बिहार में भाजपा (BJP) के प्रभारी भूपेन्द्र यादव पटना पहुंच चुके हैं. उनके पटना पहुंचने के साथ ही एकबार फिर से नीतीश कैबिनेट के विस्तार की चर्चाएं शुरू हो गई है. माना जा रहा है कि मंत्रीमंडल के विस्तार को लेकर बिहार भाजपा प्रभारी की मुलाकात मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के साथ हो सकती है, मुलाकात में दोनों नेताओं के बीच बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चा होगी. इससे पहले भी कई बार मंत्रीमंडल को लेकर चर्चाएं हुई, लेकिन तब आपसी सहमति नहीं होने कारण विस्तार टल गया था, जिसके लिए जदयू (JDU) ने बीजेपी को जिम्मेवार ठहराया था.
बता दें कि जहां एक तरफ एनडीए (NDA) में शामिल दल जल्दी ही नए मंत्रियों के शामिल होने की बात कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर विपक्षी दल एनडीए दलों के बीच कलह को मंत्रिमंडल विस्तार नहीं हो पाने की वजह बता रहे हैं. मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर लगातार बयान बाजी हो रही है, जिसके चलते जहां एक तरफ जदयू नेता डॉक्टर सुनील सिंह (Sunil Singh) और बीजेपी प्रवक्ता अखिलेश सिंह (Akhilesh Singh) ने बयान दिया है कि ‘सारी औपचारिकताएं हुई पूरी हो चुकीं है, मंत्रिमंडल का विस्तार जल्द ही हो जाएगा’.
तो वहीं कांग्रेस नेता राजेश राठौर (Rajesh Rathore) का कहना है कि ‘बीजेपी ने मुख्यमंत्री को लाचार कर दिया है. मंत्रिमंडल का विशेषाधिकार अब बीजेपी का विशेषाधिका हो गया है, बीजेपी से मुहर लगने के बाद ही मुख्यमंत्री मंत्रिमंडल का विस्तार करेगें’. दूसरी ओर राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने मंत्रिमंडल विस्तार में हो रही देरी की वजह बीजेपी-जदयू की कलह को बताया है. उनका कहना है कि बीजेपी और जदयू को डर है कि मंत्रिमंडल विस्तार के बाद पार्टी में विरोध बढ़ेगा.