बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिल्ली दौरे पर हैं. इस दौरान पीएम से मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री से मुलाकात हुई. कोरोना काल के बाद पहली बार दिल्ली आना हुआ. इसके मद्देनजर यह औपचारिक मुलाकात थी. कई मुद्दों पर बातचीत हुई. इंफ्रास्ट्रक्चर टेक्नोलॉजी में नए-नए उपकरणों पर बातचीत हुई है. विकास के मुद्दों पर बातचीत की. किस तरीके से बिहार का विकास होगा इन सभी मुद्दों पर बातचीत हुई.
मुख्यमंत्री की दिल्ली यात्रा को लेकर तरह–तरह के कयास लगाये जा रहे हैं। कोई इसे राजनीतिक यात्रा कह रहा है तो कोई औपचारिक यात्रा। हालांकि मुख्यमंत्री ने इसे शिष्टाचार मुलाकात बताते हुए कहा कि उन्होंने कोई खास मांग नहीं की और विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद संवाददाताओं से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरी पार्टी इस मुद्दे पर सरकार के साथ है और केंद्र ने तीनों कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रही किसान यूनियनों के साथ बातचीत करने का सही रास्ता अपनाया है। उन्होंने कहा‚‘आशा है जल्द ही मुद्दे का समाधान हो जाएगा।’ किसान आंदोलन पर नीतीश ने कहा कि बिहार में वर्ष २००६ से ही किसानों को एमएसपी मिल रहा है‚ इसलिए वहां सब शांति है। उल्लेखनीय है कि केंद्र के तीन कृषि कानूनों को निरस्त किये जाने की मांग को लेकर पिछले दो महीने से ज्यादा समय से दिल्ली की अलग–अलग सीमाओं पर हजारों किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। पिछले साल नवम्बर में बिहार में सरकार बनाने के बाद नीतीश कुमार की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से यह पहली मुलाकात है। मुख्यमंत्री ने इसे शिष्टाचार मुलाकात बताते हुए कहा कि उन्होंने कोई खास मांग नहीं की और विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।
उन्होंने कहा कि बिहार में चुनाव के बाद प्रधानमंत्री से मुलाकात करने का मौका नहीं मिला था‚ तो ऐसे में हम उनसे मिलने आ गये। हालांकि उन्होंने कहा कि इस मुलाकात का कुछ और मतलब नहीं निकाला जाये। आपस में जो बातचीत होती है‚ बस वही है। गठबंधन में सभी लोग बात करते रहते हैं‚ क्या जरूरतें हैं‚ पर्यावरण पर शिक्षा पर वगैरह–वगैरह। आगे उन्होंने कहा कि पीएम मोदी से मुलाकात के दौरान बिहार में कैबिनेट बंटवारे को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई। नीतीश कुमार ने राजद समेत प्रतिद्वंद्वी दलों के बिहार में सरकार के अपना कार्यकाल पूरा नहीं करने के दावों पर भी कटाक्ष किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर इन सबसे उन्हें (विपक्ष को) पूरा प्रचार मिल रहा है‚ तो इसमें कुछ गलत नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसे नेता वास्तविकता से अनभिज्ञ हैं। विरोधी दलों द्वारा सरकार पर निशाना साधे जाने और खासकर युवाओं को रोजगार दिये जाने पर नीतीश ने कहा कि युवाओं को रोजगार मेरी ही सरकार ने दिया है और हम उस मामले में काम कर रहे हैं।
पीयू को सेंट्रल यूनिवर्सिटी का दर्जा देने पर क्या बोले CM
वही, पटना यूनिवर्सिटी को सेंट्रल यूनिवर्सिटी का दर्जा देने के सवाल पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि यह तो हमारी मांग थी ही. हम लंबे समय से मांग कर रहे थे और आप सब ने देखा होगा पटना से दिल्ली तक हमने इस मांग को जारी रखा है और अब यह लोग कह रहे हैं जिनको कोई जानकारी नहीं है.
बिहार के किसानों को कृषि बिल का कोई असर नहीं है. वहां पैक्स के माध्यम से जो खरीददारी हो रही है वह सब आप देख रहे हैं. वहां के किसानों को किसी तरीके की कोई तकलीफ नहीं है.
बाढ़ में लगातार करते रहे हैं निरीक्षण
नेपाल के मसले पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि नेपाल के साथ अभी कैसी स्थिति है. इसके बाद भी बाढ़ जब बिहार में आई तो मैं खुद उस सीमा पर स्थित उस आखिरी इलाके में बाढ़ के असर को देखने गया था. बिहार में बाढ़ से लोगों को बचाने के लिए हमने जो प्रयास किया है वह आप सब देख रहे हैं.