बिहार विधानसभा चुनाव अब नजदीक आ चुके है. ऐसे में सभी राजनीतिक दल चुनावी सभाओं में दूसरे पक्ष को घेरते हुए नज़र आ रहे हैं. हाल ही में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेजस्वी यादव ने एक मीडिया चैनल से हुई बातचीत के दौरान कहा था कि सीएम नीतीश थक चुके हैं उन्होंने बिहार के लिए कुछ भी नहीं किया. इस पर अब नीतीश ने पलटवार करते हुए कहा है कि तेजस्वी पहले यही बताएं कि कोरोना लॉकडाउन के दौरान कहां भाग गये थे?
नीतीश ने कहा कि तेजस्वी सबको यह बताएं कि लॉकडाउन के दौरान वो कहां भागे थे और दिल्ली में किसके यहां रहते थे. सबको बताइये. नीतीश ने यहां नाम लिए बगैर कहा कि कोई अपने माता-पिता की जगह लेने की कोशिश कर रहा है. कल जब मौका मिला था तब उन्होंने बिहार के लिए क्या कर दिया था. उन्होंने आगे कहा कि हमारी सरकार ने केंद्र और यहां बिहार में मौका मिलने पर काम किया है. वो कैसे कह सकते हैं कि हम थक गए हैं.
जाति और बिरादरी को लेकर बड़े-बड़े दावे
वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लालू परिवार पर निशाना साधते हुए गुरुवार को सवाल किया कि कुछ लोग जाति और बिरादरी को लेकर बड़े-बड़े दावे करते हैं, लेकिन उस बिरादरी से पहले मुख्यमंत्री दारोगा राय की पौत्री के साथ क्या हुआ? हसनपुर में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने कहा, ‘‘कुछ लोग जाति, बिरादरी की बात करते हैं. बिरादरी के बारे में बड़ा भारी दावा करते हैं, अपनी तरफ से. लेकिन जिस बिरादरी की बात करते हैं, उससे पहले मुख्यमंत्री दारोगा राय थे.’’ उन्होंने सवाल किया, ‘‘दारोगा राय की पोती के साथ क्या हुआ?’’ कुमार ने कहा कि आज वही लोग आपसे वोट मांगने आए हैं. आप लोगों को समझ लेना चाहिए.
गौरतलब है कि कुमार ने एक दिन पहले भी परसा में एक जनसभा में लालू प्रसाद की पतोहू के साथ हुई ‘नाइंसाफी’ का मुद्दा उठाया था. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री दारोगा राय की पौत्री ऐश्वर्या राय का विवाह लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव के साथ हुआ था. दोनों के रिश्ते आगे नहीं बढ़ पाये और फिलहाल यह मामला अदालत में है. इस घटना के कारण दोनों परिवारों के बीच खराब हुए संबंधों के बाद दारोगा राय के पुत्र चंद्रिका राय ने नीतीश कुमार की पार्टी जद (यू) का दामन थाम लिया था. तेज प्रताप यादव अभी हसनपुर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं.