अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइड़न ने पदभार संभालते ही 15 कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर किए ‚जिनमें से कुछ पूर्व राष्ट्रपति ड़ोनाल्ड़ ट्रंप की अहम विदेश नीतियों और राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित कुछ फैसलों को पलटने वाले हैं। इन कार्यकारी आदेशों में पेरिस जलवायु परिवर्तन समझौते में पुनः शामिल होने‚ विश्व स्वास्थ्य संगठन (ड़ब्ल्यूएचओ) से अमेरिका को अलग होने से रोकने‚ मुस्लिम देशों से लोगों की यात्रा पर प्रतिबंध को हटाने और मैक्सिको सीमा पर दीवार निर्माण को तत्काल रोकना आदि शामिल हैं। बाइड़न ने बुधवार को कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर के बाद व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में संवाददाताओं से कहा‚‘मैं आज के कार्यकारी कदमों से गौरवान्वित हूं‚ और मैंने अमेरिका की जनता से जो वादा किया किया था‚ उन्हें मैं पूरा करने जा रहा हूं‚ अभी लंबी यात्रा करनी है। ये बस कार्यकारी आदेश हैं। वे जरूरी हैं‚ लेकिन जो हम करने वाले हैं उनके लिए हमें विधेयकों की जरूरत पड़़ेगी।’ राष्ट्रपति ने कहा कि आने वाले दिनों में वह और कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर करने वाले हैं।
WHO में बरकरार रहेगा अमेरिका
पेरिस जलवायु परिवर्तन समझौते में फिर शामिल होगा
मुस्लिम देशों से लोगों की यात्रा पर प्रतिबंध हटेगा
मैक्सिको सीमा पर दीवार निर्माण तत्काल रुकेगा
ये है बाइडेन के लिए महत्वपूर्ण फैसले
कोरोना महामारी पर कंट्रोल करने से जुड़े फैसले लिए, जिसमें उन्होंने मास्क को जरूरी कर दिया था.
जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर अमेरिका की वापसी पर फैसला लिया है.
इसके साथ ही विश्व स्वास्थ्य संगठन से हटने के फैसले पर भी रोक लगा दी है.
बॉर्डर पर दीवार बनाने के फैसले को भी रोक दिया है, इसके साथ ही साथ इसके लिए फंडिंग भी रोक दी है.
जिन मुस्लिम देशों के लोगों के आगमन पर ट्रंप ने बैन लगाया था उन्हें भी वापस लेने का फैसला किया है.
आम लोगों को आर्थिक मदद का ऐलान करने के साथ ही स्टूडेंट लोन की किस्त को सितंबर तक टाला गया है.
बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप ने जलवायु परिवर्तन से जुड़े मामले से खुद को अलग कर लिया था और पेरिस समझौते से भी अपना नाम वापस ले लिया था, लेकिन जो बाइडेन इस मामले को सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा मानते हुए इसमें वापसी करने की बात कही है.
कोरोना वायरस के बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन से डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के मतभेद हुए और उन्होंने खुद को विश्व स्वास्थ्य संगठन से नाता तोड़ लिया. इसके बाद बाइडेन ने कहा था कि अगर वे वापस आते हैं तो WHO से नाता जोड़ेंगे.
गौरतलब है कि बाइडेन ने शपथ के दौरान अपने भाषण में नस्लीय भेदभाव को खत्म करने की भी बात कही है. उन्होंने कहा है कि लोकतंत्र को मजबूत करते हुए अब एकता के साथ आगे बढ़ने का समय है. अमेरिका एक महान देश है.