खान व भूतत्व विभाग में आज गजब हो गया। खान व भूतत्व विभाग के नव नियुक्त मंत्री जनक राम आज जब अपने विभाग में पदभार ग्रहण करने गये तो प्रधान सचिव का इंतजार करते ही रह गये। काफी देर तक प्रधान सचिव का इंतजार किया‚ लेकिन वे नहीं आयीं। बेचारे मंत्री जी अपने कोषांग के कर्मचारी के हाथों गुलदस्ता लेकर पदभार ग्रहण करना पडÃा। समर्थकों के सामने पानी–पानी हुए मंत्री ने खीज कर कहा कि वे प्रधान सचिव पर कार्रवाई करेंगे। लेकिन शाम होते होते खुद मंत्री जी पलट गये। ॥ उन्होंने यह कहकर मामले का पटाक्षेप कर दिया कि इस खबर को मीडि़या में लोग मिर्च मसाला लगाकर चला रहे हैं। हालाकि विभाग के प्रधान सचिव हरजीत कौर ने साफ किया कि उनके कोषांग ने मंत्री जी के आने की कोई सूचना न उन्हें दी और विभाग के अधिकारियों को। प्रधान सचिव ने कहा कि उनके कोषांग के दो कर्मचारियों की पहचान की गई है जो विभाग को दिग्रमित किया। उन्होंने कहा कि जब उन्हें जानकारी मिली तो उनके साथ उनके विभाग के अधिकारियों ने मंत्री जी से जाकर मिले और गुलदस्ता देकर स्वागत किया। प्रधान सचिव ने स्पष्ट किया कि आज शांम चार बजे प्रधान सचिव महोदय के साथ टास्क फोर्स की बैठक में गई हुई थी। उस बैठक के बाद पुलिस महानिदेशक के साथ महिला हेल्प डे़स्क की बैठक में भाग लिया। बैठक के बाद सीधे मंत्री जी से जाकर मिली। उन्होंने कहा कि यह सब गलतफहमी के कारण हुई है। उल्लेखनीय है कि भाजपा के जिन नये मंत्रियों ने शपथ ली है उनमें जनक राम भी शामिल हैं। वे गोपालगंज से सांसद रह चुके हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में उनकी सीट जेडीयू के कोटे में चली गयी‚ पार्टी ने क्षतिपूर्ति करने के लिए उन्हें बिहार सरकार में मंत्री बना दिया है। जनक राम को खान एवं भूतत्व विभाग का मंत्री बनाया गया है। ॥ विभाग को पूर्व सूचना देकर जनक राम बुधवार को अपना पदभार ग्रहण करने गये। उनके साथ समर्थकों की टोली भी थी जो मंत्री जी को पदभार ग्रहण करते देखना चाहते थे। खान और भूतत्व मंत्री जनक राम मंगलवार को नियत समय पर पदभार ग्रहण करने अपने विभाग पहुंचे। इसकी सूचना उन्होंने विभाग की प्रधान सचिव हरजोत कौर को भिजवा दी थी। ॥ बिहार में ये सरकारी परंपरा है कि जब मंत्री पदभार ग्रहण करने पहुंचते हैं तो उनका स्वागत करने के लिए प्रधान सचिव मौजूद रहते हैं लेकिन मंत्री जब दफ्तर में पहुंचे तो प्रधान सचिव का अता पता नहीं था। मंत्री जी को लगा कि प्रधान सचिव कुछ देर में पहुंच जायेगी। लिहाजा वे इंतजार करने लगे। दफ्तर के कुछ लोगों ने प्रधान सचिव को फोन भी मिलाना शुरू किया लेकिन कोई फर्क नहीं पडाÃ। मंत्री जी पदभार ग्रहण करने आये तो साथ में समर्थकों की टोली थी। उनके सामने मंत्री जी पहले ही दिन बुरी तरह जलील हो रहे थे। नाराज मंत्री ने काफी देर इंतजार करने के बाद इज्जत बचाने का रास्ता ढूंढना शुरू किया। उन्होंने अपने कार्यालय के एक कर्मचारी को बुलाया और कहा कि कर्मचारी के हाथों ही गुलदस्ता लेकर वे पदभार ग्रहण करेंगे।
पाक सेना प्रमुख असीम मुनीर पर आतंकी साजिशों में शामिल होने का आरोप…………..
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