प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी के विचारक दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि पर पार्टी सांसदों को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय के विचार आज भी प्रासंगिक हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सामाजिक जीवन में एक नेता को कैसा होना चाहिए, भारत के लोकतन्त्र और मूल्यों को कैसे जीना चाहिए, दीनदयाल जी इसके भी बहुत बड़ा उदाहरण हैं. इसके साथ ही पीएम मोदी ने देशवासियों से कहा कि आप एक लिस्ट बनाइए कि सुबह उठने से लेकर सोने तक कितनी स्वदेशी और कितनी विदेशी चीजों का इस्तेमाल करते हैं.
‘दीनदयाल उपाध्याय के समर्पण से भलीभांति परिचित’
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘आज हम सभी दीनदयाल उपाध्याय जी की पुण्यतिथि पर अनेक चरणों में अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए एकत्र हुए हैं. पहले भी अनेकों अवसर पर हमें दीनदयाल जी से जुड़े कार्यक्रमों में शामिल होने का, विचार रखने का और अपने वरिष्ठजनों के विचार सुनने का अवसर मिलता रहा है.’ उन्होंने आगे कहा, ‘आप सबने दीनदयाल जी को पढ़ा भी है और उन्हीं के आदर्शों से अपने जीवन को गढ़ा भी है. इसलिए आप सब उनके विचारों से और उनके समर्पण से भलीभांति परिचित हैं.’
‘दीनदयाल उपाध्याय एक नेता के लिए बहुत बड़ा उदाहरण’
पीएम मोदी ने कहा, ‘मेरा अनुभव है और आपने भी महसूस किया होगा कि हम जैसे-जैसे दीनदयाल जी के बारे में सोचते हैं, बोलते हैं, सुनते हैं, उनके विचारों में हमें हर बार एक नवीनता का अनुभव होता है. एकात्म मानव दर्शन का उनका विचार मानव मात्र के लिए था. इसलिए, जहां भी मानवता की सेवा का प्रश्न होगा, मानवता के कल्याण की बात होगी, दीनदयाल जी का एकात्म मानव दर्शन प्रासंगिक रहेगा. सामाजिक जीवन में एक नेता को कैसा होना चाहिए, भारत के लोकतन्त्र और मूल्यों को कैसे जीना चाहिए, दीनदयाल जी इसके भी बहुत बड़ा उदाहरण हैं.’
कितनी स्वदेशी चीज इस्तेमाल करते हैं, लिस्ट बनाएं: पीएम
अपने संबोधन के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने बीजेपी कार्यकर्ताओं और देशवासियों से अपील करते हुए कहा, ‘आप अपने परिवार के साथ बैठें और लिस्ट बनाएं कि आप दिनभर में कितनी स्वदेशी और विदेशी चीजों का इस्तेमाल करते हैं.’ इसके साथ ही पीएम मोदी ने बीजेपी सांसदों से कहा, ‘आप खुद भी स्वदेशी अपनाएं और लोगों को भी इसके लिए प्रेरित करें.’