बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने केंद्रीय बजट पर जमकर मोदी सरकार पर निशाना साधा है. तेजस्वी ने कहा कि यह देश को बेचने वाला बजट था. देश की जितनी सम्पतिया हैं उसे बेचने का काम किया जा रहा है. आम नागरिकों का कमर तोड़ दिया गया. कुछ लोगों का ही ध्यान रखा गया है.
उन्होंने कहा कि बिहार में डबल इंजन की सरकार है, लेकिन बिहार को कुछ नही मिला. कोई विशेष पैकेज नहीं मिला है. मैं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पूछूंगा कि वो इस बजट की तारीफ कर रहे हैं बताएं कि इससे बिहार को क्या मिला. बिहार को कोई आर्थिक मदद मिली है क्या. बिहार के साथ सौतेला व्यवहार किया गया है.
तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार की क्या स्थिति है ये सब जानते हैं. मुख्यमंत्री खामोश हैं. क्योंकि उनके पास बोलने के लिए कुछ नहीं है. जब लालू प्रसाद यादव जी रेल मंत्री थे तब हर साल 90 हजार करोड़ का मुनाफा दिया था. रेलवे से बिहार को 3 से 4 कारखाने लालू जी ने दिलवाए हैं.
नेता प्रतिपक्ष ने यह भी कहा कि आज 39 सांसद यहां से जीत कर गए हैं, लेकिन उन्होंने संसद में सर्फ मेज थपथपाई है. जहां चुनाव हैं उन राज्यों के लिए वित्त मंत्री ने घोषणा की, यह चुनावी बजट था.
उन्होंने कहा कि पटना यूनिवर्सिटी को सेंट्रल यूनिवर्सिटी का दर्जा तक नहीं दिया गया. ये देश के निर्माण का नही देश को सेल करने का बजट था. आज देश खतरे में संविधान खतरे में हैं. सभी लोग इस बजट से निराश हैं.