भारत आज एक पूर्ण युवा राष्ट्र है। युवा राष्ट्र इस अर्थ में कि यहां की साठ प्रतिशत से अधिक की आबादी युवाओं की आबादी है। हम आज अत्यन्त गौरवान्वित और आत्मबल से भरे हुए हैं।’ यह बातें राज्यपाल फागू चौहान ने शनिवार को राजधानी के कंकडÃबाग स्थित गायत्री मंदिर सभागार में गायत्री प्रान्तीय युवा प्रकोष्ठ के तत्वावधान में रजत जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कहीं। राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘एक भारत–श्रेष्ठ भारत’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के रूप में इस देश को दुनिया का सिरमौर बनाने का जो संकल्प लिया है‚ उस दिशा में हम सभी तेजी से आगे बढ रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसका सबसे बडा कारण यह है कि आज भारतीय युवाओं ने अपने मजबूत कंधों पर राष्ट्रीय निर्माण का दायित्व धारण कर लिया है।
श्री चौहान ने कहा कि जिस राष्ट्र की सबसे बडी ताकत वहां की युवा–शक्ति हो‚ वह राष्ट्र अपने समग्र विकास के प्रति भरोसा रख सकता है। युवाओं की प्रतिभा और परिश्रम पर हमें गर्व है। उन्होंने कहा कि आज की युवा–पीढी अपने भविष्य के निर्माण के सिर्फ सपने ही नहीं देखती‚ उन सपनों को साकार करना भी जानती है। राज्यपाल ने युवा शक्ति का आह्वान करते हुए कहा कि सामाजिक समरसता किसी भी राष्ट्र को सुन्दर और सशक्त बनाती है। हमारी युवा–शक्ति‚ जो हमारी मूल पूंजी है‚ उसकी ओर आज पूरा देश बडी ललक और आशा के साथ देख रहा है।
उन्होंने कहा कि अंग्रेजों की दासता से मुक्ति के बाद हमने अपने भारतवर्ष को पुनः दुनियां में एक सशक्त और समृद्ध राष्ट्र के रूप में प्रतिष्ठित करने में सफलता हासिल की है। उन्होंने कहा कि हम अपनी आजादी की ७५वीं वर्षगांठ मनाने के द्वार पर खडे हैं। अब हम एक संप्रभुतासंपन्न‚ प्रबुद्ध लोकतांत्रिक गणराज्य के नागरिक हैं। राज्यपाल ने स्वामी विवेकानन्द को उद्धृत करते हुए कहा कि धर्म भी एक आदर्श मनुष्य के निर्माण का प्रमुख माध्यम है। हमें ऐसी सम्पूर्ण शिक्षा चाहिए‚ जो हमें सच्चा और अच्छा मनुष्य बना सके। वस्तुतः एक अच्छा मनुष्य ही एक अच्छा नागरिक बनता है। राज्यपाल ने कहा कि गायत्री–परिवार का युवा–प्रकोष्ठ युवाओं के व्यक्तित्व–विकास एवं उनके कौशल–उन्नयन का कार्य पूरी तत्परता के साथ कर रहा है। वृक्षारोपण‚ रक्तदान‚ तंग– मलिन बस्तियों में गरीब और अभिवंचित वर्ग के बच्चों की शिक्षा एवं स्वास्थ्य–रक्षा के प्रयास तथा कोरोना महामारी के दौरान भी पीडित मानवता की सेवा में इस संगठन की तत्परता सराहनीय रही है। कार्यक्रम में राज्यपाल ने रजत जयंती वर्ष के अवसर पर तपोनिष्ठ साधक पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य की पुण्य स्मृति को भी नमन किया। कार्यक्रम में प्रान्तीय युवा प्रकोष्ठ के प्रभारी मनीष कुमार ने भी अपने विचार व्यक्त किए तथा धन्यवाद ज्ञापन जोनल समन्वयक डॉ. अशोक कुमार ने किया। इस अवसर पर युवा प्रकोष्ठ के व्यवस्थापक ज्ञान प्रकाश एवं गायत्री पीठ‚ पटना के स्वास्थ्य प्रभारी डॉ. नरेन्द्र कुमार आदि भी उपस्थित थे।