भाजपा–जदयू के बीच चल रही अनबन की अटकलों को बृहस्पतिवार को बहुत हद तक विराम मिल गया जब भाजपा के शीर्ष नेताओं के निर्देश पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उनके सरकारी आवास पर मुलाकात की। भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री सह बिहार प्रभारी भूपेन्द्र यादव‚ प्रदेश अध्यक्ष ड़ॉ. संजय जायसवाल‚ उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद‚ रेणु देवी ने सीएम से मुलाकात की है। इस मुलाकात के बाद चर्चा है कि अब राज्य मंत्रिपरिषद का विस्तार शीघ्र होगा।
राजधानी में बृहस्पतिवार का दिन भाजपा व जदयू के नेताओं के मेलमिलाप का रहा। सबसे पहले भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री व बिहार प्रभारी भूपेन्द्र यादव व प्रदेश अध्यक्ष ड़ॉ. संजय जायसवाल ने जदयू कार्यालय में जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामचन्द्र प्रसाद सिंह से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भाजपा नेताओं के आगे की बातचीत का रास्ता साफ हुआ। समझा जाता है कि राज्य मंत्रिपरिषद में मंत्रियों की संख्या पर चर्चा हुई है। राज्यपाल कोटे से बनाए जाने वाले विधान परिषद सदस्यों को लेकर भी चर्चा हुई है। जदयू नेता आरसीपी सिंह से मुलाकात के बाद भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री सह बिहार प्रभारी भूपेन्द्र यादव‚ प्रदेश अध्यक्ष ड़ॉ. संजय जायसवाल‚ उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद‚ रेणु देवी ने शाम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की। सूत्रों के अनुसार मुलाकात का मुख्य उद्ेश्य राज्य मंत्रिपरिषद का विस्तार ही है।
पिछले दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पत्रकारों द्वारा सवाल पूछे जाने पर कहा था कि मंत्रिपरिषद विस्तार के बारे में भाजपा की तरफ से कोई प्रस्ताव नहीं मिला है। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह से मुलाकात के बाद भाजपा नेता भूपेन्द्र यादव ने कहा कि बिहार में एनड़ीए सरकार मजबूती के साथ चल रही है। आरसीपी सिंह के साथ वह लंबे समय से काम कर रहे हैं। संसद में दोनों एक साथ काम किए हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि मंत्रिमंड़ल विस्तार व विधान परिषद में आपसी सीटों के बंटवारे पर कोई चर्चा नहीं हुई है। उधर‚ आरसीपी ने अपने बयान में कहा है कि अरुणाचल की घटना पर वह दुखी नहीं हैं।
ज्ञात हो कि राज्य मंत्रिपरिषद में मंत्री बनाए जाने को लेकर दबाव की राजनीति शुरू हो गई है। चार विधायकों वाले हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने एक और मंत्री बनाने का दावा ठोंक दिया है। विधानसभा में भाजपा विधायकों की संख्या ७४ है। अब देखना है कि अगले मंत्रिपरिषद विस्तार में भाजपा मंत्रियों की संख्या कितनी बढ़ती है।