हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, आज कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि ,सोमवार का दिन है. सूर्य आज वृश्चिक राशि में है और चन्द्रमा आज (पूरा दिन-रात) वृषभ राशि पर संचार करेगा.
आज का दिन गुरु नानक जयंती का भी दिन है. आज के पांचांग की मदद से देखें आज के दिन का शुभ मुहूर्त , राहु काल, अभिजीत मुहूर्त और अमृत काल. काई भी काम करने से पहले एक बार पांचांग में आज के दिन का शुभ मुहूर्त जरूर देख लें.
आज का पंचांग
दिन: सोमवार,कार्तिक मास, शुक्ल पक्ष, पूर्णिमा, त्तिथि, कार्तिक पूर्णिमा
नक्षत्र : रोहिणी नक्षत्र
आज का दिशाशूल: पूर्व दिशा
आज का राहुकाल: 8:14 AM – 9:35 AM बजे तक
सूर्योदय: सुबह 6:46 बजे
सूर्यास्त: शाम 5:37 बजे
चंद्रोदय: शाम 5:42 बजे
चंद्रास्त: सुबह 7:29 बजे
अभिजीतमुहूर्त: 11:52 AM – 12:35 PM
अमृत काल: 04:58 AM – 06:44 AM
सर्वार्थसिद्धि योग – 30 Nov सुबह 06:55 बजे से 01 Dec सुबह 06:55 बजे तक
आज सिख धर्म के संस्थापक गुरुनानक देव की 551वीं जयंती मनाई (Guru Nanak Jayanti 2020) जा रही है. नानक साहिब का जन्म 15 अप्रैल 1469 को पंजाब के तलवंडी में हुआ था, जो कि अब पाकिस्तान में हैं. इस जगह को ननकाना साहिब के नाम से भी जाना जाता है. सिख धर्म में गुरु पर्व का बहुत महत्व है. हर साल कार्तिक मास की पूर्णिमा तिथि के दिन गुरु नानक जयंती मनाई जाती है. प्रकाश पर्व के दिन सभाओं में गुरु नानक देव के द्वारा दी गई शिक्षाओं के बारे में बताया जाता है और गुरु ग्रंथ साहिब पाठ किया जाता है.
गुरु नानक की शिक्षाएं
गुरु नानक की शिक्षाएं आज भी सही रास्ते में चलने वाले लोगों का मार्ग दर्शन कर रही हैं. इनके अनुयायी इन्हें नानक और नानक देव, बाबा नानक और नानक शाह जी जैसे नामों से संबोधित करते हैं. कई चमत्कारिक घटनाओं की वजह से ये 7-8 साल की उम्र में ही काफी प्रसिद्ध हो गए थे. आइए गुरु नानक जयंती से पहले जानते हैं उनकी 10 बड़ी शिक्षाओं के बारे में.
गुरुजी की 10 शिक्षाएं
1- परम-पिता परमेश्वर एक है.
2- हमेशा एक ईश्वर की साधना में मन लगाओ.
3- दुनिया की हर जगह और हर प्राणी में ईश्वर मौजूद हैं.
4- ईश्वर की भक्ति में लीन लोगों को किसी का डर नहीं सताता.
5- ईमानदारी और मेहनत से पेट भरना चाहिए.
6- बुरा कार्य करने के बारे में न सोचें और न ही किसी को सताएं.
7- हमेशा खुश रहना चाहिए, ईश्वर से सदा अपने लिए क्षमा याचना करें.
8- मेहनत और ईमानदारी की कमाई में से जरूरत मंद की सहायता करें.
9- सभी को समान नज़रिए से देखें, स्त्री-पुरुष समान हैं.
10 – भोजन शरीर को जीवित रखने के लिए आवश्यक है. परंतु लोभ-लालच के लिए संग्रह करने की आदत बुरी है.
आज दोपहर को साल का आखिरी चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan 2020) लगने वाला है. ग्रहण की अवधि 4 घंटे 21 मिनट रहेगी. हिंदू धर्म के रीति-रिवाजों के मुताबिक ग्रहण काल में कुछ चीजों को करने की सख्त मनाही होती है. वैसे तो ये एक उपच्छाया चंद्र ग्रहण है जिसका बहुत ज्यादा प्रभाव नहीं होता है, लेकिन फिर भी कुछ सावधानियां बरत लेनी चाहिए.
विज्ञान की नजर से आज की तारीख बहुत खास है. भारत में कार्तिक पूर्णिमा मनाई जाएगी, वहीं ये मौका दुनियाभर के वैज्ञानिकों के लिए दुर्लभ संयोग है. आज चांद पूरा दिखाई देगा और चंद्र ग्रहण भी होगा. हैरानी की बात ये है कि पिछले तीन दिन से यानी शनिवार से चांद पूरा दिख रहा है और आज चंद्र ग्रहण दुनिया के अलग-अलग कोनों से अलग-अलग समय पर तीन बार देखा जा सकेगा. आइए जानते हैं इस अद्भुत प्राकृतिक नजारे के बारे में…
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने बताया कि 30 नवंबर को पूर्ण चांद दिखाई देगा. लेकिन यह शनिवार से लगभग पूर्ण है. आज यह धरती की बाहरी परछाई से होकर गुजरेगा, इसकी वजह से पेनुमब्रल चंद्र ग्रहण (Penumbral Lunar Eclipse) लगेगा. धरती की छाया दो प्रकार की होती है. पहली उम्ब्रा (Umbra) और दूसरी पेनुम्ब्रा (Penumbra).
जब चंद्रमा पर पृथ्वी की पूरी परछाई पड़ती है तो उसे उम्ब्रा परछाई कहते हैं. इस प्रकार की परछाई चंद्रमा पर पड़ने से, चंद्रमा तक सूर्य की रोशनी सीधे तौर पर ना पहुंच कर धरती से होते हुए, इसकी सतह को छूती है. यानी पूर्ण चंद्र ग्रहण. पेनुम्ब्रा छाया (Penumbra) पृथ्वी की उस छाया को कहा जाता है जब पृथ्वी, चंद्रमा के कुछ ही हिस्से को कवर करती है. जिस हिस्से को पृथ्वी कवर नहीं करती है उस अंश पर सूर्य का प्रकाश पहुंच जाता है. यानी पेनुमब्रल चंद्र ग्रहण (Penumbral Lunar Eclipse) में चांद का कुछ हिस्सा ढक जाता है.
टाइमएंडडेट डॉट कॉम के अनुसार 3 दिन से पूर्ण दिख रहा चांद आज तीन बार पेनुमब्रल चंद्र ग्रहण (Penumbral Lunar Eclipse) में जाएगा. यानी धरती पर रह रहे लोगों को तीन अलग-अलग समय ये नजारा देखने को मिलेगा. भारतीय समयानुसार सोमवार दोपहर 1.02 बजे, दोपहर 3.12 बजे चंद्र ग्रहण और शाम को 5.23 बजे. दुनियाभर के वैज्ञानिक अपने टाइम जोन के अनुसार इस समय पर पेनुमब्रल चंद्र ग्रहण (Penumbral Lunar Eclipse) देखेंगे.
पेनुमब्रल चंद्र ग्रहण (Penumbral Lunar Eclipse) देख पाना आम आदमी के बस का नहीं होगा क्योंकि इसके लिए खास उपकरण, सही समय और सही लोकेशन का होना बहुत जरूरी है. नासा ने बताया है कि उत्तरी अमेरिका में पेनुमब्रल चंद्र ग्रहण (Penumbral Lunar Eclipse) दिखाई देगा लेकिन आम इंसान इसे समझ नहीं पाएगा. पूर्ण चंद्र के समय हल्की से रोशनी कम होगी लेकिन थोड़ी ही देर में यह सामान्य हो जाएगी.
नासा ने बताया कि वह यह नजारा अंतरिक्ष से कैप्चर करेगा. नासा का लूनर रिकॉनसेंस ऑर्बिटर (Lunar Reconnaissance Orbiter) इस नजारे का वीडियो और फोटो लेगा. आज दिखने वाले पूर्ण चंद्र को बीवर मून (Beaver Moon) भी कहा जा रहा है. ऐसा इसलिए क्योंकि अक्टूबर में दो पूर्ण चांद देखने को मिले. दूसरा ब्लू मून था, जो 76 सालों बाद दिखाई दिया था.
नवंबर में दिखने वाले फूल मून यानी पूर्ण चंद्र को दुनिया भर में कई नामों से जाना जाता है. जैसे कोल्ड मून (Cold Moon), फ्रॉस्ट मून (Frost Moon), विंटर मून (Winter Moon), ओक मून (Oak Moon), मून बिफोर यूले (Moon before Yule) और चाइल्ड मून (Child Moon).
I bow to Sri Guru Nanak Dev Ji on his Parkash Purab. May his thoughts keep motivating us to serve society and ensure a better planet.
— Narendra Modi (@narendramodi) November 30, 2020
गुरु नानक देव ने लोगों को एकता, समरसता, बंधुता, सौहार्द और सेवाभाव का मार्ग दिखाया और परिश्रम, ईमानदारी तथा आत्मसम्मान पर आधारित जीवनशैली का बोध कराने वाला आर्थिक दर्शन दिया। उनका जीवन और उनकी शिक्षाएं, समस्त मानव जाति के लिए प्रेरणा पुंज हैं।
— President of India (@rashtrapatibhvn) November 30, 2020
गुरु नानक देव की जयंती के शुभ अवसर पर, मैं सभी देशवासियों और विदेश में बसे सभी भारतीयों, विशेष रूप से सिख समुदाय के भाइयों और बहनों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देता हूं। आइए, इस पावन अवसर पर, हम सब अपने आचरण में उनकी शिक्षाओं का पालन करें।
— President of India (@rashtrapatibhvn) November 30, 2020
गुरूनानक जयंती एवं कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर सभी को बधाई एवं शुभकामनाएं।
वर्तमान में कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए प्रत्येक व्यक्ति का सचेत रहना नितान्त आवश्यक है।#GuruNanakJayanti #KartikPurnima https://t.co/XFiQDyps6y— Nitish Kumar (@NitishKumar) November 30, 2020