लेसी सिंह को खाद्य,मदन सहनी को कल्याण सुमित सिंह को विज्ञान ,जयंत राज को ग्रामीण कार्य एवं जमां खां होंगे अल्पसंख्यक विभाग के मंत्री
मंत्रिमंडल विस्तार के साथ ही सीएम नीतीश के नए मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा भी हो गया है। जदयू कोटे से लेसी सिंह को खाद्य और उपभोक्ता संरक्षण विभाग , मदन सहनी को समाज कल्याण विभाग सुमित सिंह को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग जमां खां को अल्पसंख्यक विभाग एवं जयंत राज को ग्रामीण कार्य विभाग का मंत्री बनाया गया है .
लेसी सिंह (जदयू)
पूर्णिया के धमदाहा से विधायक लेसी सिंह के लिए प्रचार करने गए नीतीश कुमार ने ‘अंत भला तो सब भला’ कहकर चुनाव जीता था। उन्होंने RJD के दिलीप कुमार यादव को 33,594 मतों के अंतर से हराया था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लेसी सिंह के पक्ष में प्रचार करते हुए आखिरी चुनाव होने की घोषणा की थी। पूर्णिया जिले की धमदाहा विधानसभा सीट जातिगत समीकरण के मामले में खास है। सोशल इंजीनियरिंग का इस सीट पर खासा प्रभाव माना जाता है। यह क्षेत्र मुस्लिम और यादव बहुल्य है। इसलिए इसे MY फैक्टर वाली सीट कहा जाता है। यानी कि मुस्लिम और यादव जिसके पक्ष में होंगे उसकी जीत पक्की मानी जाती है।
जमां खां (जदयू)
कैमूर के चैनपुर विधानसभा क्षेत्र से बसपा की टिकट पर जमां खां पहली बार जीते। इसके बाद उन्होंने पार्टी बदली और JDU में शामिल हो गए। अब वह सीधे मंत्री बन गए। पार्टी बदलने का इनाम भी उन्हें जल्द ही मिला। क्षेत्र के तमाम बड़े चेहरों को दरकिनार कर अल्पसंख्यक चेहरे के रूप में उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। पैतृक गांव चैनपुर में शुभकामनाएं देने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ रही है।
सुमित सिंह (निर्दलीय)
जमुई के चकाई विधानसभा सीट से चुनाव जीतने वाले प्रत्याशी सुमित सिंह पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह के पुत्र हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में 39 साल की उम्र में उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ते हुए RJD की पूर्व विधायक सावित्री देवी को हराया था। निर्दलीय विधानसभा का चुनाव जीतने वाले सुमित सिंह ने जदयू को समर्थन देने का ऐलान कर दिया था। इनके दादा कृष्णानंद सिंह भी दो बार चकाई से चुनाव जीतकर विधायक रह चुके हैं। उन्होंने 1967 और 1969 में संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी से जीत हासिल की थी। उनके भाई अभय भी विधायक रह चुके हैं। 2010 में उन्होंने पारिवारिक विवाद में पत्नी और बेटी को मारकर खुदकुशी कर ली थी।
मदन सहनी (जदयू)
मदन सहनी बिहार सरकार के पूर्व मंत्री रह चुके हैं। बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में उन्होंने दरभंगा के बहादुरपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीता था। वे दरभंगा के बहादुरपुर के खराजपुर गांव के रहने वाले हैं। पहली बार वर्ष 2010 के विधानसभा चुनाव में जदयू के टिकट पर विधायक बने थे।
जयंत राज (जदयू)
जयंत राज अमरपुर विधानसभा क्षेत्र से JDU विधायक हैं। बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में वे मात्र 8 लाख खर्च कर विधायक बने थे। बांका के RJD उम्मीदवार डॉ. इकबाल अंसारी ने सबसे अधिक 18 लाख रुपए से अधिक खर्च किए थे, लेकिन वह हार गए थे। युवा चेहरा होने के कारण जयंत राज को विधानसभा चुनाव में सफलता मिली थी।