कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में शुक्रवार को बड़ा फैसला लिया गया है. कांग्रेस को जून 2021 तक नया अध्यक्ष मिल जाएगा. कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक लगभग साढ़े तीन घंटे तक चली. इस बैठक में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, डॉ. मनमोहन सिंह समेत सीडब्ल्यूसी के सदस्य शामिल हुए. साथ ही मुख्यमत्री भी शामिल हुए थे.
सीडब्ल्यूसी की बैठक में किसान आंदोलन को लेकर भी विस्तृत चर्चा हुई. हम किसानों के साथ खड़े हैं. हमने इस मुद्दे पर resolution भी पास किया है. कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा कि जिस तरीके का व्यवहार किसान के साथ किया जा रहा है वो कहीं से सही नहीं है. हम देशभर में आंदोलन करेंगे. ज़िला और ब्लॉक स्तर पर देश भर में आंदोलन करेंगे.
वेणुगोपाल ने आगे कहा कि संसद का सत्र शुरू होने वाला है. हम विपक्ष के साथ मिलकर संसद में इस मुद्दे को उठाएंगे. जून तक कांग्रेस को नया कांग्रेस अध्यक्ष मिल जाएगा. कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य ने बैठक में कहा कि मार्च से मई तक विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया चल रही होगी, इसलिए जून तक कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव हो जाएगा.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने ‘रिपब्लिक टीवी’ के प्रधान संपादक अर्नब गोस्वामी की कथित व्हाट्सएप बातचीत का हवाला देते हुए शुक्रवार को कहा कि दूसरों को देशभक्ति और राष्ट्रवाद का प्रमाणपत्र बांटने वाले अब पूरी तरह बेनकाब हो गए हैं. कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि सरकार ने किसान संगठनों के साथ बातचीत के नाम पर हैरान करने वाली असंवेदनशीलता और अहंकार दिखाया है.
सोनिया ने कहा, ‘‘एक सप्ताह में संसद सत्र आरंभ होने जा रहा है. यह बजट सत्र है, लेकिन जनहित के कई ऐसे मुद्दे हैं जिन पर पूरी तरह चर्चा किए जाने की जरूरत है. क्या सरकार इस पर सहमत होती है, यह देखने होगा?” केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का उल्लेख करते हुए उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘किसानों का आंदोलन जारी है और सरकार ने बातचीत के नाम पर हैरान करने वाली असंवेदनशीलता और अहंकार दिखाया है.”
उन्होंने यह भी कहा, ‘‘यह स्पष्ट है कि कानून जल्दबाजी में बनाए गए और संसद को इनके प्रभावों का आकलन करने का अवसर नहीं दिया गया. हम इन कानूनों को खारिज करते हैं क्योंकि ये खाद्य सुरक्षा की बुनियादों को ध्वस्त कर देंगे.”व्हाट्सएप बातचीत प्रकरण का हवाला देते हुए उन्होंने कहा, ‘‘हाल ही में हमने बहुत ही परेशान करने वाली खबरें देखीं कि किस तरह से राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ समझौता किया गया है.. जो लोग दूसरों को देशभक्ति और राष्ट्रवाद का प्रमाणपत्र बांटते हैं वो अब पूरी तरह बेनकाब हो गए हैं.”