बजट सत्र के चौथे दिन विधानसभा में कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष के विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया। वाम दलों के विधायक वेल के पास पहुंच कर नारेबाजी करने लगे। उन्होंने नीतीश मंत्रिमंडल में शामिल दागी मंत्रियों को बर्खास्त करने की मांग की। उन्होंने कहा कि कैबिनेट में कई मंत्री पर संगीन आरोप है। उन्हें तत्काल सरकार को बर्खास्त करना चाहिए। इससे पहले विधानसभा के गेट पर राजद विधायकों ने रोजगार को लेकर प्रदर्शन किया। वहीं, वाम दलों के विधायक भी कई तरह के पोस्टर लेकर विधानमंडल परिसर पहुंचे।
श्रमिकों को रोजगार देने पर सवाल
कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस विधायक मुरारी गौतम ने श्रमिकों को रोजगार देने का मामला उठाया। उन्होंने सवाल पूछा कि कोरोना के दौरान बिहार के बाहर से लौटे श्रमिकों को रोज़गार देने का निर्णय लिया गया है। इसके बावजूद बड़ी संख्या में आए मजदूरों को रोजगार नहीं मिला है। इसके जवाब में श्रम मंत्री जिवेश मिश्रा ने कहा कि 3 लाख 23 हजार मजदूरों को रोजगार मिला है। इस दौरान जिवेश मिश्रा ने कांग्रेस विधायक मुरारी गौतम को भाजपा में आने का न्योता दे दिया। उन्होंने गलती से मुरारी गौतम को मंत्री भी कह दिया।
क्या बोले रीतलाल यादव
विधानसभा के बाहर राजद विधायक रीतलाल यादव ने कहा कि मुख्य मुद्दा किसानों का है। कॉरपोरेट को फायदा पहुंचाने के लिए कृषि कानून लाया गया है। कोरोना के दौरान कई कंपनियों को नुकसान पहुंचा है। उसको कृषि कानून के जरिए फायदा पहुंचाने की कोशिश है। हमलोगों के अनाज को कम दाम पर लिया जाता है, इसके बाद कॉरपोरेट कंपनिया उसे दोगुना करके बेचती है। बिहार में हर दिन 2 हजार से 2200 लोग खेती-बाड़ी छोड़कर मजदूरी के लिए शहर जाना चाह रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष ने सरकार को बता दिया है कि अपराध कितना बढ़ा है।
पटना- जनसंख्या नियंत्रण कानून पर बवाल
राजद के वरिष्ठ नेता और विधायक भाई बिरेंद्र का बयान इस मुद्दे पर पहले बड़े नेताओं को मिल बैठकर बात करनी कहा- सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए उसके बाद ही कोई फैसला हो
मंत्री गिरीश मिश्रा का बयान जनसंख्या नियंत्रण तो होना ही चाहिए विकास के लिए यह जरूरी सरकार जनसंख्या नियंत्रण को लेकर उठा रही कदम