बेखौफ बदमाशों ने मंगलवार को सरेशाम पुनाईचक स्थित कुसुम विला अपार्टमेंट के नीचे इंडिगो एयरलाइंस के ‘पटना स्टेशन हेड’ रूपेश पर ताबड़़तोड़़ गोलियों की बौछार कर उसे मौत की नींद सुला दी। अपराधियों ने रूपेश के शरीर में छह गोलियां दागीं। घटना की जानकारी मिलने के बाद घटनास्थल पर पहुंची स्थानीय थाने की पुलिस ने तफ्तीश शुरू की। घटना के बाद इलाके में अफरातफरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी। बताया जाता है कि रूपेश पुनाईचक में शंकर पथ स्थित कुसुम विला अपार्टमेंट के फ्लैट नम्बर 303 में पत्नी और 2 बच्चों के साथ रह रहे थे। मंगलवार को शाम करीब सात बजे अपार्टमेंट पहुंचे रूपेश गाडी से उतरने ही वाले थे कि वहां पहले से घात लगाये बाइक सवार बदमाशों ने उनपर निशाना साधते हुए अंधाधुंध गोलियां चलानी शुरू कर दीं। घटना को अंजाम देने के बाद बदमाश फरार हो गये। इस बीच रूपेश को पारस अस्पताल ले जाया गया‚ लेकिन तब तक वे दम तोड चुके थे।
एयरपोर्ट पर कोरोना वैक्सीन के आते समय सक्रिय नजर आए इंडिगो एयरलाइंस के स्टेशन हेड रुपेश सिंह की मंगलवार शाम सचिवालय से 500 मीटर दूर स्थित उनके अपार्टमेंट के नीचे हत्या कर दी गई। जिस पुलिस मुख्यालय में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 20 दिनों में दो बार विधि-व्यवस्था सुधारने के लिए मीटिंग कर चुके, उसके सामने से रुपेश की कार इस घटना से करीब 5 मिनट पहले निकली होगी। मंगलवार शाम 7:15 बजे यह घटना पुनाईचक के शंकर पथ स्थित कुसुम विलास अपार्टमेंट के गेट पर हुई।
जिस अपार्टमेंट में रूपेश रहते थे, उस अपार्टमेंट का CCTV कैमरा भी काम नहीं करता है. राजधानी पटना में इंडिगो के स्टेशन हेड रूपेश कुमार सिंह की हत्याकांड के मामले में जांच के लिए पुलिस ने स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम का गठन कर दिया है. स्पेशल टीम पटना के पुनाइचक इलाके में हुई इस घटना के बाद आसपास के इलाकों में जांच के लिए पहुंची है. इस दौरान पुलिस ने हत्याकांड में एक अहम सुराग मिलने का दावा किया है.
गाड़ी से उतरते मारी 6 गोलियां
रुपेश जिस वक्त अपने अपार्टमेंट के गेट पर पहुंचे, तब वो बंद था। उन्होंने गेट खुलवाने के लिए हॉर्न बजाया। इस दौरान अपार्टमेंट का गार्ड मनोज मौजूद नहीं था, इसलिए उसकी पत्नी रेणु गेट खोलने आने वाली थी। इसके पहले रुपेश खुद गेट खोलने के लिए कार से निकलने ही वाले थे कि पहले से ही घात लगाए अपराधियों ने ताबड़तोड़ 6 गोलियां मार दी।
दरअसल, रुपेश के अपार्टमेंट के पास के एक सीसीटीवी कैमरे में एक बाइक पर जाते हुए दो लोग देखे गए हैं. इसके बाद उनकी तलाश पटना पुलिस ने तेज कर दी है. हत्या के बाद रूपेश की कार को भी पुलिस ने जांच के लिए अपने कब्जे में लिया है. साथ ही उनके कार से मिली मोबाइल को भी पुलिस लगातार खंगाल रही है. पुलिस इस बात की जानकारी इकट्ठा करने में जुटी है कि अंतिम बार रूपेश की बात किससे हुई थी. पुलिस उससे भी पूछताछ करने के मूड में है. जिस तरह से पटना में इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया है उसके बाद पुलिस को पेशेवर शूटर्स पर शक है. इस हत्याकांड के बाद पुलिस की टीम देर रात तक पटना की सड़कों पर दौड़ती रही.
मौके पर पहुंचे सेंट्रल रेंज IG संजय कुमार
घटना की जानकारी मिलते ही पटना के SSP उपेंद्र कुमार शर्मा, सिटी एसपी सेंट्रल विनय तिवारी समेत कई थानों की टीम मौके पर पहुंची। बाद में सेंट्रल रेज के आईजी संजय कुमार खुद भी कुसुम विलास अपार्टमेंट पहुंचे। संजय कुमार ने मीडिया से कहा कि घटना काफी दुखद है। हमलोग इसे टॉप प्रायोरिटी पर ले रहे हैं। रुपेश को 4-5 गोलियां मारने की बात कही जा रही है। घटना में कितने अपराधी शामिल थे, यह बताना अभी संभव नहीं है। हमलोग हर एंगल से जांच कर रहे हैं।
रुपेश मूलरूप से छपरा के रहने वाले बताए जाते हैं। वे काफी दिनों से राजधानी में रह रहे थे। फिलहाल वे इंडिगो के स्टेशन मैनेजर के तौर पर काम कर रहे थे। रूपेश एयरपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष भी चुने गए थे। हाल ही में गोवा से नए साल की छुटी मनाकर लौटे थे। परिजनों ने किसी से अदावत नहीं होने की बात कही है।
एयरलाइंस कंपनी इंडिगो ने जब बिहार में कदम रखा था, तब पटना एयरपोर्ट से उसकी पहली फ्लाइट की उड़ान से लेकर अब तक स्टेशन हेड रुपेश सिंह ही थे। इंडिगो की सारी जिम्मेवारी इनके ही कंधों पर थी। इनकी पहचान एक खुशमिजाज इंसान के रूप में थी। हर दिल अजीज थे। एयरपोर्ट अथॉरिटी के बड़े अधिकारियों से लेकर बिहार की राजनीति के गलियारों तक इनकी अच्छी पकड़ थी। स्मार्ट और अट्रैक्टिव पर्सनाल्टी वाले रुपेश को हर कोई पसंद करता था।
वारदात के पीछे की वजह बहुत बड़ी है
जिस तरह से उनकी हत्या की गई है, उससे यह स्पष्ट हो गया है कि वारदात के पीछे की वजह बहुत बड़ी है। हत्या करने के लिए बहुत बड़े लेवल पर प्लानिंग की गई होगी। वारदात स्थल को देखकर यह भी साफ हो गया है कि प्लान रचने वालों ने मोटी रकम देकर सुपारी किलर्स को हायर किया। सुपारी किलर्स ने एयरपोर्ट और पुनाइचक के शंकरपथ स्थित उनके अपार्टमेंट की अच्छे से रेकी की होगी। रुपेश के आने-जाने के टाइम को काफी वॉच किया होगा। बीच में किसी ने लाइनर की भूमिका भी निभाई होगी। एयरपोर्ट से उनके निकलने की जानकारी अपराधियों को दी होगी। क्योंकि अपराधी अपार्टमेंट के पास पहले से घात लगाकर रुपेश के आने का इंतजार कर रहे थे। जैसे ही वो पहुंचे, कार से उतरने के पहले ही उन्हें गोली से भून दिया गया। अपराधियों ने गोली उन्हें काफी नजदीक से मारी। इसके बाद अपराधी बड़े ही आराम से निकल गए।
लगातार काम करके हो गए थे परेशान
मंगलवार को कोरोना की वैक्सीन पटना एयरपोर्ट पर उतरी थी। इसे लेकर एयरपोर्ट पर काफी सारी तैयारी हुई थी। इस काम को लेकर भी रुपेश काफी एक्टिव थे। जब स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय पहुंचे थे तो उस दरम्यान भी रुपेश को उनके साथ देखा गया था।
इसके बाद 26 जनवरी पर होने वाले प्रोग्राम को लेकर एयरपोर्ट अथॉरिटी के अधिकारियों की मीटिंग हुई थी। शाम साढ़े पांच बजे के करीब जब मीटिंग खत्म हुई तो एयरपोर्ट के कई अधिकारी और दूसरे स्टाफ से उनकी मुलाकात हुई थी। उस वक्त बातचीत में रुपेश ने कहा था कि दिन भर काम करके वो परेशान हो गए हैं। ये बातचीत काफी देर तक चली थी। कई मुद्दों पर बातें सभी ने एक-दूसरे से शेयर की थी। मगर, किसी को यह पता नहीं था कि महज दो घंटे के अंदर ही रुपेश की गोली मारकर हत्या कर दी जाएगी। जब यह बात उनके साथ शाम में वक्त बिताने वाले अधिकारियों और दूसरे स्टाफ को पता चली तो सभी के होश उड़ गए।