पटना मेडि़कल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) के जूनियर ड़ॉक्टर्स एसोसिएशन (जेडीए) के अध्यक्ष ड़ॉ. हरेंद्र ने पीजी छात्रों के मानदेय में बढ़ोतरी के लिए सरकार के प्रति आभार जताया है। उल्लेखनीय है कि मानदेय बढाने की मांग को लेकर राज्य के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों के पीजी छात्रों ने पूरे नौ दिन यानी २३ से ३१ दिसम्बर २०२० तक हडताल की थी। इस दौरान सरकार और छात्रों के बीच हुई चौथे दौर की वार्ता के क्रम में स्वास्थ्य मंत्री और विभागीय प्रधान सचिव के आश्वासन पर जूनियर डॉक्टरों ने हडताल समाप्त की थी और वे ३१ दिसम्बर को रात दस बजे से ड़़ूटी पर वापस आये थे।
राज्य सरकार ने प्रदेश के सभी सरकारी मेडिकल और डेंटल कॉलेजों के जूनियर ड़ॉक्टरों के मानदेय की राशि मे बढोतरी कर दी है। स्वास्थ्य विभाग ने इस आशय का संकल्प भी जारी कर दिया है। विभाग ने कहा है कि राज्य के मेडि़कल और डेंटल कॉलेजों में अध्ययनरत पीजी छात्रों का मानदेय एक जनवरी २०२० से पुनरीक्षित किया गया है। इसके अनुसार प्रथम वर्ष के पीजी छात्रों के लिए ६८‚५४५ रुपये‚ द्वितीय वर्ष के पीजी छात्रों के लिए ७५‚३९९ रुपये और तृतीय वर्ष के पीजी छात्रों के लिए ८२‚९३८ रुपये की राशि बतौर मानदेय निर्धारित की गई है। विभाग के अपर सचिव कौशल किशोर द्वारा जारी संकल्प के अनुसार कर्तव्य से अनधिकृत रूप से अनुपस्थित रहने के मामले में प्रतिमाह छात्रवृत्ति की राशि मे अनुपातिक कटौती कर राशि का भुगतान किया जाएगा। साथ ही‚ हर वर्ष पीजी छात्र को अधिकतम १२ महीने के मानदेय का ही भुगतान किया जायेगा। विदित हो कि विभाग द्वारा ९–५–२०१७ में पीजी के छात्रों के मानदेय का निर्धारण किया गया है। इसके तहत पीजी छात्रों के नियत मानदेय का निर्धारण हर तीन वर्षों पर किये जाने का प्रावधान है।