बोले सो निहाल सतश्री अकाल.राज करेगा खालसा आकी बचे न कोई. के जयकारे के साथ सोमवार को तडके निकली बड़़ी प्रभात फेरी के साथ दशमेश पिता श्रीगुरु गोविंद सिंह जी महाराज के तीन दिवसीय ३५४वां प्रकाशोत्सव समारोह आरंभ हो गया। गुरु महाराज के ३५४ वें प्रकाश पर्व के मौके पर ८ जनवरी से प्रभात फेरी आरंभ हुई थी। सोमवार को १०वें गुरु महाराज की जन्म स्थली तख्त श्रीहरिमंदिर साहिब से निकली प्रभात फेरी तख्त हरिमंदिर से प्रारंभ होकर अशोक राजपथ होते हुए मोर्चा रोड़‚ पटना साहिब स्टेशन‚ चौक शिकारपुर नालापर‚ श्री गुरु गोविंद सिंह पथ चौक होते हुए तख्त हरिमंदिर साहिब पहुंची। पंज प्यारों की अगुवाई में निकली प्रभात फेरी में सिख संगतों के शबद–कीर्तन गायन से पूरा इलाका भक्ति से रससिक्त होता रहा। गुरु महाराज की महिमा का वखान करते शबद–कीर्तन से ही मानों आज शहर की सुबह हुई। कई बैंड़ पार्टियों के साथ निकली प्रभात फेरी में स्थानीय श्रद्धालुओं के अलावा देश के अन्य भागों से आए सिख संगतों ने भी बड़़ी संख्या में भाग लिया। व्यवस्था के लिए नगर कीर्त्तन संयोजक सरदार तेजेन्द्र सिंह बग्गा‚ सरदार इंद्रजीत सिंह बग्गा‚ सरदार प्रेम सिंह सहित अन्य सक्रिय थे।
शबद–कीर्त्तन से संगत निहाल
तख्त श्री हरिमंदिरजी पटना साहिब में सोमवार को सुबह से ही धार्मिक आयोजन प्रारंभ हो गया। तख्त श्री हरिमंदिरजी पटना साहिब के हजुरी रागी भाई रजनीश सिंह ने जहां आशा दी वार का पाठ किया‚ वहीं अरदास‚ हुकुमनामा‚ शबद–कीर्त्तन से संगत निहाल हो गयी। भाई कविन्दर सिंह‚ हजुरी रागी के शबद–कीर्त्तन एवं तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रणजीत सिंह गौहर ने गुरु के शस्त्र को दर्शन कराकर संगत को भावुक कर दिया। सचखंड़ हरिमंदिर साहिब के भाई सतनाम सिंह‚ जी जवदी‚ भाई जगत सिंह‚ हजुरी रागी जत्था‚ भाई जोगिन्दर सिंह‚ भाई विक्रम सिंह‚ भाई जसवीर सिंह मलेवाल‚ टाटानगर के ने जहां श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध किया‚ वहीं रहिरास साहिब ने अरदास‚ हुकुमनामा पढ़ने के साथ आरती की। बोलो सो निहाल के जयघोष से पूरा वातावरण गूंजायमान हो गया। रात्रि साढ़े नौ बजे से एक बजे तक कवि दरबार सजा। कवि दरबार का उद्घाटन जत्थेदार सिंह साहिब ज्ञानी रणजीत सिंह जी गाहर–ए–मस्कीन एवं जत्थेदार अवतार सिंह हित प्रधान साहिब‚ प्रबंधक कमिटी के महासचिव सरदार महेन्द्र पाल सिंह ढ़िल्लन ने संयुक्त रुप से किया। कवि दरबार में कवि बलबीर सिंह मोरिंड़ा‚ कवि गुरचरण सिंह चरण‚ दिल्ली‚ कवि हरी सिंह जाचक‚ लुधियाना‚ कवि अवतार सिंह तारी‚ अमृतसर‚ सरदार हरभजन सिंह सेवक‚ दिल्ली‚ कवि जोगिन्दर सिंह‚ उमरांगल‚ कवि सुल्लखन सिंह निराला‚ कवि कुलदीप सिंह सहित अन्य देश से आये कवियों ने भाग लिया। अरदास‚ हुकुमनामा और कराह प्रसाद के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ।
जिला प्रशासन की ओर से बना हेल्प डे़स्क
दशमेश गुरु श्री गुरु गोविंद सिंहजी महाराज के ३५४वें प्रकाशोत्सव के मौके पर पटना साहिब रेलवे स्टेशन परिसर में जिला प्रशासन की ओर से हेल्प डे़स्क बनाया गया है। हेल्प डे़स्क के माध्यम से पुलिस आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा प्रदान करेगी। इसके साथ ही‚ चौक–चौराहों पर पुलिस बल की तैनाती की गयी है। नई सड़़क व तख्त साहिब की ओर आने वाली सड़़क को बांस–बल्ले से बैरिकेटिंग किया गया है। जगह–जगह बैरियर बनाकर बड़े़ वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दी गईहै। तख्त श्री हरिमंदिरजी पटना साहिब में चार पहिया वाहन‚ दोपहिया वाहन के प्रवेश को वर्जित कर दिया गया है। चारपहिया वाहन की चौक थाना की तरफ पाकिग की जा रही है। दूसरी ओर‚ कंगनघाट गुरु द्वारा व आसपास मेले जैसा दृश्य है। लोग तख्त हरिमंदिर साहिब आने के बाद कंगनघाट जाना नहीं भूलते हैं। बच्चों के मनोरंजन के लिए तरह–तरह का स्टॉल लगे हैं।
तख्त हरिमंदिरजी साहिब व गुरुद्वारा बाललीला में चल रहा अटूट लंगर
दशमेश गुरु श्री गुरु गोविंद सिंहजी महाराज के ३५४वें प्रकाश उत्सव के मौके पर गुरुद्वारा बाललीला और तख्त श्री हरिमंदिरजी पटना साहिब में अटूट लंगर चल रहा है। श्रद्धालुगण लंगर चखने के लिए लाइन में लगकर जा रहे हैं। इस संबंध में मीडि़या प्रभारी पप्पू त्रिवेदी एवं सहायक मीडि़या प्रभारी प्रमोद सिन्हा ने बताया कि बाललीला गुरुद्वारा व राजगीर स्थित गुरुद्वारा में संत बाबा काश्मीरा सिंह भूरिवाले की ओर से चल रहे लंगर में कई तरह का मिष्ठान दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सोमवार को एक हजार सिख संगत आये हैं। संगतों को ठहराने की व्यवस्था की जा रही है।