सिखों के दशमेश पिता गुरु गोविंद सिहं जी की जयंती के मौके पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पटना साहिब स्थित गुरुद्वारा पहुंचे. मुख्यमंत्री ने गुरुद्वारे में मत्था टेका और प्रदेश वासियों के उज्जवल भविष्य के लिए प्रार्थना की.
इस दरम्यान मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरु गोविंद सिंह महाराज सर्वशदानी थे. उनका योगदान, त्याग और बहादुरी पूरे विश्वभर में कोई भी भूला नहीं सकता है. वे हम सभी के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं. गुरु गोविंद सिंह जी का जीवन त्याग और बलिदान का प्रतीक था और दूसरों की सेवा के लिए समर्पित था. उनका मानना था कि समाज में शांति बहाल करना और आपसी भाईचारे की बेहद जरूरत है.
तख्त श्री हरमंदिर पटना साहिब में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेते मुख्यमंत्री @NitishKumar pic.twitter.com/jmm87E4jQR
— IPRD Bihar (@IPRD_Bihar) January 20, 2021
इसलिए हम सभी को चाहिए कि उनसे प्रेरणा लेते हुए समाज के प्रति बैर-भाव न रख कर प्रेम, सद्भाव और समानता का भाव रखें. असल में यही गुरु के लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी.
सीएमओ से जारी बयान में कहा गया कि गुरु गोविंद सिंह महाराज सर्वशदानी थे. उनका योगदान, त्याग और बहादुरी पूरे विश्वभर में कोई भी भूला नहीं सकता है. वे हम सभी के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं. गुरु गोविंद सिंह जी का जीवन त्याग और बलिदान का प्रतीक था और दूसरों की सेवा के लिए समर्पित था. उनका मानना था कि समाज में शांति बहाल करना और आपसी भाईचारे की बेहद जरूरत है.
खालसा पंथ के संस्थापक गुरु श्री गुरु गोविंद सिंह महाराज की 354वें प्रकाश उत्सव पर पटना साहिब का नजारा बिलकु्ल बदला हुआ है. पंजाब समेत देशभर से श्रद्धालुओं का जमावड़ा पटना साहिब में लगा हुआ है. कोरोना लॉकडाउन के कारण पटना सिटी में पिछले 9 महीनों से तख्त श्री हरिमंदिर साहिब गुरुद्वारा में लोग लंगर नहीं छक पा रहे थे. लेकिन अब एक बार फिर से खाना बनना शुरू हो गया है और लोग लंगर भी छक रहे हैं.लंगर प्रबंधक ने बताया कि प्रकाश पर्व के अवसर पर लंगर की सुविधा 24 घंटे उपलब्ध है.