मांझी ने सवाल उठाया है कि आखिर रामविलास पासवान का मेडिकल बुलेटिन रोज जारी क्यों नहीं किया जाता था. मांझी का दावा है कि पासवान की मौत दो-तीन दिन पहले हो गई थी.
बिहार में विधानसभा चुनाव की वजह से सियासत चरम पर है. इसी बीच पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने बहुत बड़ा बयान दिया है. रामविलास पासवान के देहांत पर जीतनराम मांझी ने सवाल उठाए हैं. उन्होंने पासवान की मौत की न्यायिक जांच की मांग की है.
मांझी ने सवाल उठाया है कि आखिर रामविलास पासवान का मेडिकल बुलेटिन रोज जारी क्यों नहीं किया जाता था. मांझी का दावा है कि पासवान की मौत दो-तीन दिन पहले हो गई थी. अब ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या मांझी को पासवान की मौत में किसी राजनीतिक कनेक्शन की बू आ रही है.
इसके जवाब में चिराग ने कहा कि तब मेरे पिताजी (रामविलास पासवान) अस्पताल में थे तब मेरी बात मांझी जी से हुई थी। उस वक्त मैंने बता दिया था कि उनकी तबीयत बहुत खराब है। उन्होंने कहा कि जब पिताजी जीवित थे और अस्पताल में थे उस वक्त क्या किया मांझी जी ने। आज वह इस तरह से बातें कर रहे हैं। इतनी चिंता उस वक्त क्यों नहीं थी। मुझे अब ये समझ नहीं आ रहा कि जो व्यक्ति आज इस दुनिया में नहीं है उस पर अब सब राजनीति करने को क्यों तैयार हैं।
इस बार त्रिशंकु नहीं, आर या पार होगा- मांझी
इसके अलावा जीतनराम मांझी ने बिहार चुनाव से जुड़े हर मुद्दे पर अपनी बात रखी. मांझी ने नीतीश के सामने चिराग पासवान और तेजस्वी यादव को कोई चुनौती मानने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि तेजस्वी से साथ खड़े वो लोग हैं जो चोरी चकारी, लूट रेप की घटनाओं में लिप्त हैं. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री मांझी ने दावा किया कि इस बार त्रिशंकु विधानसभा नहीं होगी. जो भी होगा आर-पार होगा. उन्होंने कहा कि दलितों का बड़ा नेता कौन है वो 9 तारीख़ को पता लग जाएगा.
प्रधानमंत्री को लिखे खत में शामिल हैं ये बातें
हम पार्टी के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने दिवंगत राम विलास पासवान के निधन की न्यायिक जांच की मांग करते हुए प्रधानमंत्री को जो खत लिखा है उसमें कहा है कि रामविलास पासवान के निधन से सभी को दुख है, पर चिराग पासवान खुश हैं. केंद्रीय मंत्री होने के बावजूद रामविलास पासवान का मेडिकल बुलेटिन क्यों नहीं जारी किया गया. दानिश ने प्रधानमंत्री को यह भी लिखा है कि आखिर कौन है जो मेडिकल बुलेटिन जारी करने से रोकता था. इन सारी बातों की जांच होनी चाहिए.दानिश ने चिराग पर आरोप लगाते हुए कहा कि रामविलास पासवान के निधन में चिराग की संलिप्तता की जांच होनी चाहिए. पूरा देश जानना चाहता है कि आख़िर कौन से राज को चिराग पासवान सामने आने से छिपा रहें हैं. दानिश के इन आरोपों पर चिराग पासवान ने ने दी अपनी सफाई
दानिश के आरोप पर चिराग ने कही ये बातें
हम के प्रवक्ता द्वारा लगाए जा रहे आरोप पर चिराग ने कहा कि शर्म आनी चाहिए जो लोग पिता पुत्र के विषय में ऐसी बात कर रहे हैं.मांझी जी बताएं की क्या उन्होने मुझसे फ़ोन प्र बात नही की थी ,उन्हें मैने पापा की हालत नही बताई थी उन्हें देखने वो क्यों नही आये,आज चिंता हो रही है मांझी जी को और उनकी पार्टी को. अब मेरे पापा की मौत पर ये लोग सियासत कर रहे हैं