बिहार के मुंगेर जिले के बरियारपुर थाना में होमगार्ड जवान के खुदकुशी प्रकरण में नया मोड़ आ गया है। दरअसल सोमवार की देर रात को पुलिस और होमगार्ड जवान के बीच गलतफहमी में हुई गोलीबारी में होमगार्ड जवान की मौत हुई थी। बरियारपुर थाना परिसर स्थित शौचालय सह स्नानागार से हो रही रुक-रुक कर गोलीबारी के कारण पुलिस ने नक्सली एवं अपराधियों के शक में आत्मरक्षा में की गई गोलीबारी में होमगार्ड जवान और मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बाकरपुर निवासी मो. जमील के बेटे मो. जाहिद की मौत हुई थी।
इस दौरान गृहरक्षक के द्वारा 10 राउंड और पुलिस के द्वारा 23 राउंड गोलीबारी की बात कही जा रही है। वहीं घटना की जानकारी मिलते ही डीआईजी मो. शफीउल हक, एसपी मनजीत सिंह ढिल्लों सहित कई वरीय अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की छानबीन की। इसके साथ ही एफएसएल की टीम ने भी घटनास्थल पर पहुंच कर मामले की जांच करते हुए कई एविडेंस को एकत्रित किया। जबकि परिजनों ने साजिश के तहत गोलीबारी करने का आरोप पुलिस पर लगाया है।
इस संबंध में मंगलवार को पुलिस कार्यालय में पत्रकारों को जानकारी देते हुए एसपी मनजीत सिंह ढिल्लों ने बताया की सोमवार की देर रात को लगभग 11:45 बजे बरियारपुर थानाध्यक्ष ने वरीय पुलिस पदाधिकारी को थाना पर हमला होने की सूचना दी थी। थाना परिसर स्थित शौचालय सह स्नानागार से लगातार रुक-रुक कर फायरिंग हो रही थी। घेराबंदी करने के बाद नक्सली या अपराधी को आत्मसमर्पण करने के लिए बोला गया। लेकिन उसके द्वारा फायरिंग नहीं रोका गया। इसी कारण पुलिस ने फायरिंग की।
पुलिस द्वारा जवाबी आत्मरक्षार्थ फायरिंग में अपराधी या उग्रवादी को ढेर कर दिया गया। घटनास्थल की तलाशी और अज्ञात व्यक्ति की पहचान कराई गई। तो पता चला कि अज्ञात अपराधी या व्यक्ति गृहरक्षक जवान मो. जाहिद है। इस दौरान यह भी पता चला कि उसने अपने सर्विस राइफल से फायरिंग कर रहा था। इसके साथ ही एसपी ने बताया कि इस दौरान गृहरक्षक के द्वारा 10 राउंड फायरिंग किया गया।
एसपी ने बताया कि पूरे घटनाक्रम की मजिस्ट्रियल जांच करने के लिए भी जिला पदाधिकारी को अनुरोध किया गया है। पुलिस जांच में पता चला कि कुछ दिन पहले ही गृहरक्षक कमान बदली के पश्चात थाना में योगदान दिया था। घटना के दिन उसकी पत्नी एवं बेटा उससे मिलने के लिए थाना में आया था। मृतक प्रथम दृष्टया मानसिक तनाव में था एवं उसका इलाज भी चल रहा था। जिसका सत्यापन किया जा रहा है।