वह भी पूरा किया जाएगा। पुलिस बल में महिलाओं की संख्या अब २३ प्रतिशत हो गई है। अगले ३–४ वर्षों में यह संख्या ३० से ३५ प्रतिशत पहुंच जाएगी।’ ये बातें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को मिथिलेश स्टेडियम में आयोजित बिहार पुलिस सप्ताह २०२१ कार्यक्रम में कहीं। उन्होंने कहा कि लोगों को सुरक्षा प्रदान करने के साथ–साथ समाज में प्रेम‚ शांति एवं सद्भाव के साथ ही सकारात्मक माहौल बनाए रखने में पुलिस बल की भूमिका महत्वपूर्ण है। हमलोगों की अपेक्षा है कि पुलिस पूरी मुस्तैदी के साथ अपनी जिम्मेवारी का निर्वहन करें।’ उन्होंने कहा कि अपराध की ससमय जांच जरूरी है‚ ताकि अपराधियों को दंड दिलाया जा सके। उन्होंने कहा कि जिले में पुलिस अधीक्षक को भी सप्ताह में तीन से चार दिन घूमना चाहिये। इससे पुलिस की कार्य संस्कृति में और सुधार होगा। उन्होंने कहा कि नियुक्ति और प्रशिक्षण पर सरकार का विशेष ध्यान है। राज्य में महिला बटालियन का गठन किया गया और अनुसूचित जनजाति की महिलाओं के लिए स्वाभिमान बटालियन का गठन किया गया। हर जिले में महिला थाने की स्थापना की गई है। पुलिस बल में महिलाओं को ३५ प्रतिशत आरक्षण दिया गया है। पुलिस बल में महिलाओं की संख्या अब २३ प्रतिशत हो गई है और अगले ३–४ वर्षों में यह संख्या ३० से ३५ प्रतिशत पहुंच जाएगी। उन्होंने कहा कि जांच में तेजी लाने की कोशिश हो रही है। हर जिले में चलंत विधि विज्ञान इकाई बनेगी।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को कहा कि बिहार में शराबबंदी लागू रहेगी और कोई ढिलाई नहीं होगी। मुख्यमंत्री ने बिहार सैन्य पुलिस–५ परिसर स्थित मिथिलेश स्टेडि़यम में आयोजित राज्य पुलिस सप्ताह–२०२१ कार्यक्रम में कहा कि शराब मामले में अब तीव्र और व्यापक कार्रवाई हो रही है। शराबबंदी में स्वान और उड़़न दस्ते की भी मदद ली जायेगी। उन्होंने कहा कि शराबबंदी मेरा व्यक्तिगत स्वार्थ नहीं है‚ यह लोगों के हित में है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने स्वास्थ्य से संबंधित २०१८ में सर्वे रिपोर्ट जारी की थी। इसमें बताया गया था कि एक वर्ष में जितनी मौत होती है‚ उसमें ५.३ प्रतिशत शराब पीने के कारण होती है। २० से ३९ आयु वर्ग के १३.५ प्रतिशत युवाओं की मौत शराब की वजह से होती है। उन्होंने कहा कि शराबबंदी की मुहिम में लापरवाही बरतने वाले पुलिस एवं उत्पाद विभाग के कुल ६१९ अधिकारियों एवं कर्मियों पर विभागीय कार्रवाई की गयी है और ३४८ लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है। उन्होंने बताया कि १८६ लोगों को बर्खास्त तथा ६० पुलिस पदाधिकारियों को थानाध्यक्ष के पद से हटाया गया है। मुख्यमंत्री ने इस मौके ओर वीरता के लिए मुजफ्फरपुर की रानी कुमारी‚ जमुई की अर्पिता‚ जमुई के मो. मुतुर्रहमान‚ सारण के अतुल मुकेश‚ दरभंगा के संतोष कुमार महतो तथा सुधीर कुमार और जमुई के गौरव सिंह राठौर को नागरिक प्रशस्ति पत्र और चेक देकर सम्मानित किया। साथ ही उत्कृष्ट कार्य के लिए सीआईडी के एडीजी विनय कुमार‚ एडीजी (विशेष शाखा) जितेंद्र गंगवार‚ सेवानिवृत्त ड़ीएसपी प्रतिभा सिन्हा‚ राकेश कुमार‚ सैयद रफत कमाल और पुलिस अवर निरीक्षक बासुकीनाथ मिश्रा को भी सम्मानित किया गया। कार्यक्रम को पुलिस महानिदेशक एस. के. सिंघल एवं बिहार सैन्य पुलिस के डीजी आरएस भ^ी ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव‚ गृह सह मद्य निषेध उत्पाद एवं निबंधन आमिर सुबहानी‚ मुख्यमंाी के प्रधान सचिव चंचल कुमार‚ महानिदेशक‚ प्रशिक्षण एवं अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक‚ बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम लिमिटेड आलोक राज‚ गृह रक्षावाहिनी एवं अग्निशमन सेवाओं की महानिदेशक शोभा अहोतकर‚ मुख्यमंाी के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह सहित अन्य वरीय पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिसकर्मी उपस्थित थे।