पटना नगर निगम की सशक्त स्थायी समिति की ४८वीं साधारण बैठक महापौर सीता साहू की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में पटना नगर निगम द्वारा पीपीपी मोड में विभिन्न स्थलों पर सार्वजनिक शौचालय निर्माण एवं रखरखाव के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की गई। शौचालयों का निर्माण‚ रख–रखाव एवं संचालन एजेंसी द्वारा किया जाएगा। पटना नगर निगम को प्रतिवर्ष रॉयल्टी अदा की जाएगी। पटना नगर निगम के श्रमिकों एवं उनके परिजनों के स्वास्थ्य संबंधी आवश्यकताओं के लिए तीन स्थानों पर मोहल्ला क्लिनिक की स्थापना की जाएगी। सफल संचालन एवं अपेक्षित परिणाम के समीक्षोपरांत अन्य स्थलों पर भी मोहल्ला क्लिनिक का विस्तार किया जाएगा।
पटना नगर निगम के वर्तमान प्रोजेक्ट डेवलपमेंट एंड मैनेजमेंट कंसल्टेंट एजेंसी के माध्यम से कई पदों पर भर्ती की स्वीकृति प्रदान की गई है जिसमें प्रोजेक्ट मैनेजर (प्लानिंग) के लिए एक पद है। मान्यताप्राप्त संस्थान से एमबीए‚ एमआईएस की जानकारी‚ कम्प्यूटर की जानकारी‚ नगर विकास एवं आवास विभाग की योजनाओं की जानकारी अनिवार्य है। कार्य अनुभव संबंधित फील्ड में न्यूनतम ०५ वर्ष का होना चाहिए। उन्हें प्रति महीने ७०‚००० रुपये दी जाएगी। प्रोजेक्ट को–अर्डिनेटर (प्लानिंग) के एक पद के लिए मान्यता प्राप्त संस्थान से एमबीए‚ कम्प्यूटर पर कार्य करने की जानकारी अनिवार्य है। उन्हें प्रति महीने ३०‚००० रुपये दिये जाएंगे। सहायक के दो पद के लिए स्नातक‚ एमएस ऑफिस टाइपिंग अनिवार्य है। उन्हें प्रति महीने १५‚००० से २०‚००० रुपये दिये जाएंगे। पर्यावरण विशेषज्ञ के चार पद के लिए एमएससी (पर्यावरण विज्ञान)‚ नेट क्वालिफाइड अनिवार्य है। उन्हें प्रति महीने ४०००० रुपये दिये जाएंगे। स्टेनोग्राफर (आशुलिपिक) के लिए स्टेनोग्राफी की योग्यता‚ हिन्दी एवं अंग्रेजी टाइपिंग अनिवार्य है। उन्हें १५‚००० से २०‚००० रुपये प्रति माह दिये जाएंगे। राज्य निवेश प्रोत्साहन पर्षद‚ बिहार सरकार द्वारा स्वीकृत परियोजना सिटी ट्रैफिक सरविलांस एंड मॉनिटरिंग के अंतर्गत पटना नगर निगम क्षेत्र में विभिन्न स्थलों पर वरीय पुलिस अधीक्षक‚ पटना के निदæशानुसार सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। एजेंसी द्वारा कैमरों के रखरखाव के खर्च का वहन स्वीकृत/चयनित स्थलों पर विज्ञापन करके किया जाएगा। निगम क्षेत्र में विज्ञापन के लिए पटना नगर निगम को एजेंसी द्वरा रॉयल्टी का भुगतान किया जाएगा। रॉयल्टी दर निगम द्वारा निविदा के माध्यम से तय की जाएगी। माहवारी के दौरान केमिकल युक्त सैनिटरी पैड अथवा कपडे के इस्तेमाल की जगह मेंस्ट्रुअल कप को बढावा देने एवं स्लम में रहने वाली बच्चियों एवं महिलाओं को सस्ते दर पर मेंस्ट्रुअल कप उपलब्ध कराते हुए सशक्त स्थायी समिति द्वारा संस्था दोस्ताना सफर को मशीन खरीद के लिए आर्थिक अनुदान एवं जीविकोपार्जन प्रोत्साहन प्रशिक्षण स्थापित करने के लिए ५००–६०० वर्ग फीट स्थान उपलब्ध कराने के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की गई है। सिलिकॉन से बने मेंस्ट्रुअल कप का १० वर्षों तक इस्तेमाल किया जा सकता है। इसका प्रयोग ना केवल किफायती है बल्कि इसके इस्तेमाल से सैनिट्री नैपकिन की वजह से होने वाले पर्यावरण के नुकसान को भी कम किया जा सकता है।
पटना नगर निगम क्षेत्रांतर्गत अगमकुआं (शीतला माता मंदिर कैंपस में)‚ उमा सिनेमा के पास‚ सेंट सेवरिंस स्कूल गोलंबर‚ भिखना पहाडी मोड एवं मैकडॉवेल गोलंबर पर करीब २३ लाख रुपये की लागत से हाई मास्ट लाइट के अधिष्ठापन को स्वीकृति प्रदान की गई है। भामाशाह फाउंडेशन को मात्र १५ रुपये में प्रति थाली गुणवत्तायुक्त भोजन आमजन को उपलब्ध कराने के लिए स्थल की व्यवस्था एवं सेवा प्रदान करने की अनुमति प्रदान करने के प्रस्ताव को सशक्त स्थायी समिति द्वारा स्वीकृत किया गया। उक्त संस्था द्वारा वर्तमान में बाजार समिति एवं पीएमसीएच में भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। वार्ड संख्या २२बी में चार स्थानों पर‚ वार्ड ७० एवं ७१ में जलापूर्ति के लिए पाइप लाइन बिछाने के लिए तैयार किए गए प्राकल्लन को भी स्थायी समिति द्वारा स्वीकृति प्रदान की गई। साथ ही वार्ड संख्या ३५ में कुम्हरार टोली में हाई यील्ड ट¬ूब वेल निर्माण के लिए तैयार किए गए प्राक्कलन (करीब १ करोड रुपये) को भी स्वीकृति प्रदान की गई। वहीं वार्ड संख्या ३४ में तालाब नवीनीकरण के लिए तैयार प्राक्कलन भी स्वीकृत किया गया। रामाचक बैरिया डंपिंग यार्ड में प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र की स्थापना के लिए केंद्रीय पेट्रो रसायन इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संस्थान‚ रसायन और उर्वरक मंत्रालय‚ भारत सरकार को करीब ३५ एकड भूमि उपलब्ध कराने की स्वीकृति प्रदान की गई। प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र में करीब पांच करोड रुपये की लागत से मशीनों के अधिष्ठापन की व्यवस्था की जाएगी।