केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि पीएम मोदी ने हाल में ही पुणे, अहमदाबाद व हैदराबाद में बन रहे कोरोना टीका केंद्रों का जायजा लिया और टीका बनने व इसकी उपलब्धता को देखा था। उम्मीद है कि मार्च-अप्रैल 2021 तक कोरोना के टीके आमलोगों के लिए उपलब्ध हो जाएंगे। चौबे, सोमवार को सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि नीति आयोग व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की बैठक में टीकाकरण को लेकर योजना तैयार कर ली गई है। विधानसभा चुनाव में बने पोलिंग बूथ की तर्ज पर लोगों को कोरोना के टीके लगाये जायेंगे। टीकाकरण के पहले चरण में प्राथमिकता के आधार पर कोरोना योद्धा जैसे डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टॉफ, एमबीबीएस व पीजी छात्र, इंटर्न, पुलिसकर्मी, बीमार व 65 साल से अधिक उम्र वालों को टीके लगाये जायेंगे। मंत्री ने कहा घोषणा-पत्र के अनुरूप में सूबे के सभी लोगों को नि:शुल्क टीके उपलब्ध कराए जाएंगे।
स्वास्थ्य राज्य मंत्री ने कहा कि विभाग पूरे देश में रोजाना करीब एक करोड़ लोगों की आरटीपीसीआर मशीन से कोरोना जांच कर रहा है। मायागंज अस्पताल की कोरोना लैब में एक आरटीपीसीआर मशीन से रोजाना 600 लोगों की जांच की जाती है। सूबे के नौ जिलों में अत्याधुनिक कोरोना लैब बनायी जा रही है, जिसे दिसंबर में शुरू कर दी जाएगी। अगले 15 दिनों में बिहार सरकार को एक कोवास्क मशीन दी जाएगी, जिससे एक बार में डेढ़ से दो हजार कोरोना सैंपल की जांच की जा सकेगी।
उन्होंने कहा कि भागलपुर व गया समेत बिहार के चार जिलों में निर्माणाधीन सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल मार्च 2021 तक शुरू हो जायेंगे। उन्होंने कृषि कानून के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन को लेकर कहा कि इसके जरिये एक देश, एक बाजार की सुविधा का आगाज किया गया है। इससे किसानों को उनके उत्पाद की मुताबिक कीमत मिलेगी और बिचौलिए खत्म हो जायेंगे। उन्होंने कहा कि कुछ बहके हुए किसान इस कानून का विरोध कर रहे हैं।