डिगो के मैनेजर रुपेश सिंह के कातिल 48 घंटे बाद भी आजाद हैं. पुलिस अबतक हत्यारों का सुराग लगाने में अबतक नाकाम रही है. ये मामला अब राजनीतिक मुद्दा बन गया है. विपक्ष लगातार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमलावर है. जिसके बाद सीएम नीतीश ने की डीजीपी से स्टेट्स रिपोर्ट तलब की है. इस बीच रुपेश की हत्या के बाद उनके गांव छपरा में मातम पसरा हुआ है. पूरे परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है. मंगलवार को रूपेश की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
आखिर रुपेश से किसी की क्या दुश्मनी हो सकती है?
राज्य की राजधानी पटना में इंडिगो फ्लाइट मैनेजर रुपेश की हत्या की खबर मिलते ही पूरे परिवार पर गमों का पहाड़ टूट पड़ा है. गमगीन परिवार सिर्फ एक ही सवाल पूछ रहा है कि आखिर रुपेश की हत्या क्यों कर दी गई? रुपेश के परिवार से लेकर उसके जानने वाले सब यही सवाल कर रहे हैं कि आखिर रुपेश से किसी की क्या दुश्मनी हो सकती है?
रुपेश के भाई हों या बहन सबका यही कहना है कि रुपेश काफी मिलनसार और सबकी मदद करने वाले थे. उनकी कभी किसी से दुश्मनी नहीं हो सकती, लेकिन जिस तरह रुपेश की हत्या हुई है वो दिखाता है कि अपराधियों ने बाकायदा प्लानिंग करके इस हत्या को अंजाम दिया है.
रुपेश पत्नी और दो बच्चों के साथ पटना में रहते थे और बाकी परिवार छपरा में रहता था. परिवार का दावा है कि वो हमेशा गांव आकर लोगों की मदद करते थे. जिसकी कभी किसी से कोई रंजिश नहीं रही हो उसकी फिर इतनी बेरहमी से हत्या क्यों की गई. ये बड़ा सवाल है और ये सवाल सरकार पर भी है जो अब तक हत्यारों के बारे में कुछ भी पता नहीं कर पाई है.
सामाजिक काम से जुड़े रहने वाले रुपेश अपने पीछे कई सवाल छो़ड गए हैं. जब तक पुलिस अपराधियों तक नहीं पहुंचती तब तक ना तो परिवार को इनका जवाब मिल पाएगा और ना ही जनता को.
पटना में अपराध की घटनाओं के खिलाफ लोगों ने निकाला कैंडल मार्च
रूपेश सिंह हत्या कांड के बाद राजधानी पटना में नीतीश सरकार के खिलाफ लोगों का विरोध प्रदर्शन जारी है. इंसाफ की मांग को लेकर कारगिल चौक पर छात्र संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया और बुधवार की देर शाम को जनता ने कैंडल मार्च निकाल कर अपराध की घटनाओं के खिलाफ अपने गुस्से का इज़हार किया.
पटना के शास्त्री नगर इलाके में रूपेश सिंह और सुल्तानगंज थाना इलाके के जेए अहमद की हत्या के खिलाफ जनता ने कारगिल चौक पर कैंडिल मार्च निकला. इस दौरान लोगों ने अपराधियों को वर्तमान बिहार सरकार पर संरक्षण का आरोप लगाया. कारगिल चौक पर एकत्रित लोगों ने सरकार विरोधी नारा लगा कर दोनों मामले में इंसाफ की गुहार लगाई.
बताते चलें कि बिहार की राजधानी पटना में मंगलवार की शाम को कुछ अपराधियों ने इंडिगो के स्टेशन हेड रूपेश सिंह शात्रीनगर स्थित इनके आवास के पास गोली मार कर हत्या कर दी थी. रूपेश की हत्या के मामले में पुलिस अपराधियों को पकड़ने को कोशिश में जुटी है लेकिन प्रशासन को अब तक कोई ठोस सुराग नहीं मिला है.
हालांकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पुलिस को 48 घंटे के अंदर अपराधियों को ढूंढ निकलने के आदेश दिया था,बावजूद इसके पुलिस के हाथ अब तक कोई ठोस सुराग नही लगे हैं, उधर विपक्ष इस मुद्दे को लेकर नीतीश सरकार पर लगातार हमलावर हो रही है.
बेटी बोली- मेरे पापा को इंसाफ चाहिए
मेरे पापा को इंसाफ चाहिए। मैं नहीं रो रहीं हूं क्योंकि जब मैं ही रोने लगूंगी तो मेरी मम्मी का क्या होगा। यह बात इंडिगो एयरलाइंस पटना एयरपोर्ट के स्टेशन मैनेजर रूपेश सिंह की पुत्री आराध्या ने राज्यसभा सांसद सुशील मोदी से कही। आराध्या ने कहा कि मुझे इंसाफ चाहिए। पिता शिवजी सिंह ने कहा कि मुझे कुछ नहीं चाहिए। मेरी पुत्रवधू को नौकरी दीजिए। रूपेश मेरा प्यारा पुत्र था। बड़ा ख्याल रखता था। किसके भरोसे मैं जीऊंगा। हत्यारों की फांसी चाहिए।
सुशील मोदी ने कहा कि रूपेश कुमार सिंह की हत्या सरकार के लिए चुनौती है। सरकार ने इसे गंभीरता से लिया है। अपराधी हर हाल में पकड़े जाएंगे और स्पीडी ट्रायल चला कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। सुशील मोदी ने सारण जिले के संवरी गांव में रूपेश के परिजनों से कही। उन्होंने कहा कि रुपेश से मेरा आत्मीय संबंध रहा है। उसकी हत्या से मैं खुद मर्माहत हूं। जब से सूचना मिली मैं खुद बेचैन हो गया और दिल्ली से आया। उन्होंने परिजनों से कहा कि इस मामले में खुद पूरी तरह गंभीर हैं और हर हाल में अपराधियों को पकड़ा जाएगा। उन्होंने रुपेश की पत्नी नीतू देवी, बेटी आराध्या, पुत्र अक्षत के अलावा पिता व भाइयों को भी सांत्वना दी।
बेटे को आईएस बनाने का सपना कैसे पूरा होगा: नीतू
बेटे को आईएएस बनाने का सपना कैसे पूरा होगा। रूपेश की पत्नी नीतू देवी ने जब बिलख कर सुशील मोदी से कहा तो वे खुद को नहीं रोक सके। साथ में मौजूद सांसद सीग्रीवाल, विधायक सीएन गुप्ता सहित अन्य लोगों ने उसे सांत्वना दी और कहा कि वे हर संभव मदद करेंगे।
कदमकुआं थानेदार भी खंगाल रहे अपराधियों की कुंडली
इंडिगो एयरलाइंस के स्टेशन मैनेजर रूपेश सिंह हत्याकांड की तहकीकात में कदमकुआं थानेदार विमलेंदु कुमार को भी शामिल किया गया है। घटना के बाद से ही वे लोकल शूटरों की कुंडली खंगालने में जुटे हैं। दरअसल, विमलेंदु कुमार लंबे समय तक शास्त्रीनगर थाना प्रभारी रहे थे। घटना से तीन दिन पूर्व एसएसपी ने क्राइम मीटिंग के बाद जब नौ थानेदारों को इधर से उधर कर दिया था तो तबादला सूची में शास्त्रीनगर थानाप्रभारी रह चुके विमलेंदु कुमार भी शामिल थे। उनको कदमकुआं का थानेदार बनाया गया है, जबकि शास्त्रीनगर थाने की कमान पूर्व में कोतवाली के थाना प्रभारी व ट्रैफिक के सार्जेंट रहे रामशंकर सिंह को दी गई थी। घटना के दिन यानी मंगलवार की दोपहर में उन्होंने शास्त्रीनगर थाने का प्रभार संभाला और देर शाम सवा सात बजे उनके क्षेत्र पुनाईचक शंकर पथ में इंडिगो एयरलाइंस के स्टेशन मैनेजर को भून दिया गया। ऐसे में कदमकुआं के थानेदार शास्त्रीनगर के चर्चित अपराधियों की कुंडली खंगाल रहे हैं।