महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर हलचल तेज होती दिख रही है. केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे पाटिल ने दावा किया है कि राज्य में भारतीय जनता पार्टी की सरकार जल्द बन सकती है. अब इसी पर पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की प्रतिक्रिया आई है, उन्होंने कहा है कि इस बार शपथ ग्रहण समारोह सही समय पर होगा, सुबह के वक्त नहीं होगा.
सोमवार को जब देवेंद्र फडणवीस से मीडिया ने बीजेपी के सरकार बनने के दावे पर सवाल किया, तो उन्होंने कहा कि जब राज्य में महाराष्ट्र विकास अघाड़ी की सरकार गिर जाएगी, उसके बाद सही समय पर शपथ ग्रहण समारोह होगा. इस बार सुबह के वक्त शपथ नहीं ली जाएगी, लेकिन ऐसे वाकयों को याद नहीं किया जाना चाहिए.
आपको बता दें कि महाराष्ट्र में विधान परिषद के चुनाव प्रचार के दौरान केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे ने कार्यकर्ताओं से कहा कि यह मत समझो कि राज्य में बीजेपी की सरकार नहीं बनेगी, आपको साफ-साफ बता रहा हूं आने वाले दो-तीन महीने में महाराष्ट्र में हमारी सरकार बनने जा रही है और आप लोग इसे याद रखिएगा.
गौरतलब है कि पिछले साल 23 नवंबर को ही बीजेपी ने महाराष्ट्र में सरकार बनाई थी, जो सिर्फ 80 घंटे के लिए ही टिक पाई थी. देवेंद्र फडणवीस और अजीत पवार ने सुबह-सुबह राजभवन में शपथ ले ली थी, लेकिन जब बहुमत साबित करने के बारी आई तो उससे पहले ही अजीत पवार अपनी पार्टी के पास वापस चले गए थे. ऐसे में बीते दिन शिवसेना की ओर से इस वाकये को लेकर तंज कसा गया और फिर ये विवाद चर्चा में आया.
बीजेपी की 80 घंटे की सरकार गिरने के बाद महाराष्ट्र में शिवसेना-कांग्रेस-एनसीपी की साझा सरकार बनी और उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने. लेकिन तभी से ही लगातार बीजेपी की ओर से सरकार पर निशाना साधा जा रहा है और कई मसलों पर उद्धव सरकार को घेरा गया है.
उधर शिवसेना के एक नेता की ओर से कराची स्वीट के नाम को लेकर आपत्ति से शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा. देवेंद्र फडणवीस और संजय राउत के बीच इस मामले में राजनैतिक बयानबाज़ी लगातार जारी है. पिछले हफ्ते शिवसेना नेता नितिन नंदगांवकर की ओर से कराची स्वीट में एक बुजुर्ग को धमकाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. कराची के नाम पर आपत्ति जताते हुए शिवसेना नेता नंदगांवकर ने बुजुर्ग को दुकान के नाम को बदलने की मांग की.विवाद बढ़ने के बाद शिवसेना नेता संजय राउत की ओर से जहां ट्वीट कर यह कहा गया कि पार्टी को इस नाम से कोई आपत्ति नहीं है.तो वहीं अब इस मामले में विपक्ष शिवसेना को आड़े हाथ लेता नज़र आ रहा है. विपक्षी नेता देवेंद्र फडणवीस ने यह कह दिया कि कराची भारत का हिस्सा है.
विपक्ष के नेता ने कहा कि हम अखंड भारत में विश्वास रखते हैं, कराची हमारा ही हिस्सा है. पलटवार करते हुए महा विकास आघाडी के नेताओं ने भी फडणवीस पर हमला बोला. संजय राउत ने तंज कसते हुए पाकिस्तान के कश्मीर की याद दिलाई तो एनसीपी नेता नवाब मलिक ने उन्हें बाग्लादेश का जिक्र किया.