संसद के दोनों सदनों में किसान कानूनों और आंदोलन को लेकर हंगामा हो रहा है. मंगलवार को भी कार्यवाही सुचारू रूप से नहीं चल पाई. अब खबर आ रही है कि राज्यसभा में किसानों के मुद्दे पर चर्चा होगी. राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान ये चर्चा होगी. चर्चा के लिए 15 घंटे का समय रखा गया है. इसके साथ ही राज्यसभा में तीन दिनों तक प्रश्नकाल नहीं होगा. आज जीरो आवर होगा, लेकिन गुरुवार को नहीं होगा.
संसद के बजट सत्र का आज चौथा दिन है. राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू ने कहा कि राज्यसभा कक्षों के अंदर सेलुलर फोन के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. उन्होंने कहा, ”यह देखा गया है कि कुछ सदस्य अपने मोबाइल फोन का उपयोग सदन की कार्यवाही को रिकॉर्ड करने के लिए करते हैं, ऐसा आचरण संसदीय शिष्टाचार के खिलाफ है.”
उधर, कांग्रेस सांसद गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा ने राज्यसभा में चल रहे किसान आंदोलन पर सस्पेंशन ऑफ बिजनेस नोटिस दिया. इनके अलावा बहुजन समाज पार्टी, सीपीआई, अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस, द्रविड़ मुनेत्र कड़गम, CPI(M) ने भी राज्यसभा में चल रहे किसान आंदोलन पर सस्पेंशन ऑफ बिजनेस नोटिस दिया.
गुलाम नबी आजाद ने धन्यवाद कहा
राज्यसभा में नेता विपक्ष गुलाम नबी आजाद ने विपक्ष के अनुरोध को स्वीकार करने के लिए सरकार का धन्यवाद दिया. आजाद ने कहा कि हमेशा से यह रिवाज रहा है कि सदन में सबसे पहले राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा होती है उससे पहले किसानों के मुद्दे पर चर्चा नहीं हो सकती. जो चर्चा पहले 10 घंटे के लिए होनी थी अब वह 15 घंटे की होगी, जिससे कि उसी में किसानों के मुद्दे पर भी चर्चा की जा सके.
राज्यसभा अध्यक्ष एम. वेंकैया नायडू ने कहा, ”सदस्यों को चैम्बर के अंदर इस तरह की अनुचित गतिविधियों से दूर रहना चाहिए. सदन की कार्यवाही की अनाधिकृत रिकॉर्डिंग और सोशल मीडिया पर इसके प्रसार से विशेषाधिकार हनन और सदन की अवमानना हो सकती है.”
संसदीय कार्य मंत्री प्रकाश जोशी ने भी सभापति और उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू से अनुरोध किया था कि वे राष्ट्रपति के अभिभाषण पर 15 घंटे की चर्चा के लिए अनुमति दें जिसे सभापति ने स्वीकार कर लिया.
तीन आप सांसद हुए सदन से बाहर
वहीं राज्यसभा में आज आप के सांसद किसान कानूनों पर शोर कर रहे थे, जिसे लेकर चेयरमैन ने संजय सिंह समेत तीनों सांसदों को सदन से बाहर जाने को कह दिया है. ये तीनों सांसद दिनभर के लिएए बाहर रहेंगे. हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही 9.40 तक के लिए स्थगित भी करनी पड़ी.
बता दें कि राज्यसभा की कार्यवाही मंगलवार को भी सुचारू रूप से नहीं चल पाई, कई बार स्थगन के बाद पूरे दिन के लिए कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा, यही हाल लोकसभा का भी रहा.
बजट सत्र के पहले चरण की अंतिम बैठक 13 फरवरी तक