आत्मनिर्भर बिहार के सात निश्चय पार्ट – 2 के तहत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को ग्रामीण इलाकों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए विभिन्न एप का शुभारंभ किया. ई-संजीवनी टेलीमेडिसिन सेवा के तहत बिहार में 1723 सेंटर पर मरीजों को इसकी सुविधा मिलेगी. इसके बाद मार्च के अंत तक तीन हजार स्वास्थ्य केंद्रों तक ई-संजीवनी की व्यवस्था होगी.
आत्मनिर्भर बिहार के 7 निश्चय पार्ट-II के तहत ग्रामीण इलाकों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने हेतु CM @NitishKumar ने ई-संजीवनी, अश्विन, 102 एम्बुलेंस ट्रैकिंग सिस्टम और वंडर ऐप का शुभारंभ किया। जीविका दीदी की रसोई का स्वास्थ्य विभाग, बिहार के साथ MOU पर हस्ताक्षर किया गया। pic.twitter.com/llMtThKDV5
— IPRD Bihar (@IPRD_Bihar) February 21, 2021
वर्तमान में हफ्ते में तीन दिन सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक मरीजों को ऑनलाइन परामर्श दिया जाएगा. ई-संजीवनी के जरिए ग्रामीण इलाकों के मरीजों को स्वास्थ्य सेवाएं दी जाएंगी. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बड़े अस्पतालों के डॉक्टर उनका इलाज करेंगे. इससे लोगों के पैसे और समय की बचत होगी. इसके अलावा सीएम नीतीश ने वंडर एप की भी शुरुआत की.
#LIVE: CM नीतीश द्वारा ई-संजीवनी/टेलीमेडिसिन, अश्विन पोर्टल, वंडर एप, 🚑 #102 एम्बुलेंस का शुभारंभ। https://t.co/DjWxqHukfm
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मिली जानकारी के मुताबिक, पहले चरण में यह कुछ जिलों के लिए किया गया है. आगे इसका और विस्तार होगा. इस एप के मदद से एंबुलेंस की ट्रैकिंग की जाएगी. परिजन अपने मरीज की एंबुलेंस के साथ ट्रैकिंग कर सकते हैं. इतना ही नहीं 102 एम्बुलेंस भीअब आसानी से हर किसी को मिलेगी.
आत्मनिर्भर बिहार के 7 निश्चय पार्ट-II के तहत ग्रामीण इलाकों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने हेतु ई-संजीवनी, अश्विन, 102 एम्बुलेंस ट्रैकिंग सिस्टम और वंडर ऐप का शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित करते मुख्यमंत्री @NitishKumar pic.twitter.com/ERw1jtzyCt
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लाइव लोकेशन ट्रेस करने के लिए इन्हें मोबाइल एप से जोड़ा जा रहा है. इसके माध्यम से पल-पल की जानकारी कंट्रोल रूम के साथ ही एंबुलेंस के लिए कॉल करने वालों को मिलती रहेगी.आशा कार्यकर्ताओं के लिए अश्विन पोर्टल की लांचिंग की गई. दीदी की रसोई के माध्यम से अब सरकारी अस्पतालों में मरीजों के भोजन की व्यवस्था जीविका के हवाले होगी.