किसान विरोधी कृषि कानूनों को लेकर विगत ६९ दिनों से दिल्ली बॉर्डर पर शीतलहर के बीच जिंदगी–मौत के बीच जूझ रहे सौ से ज्यादा किसानों की मौत हो चुकी है। इतना व्यापक समर्थन वाला जन आंदोलन आज तक नहीं हुआ है। ६ फरवरी को सूबे के किसान नेशनल हाइवे समेत अन्य सड़़कों को ३ घंटे तक जाम करेंगे। ये बातें केदार भवन में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में बिहार राज्य किसान सभा के महासचिव अशोक प्रसाद सिंह ने कहीं।
उन्होंने कहा कि कृषि आधारित हमारा ग्रामीण भारत और उद्योग आधारित औद्योगिक भारत है। गांवों को लूट कर शहरों में धन का ट्रांसफर हो रहा है। इस लूट को और तेज करने के लिए अपनी बहुमत के बल पर संसद की अवमानना करते हुए तीन कृषि कानूनों को पास कराया गया है। सरकार ने न संविधान की परवाह की और न ही संसदीय परंपराओं की। उन्होंने कहा कि सरकार पर लगाम लगाने का वक्त आ गया है अंबानी–अडानी के डर से मोदी सरकार किसानों की जायज मांगों को अनसुनी कर किसान आंदोलन को कुचलने का षड्यंत्र रच रही है। लाल किला की घटना सुनियोजित साजिश थी और देशवासियों के आंखों में धूल झोंकने के लिए सरकार ने वार्ता का नाटक कर रही है। संसद में पेश बजट भी सिर्फ अमीरों को बेशुमार मुनाफा देने वाला है।
उन्होंने कहा कि किसानों को देने के लिए बजट में कुछ भी नहीं है। देश की सम्पत्ति को नीलाम करने वाला यह बजट है। इसलिए किसानों के पास अपने अस्तित्व की रक्षा के लिए खेत–गांव को बचाने के लिए संघर्ष तेज करने के सिवा कोई दूसरा विकल्प नहीं है। ऑल इंडिया किसान संघर्ष समन्वय समिति के आह्वान पर देश व्यापी रास्ता रोको आंदोलन के तहत बिहार के सभी नेशनल एवं स्टेट हाईवे सहित सभी सडकों को ६ फरवरी को १२ बजे दिन से ३ बजे दिन तक जाम किया जाएगा। किसानों से सडÃक पर उतरने का आह्वान करते हुए उन्होंने ने कहा कि ऑल इंडिया किसान संघर्ष समन्वय समिति के सभी घटक संगठन इसकी तैयारी में लग गए हैं।
राष्ट्रीय लोक समता पार्टी ने किसान संगठनों और किसानों के आंदोलन को धार देने के लिए मंगलवार को बिहार में किसान चौपाल की शुरुआत की।पटना सहित राज्य के सभी जिला मुख्यालयों पर कृषि कानूनों की प्रतियां पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने जलाईं। रालोसपा नेताओं ने कृषि कानूनों को फौरन रद् करने की मांग करते हुए बिहार में किसान चौपाल लगाने की घोषणा की थी। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता फजल इमाम मल्लिक ने कहा कि किसान चौपाल की शुरुआत अमर शहीद जगदेव बाबू की जयंती के मौके पर हुई। पार्टी नेताओं ने उनके चित्र पर पुष्पांजलि के बाद उनकी कुर्बानी और वंचितों–शोषितों के लिए उनकी लडाई को याद किया और फिर काले कानूनों की प्रतियां जलाईं। पटना स्थित पार्टी कार्यालय में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने शहीद जगदेव बाबू के चित्र पर माल्यार्पण किया।