बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने बिहार विधानसभा चुनाव से पहले तेजस्वी यादव पर जमकर हमला किया है. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव ने अपनी संपत्ति का ब्यौरा छिपाया है. सुशील मोदी ने कहा कि राघोपुर से नामंकन के दौरान उन्होंने अपनी संपत्ति का ब्योरा छुपाया है.
बीजेपी नेता ने कहा कि तेजस्वी बताएं कि 4 करोड़ 10 लाख रुपया उनके पास आया कहां से. किस कंपनी को उन्होंने कर्ज दिया था. 2015 में उन्होंने 1 करोड़ 7 लाख का लिखित ब्योरा दिया था. बिना नौकरी और व्यापार के इतना पैसा कहां से आया.
आगे सुशील मोदी ने कहा कि उन्होंने अपना पेशा समाज सेवा और क्रिकेट बताया है. 2005 में रघुनाथ झा ने तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव को संपत्ति गिफ्ट किया. कांति सिंह ने भी अपनी संपत्ति गिफ्ट की थी.
उन्होंने कहा कि तेजस्वी आज वो संपत्ति 2005 में ही खरीदने का दावा कर रहे हैं. तेजस्वी यादव को बताना चाहिए कि 15 साल पहले उनके पास इतना पैसा कहां से आया. गिफ्ट को वो परचेज कैसे दिखा रहे हैं?
यही नहीं सुशील मोदी ने यह भी पूछा कि तेजस्वी यादव 31 साल में 52 संपत्ति के मालिक कैसे बन गए. क्रिकेट में फेल कर गए. 9वीं फेल कर गए. कोई पारंपरिक संपत्ति नहीं है. फिर यह संभव कैसे है कि वे 52 कंपनी के मालिक बन गए.
इसके अलावा तेजप्रताप के पास भी 28 संपत्ति है. बीजेपी नेता ने कहा कि IRCTC घोटाले में ट्रायल शुरू होने वाला है. लॉकडाउन के कारण मामला विलंब हुआ. लालू प्रसाद यादव से ज्यादा लंबे समय तक जेल में रहना पड़ेगा. तेजस्वी बच नहीं पाएंगे.
सुशील मोदी ने कहा कि रघुनाथ झा और कांति सिंह से गिफ़्ट में मिली सम्पत्ति को खरीद की सम्पत्ति बतायी है. कांति सिंह ने पटना के चितकोहरा में G+2 मकान गिफ़्ट कर दी थी. गोपालगंज के दो मंज़िला मकान को एफ़िडेविट में केवल ग्राउंड फ़्लोर दिखाया गया है जो सम्पत्ति गिफ़्ट में मिली है जबकि एफिडेविट में इसे 2005 में ख़रीद किया गया बताया गया है.
सुशील मोदी ने पूछा कि आख़िर तेजस्वी में क्या योग्यता थी जिसके बलबूते वो करोडों के मालिक बन गए? सुशील मोदी ने कहा कि लालू प्रसाद की ज़िंदगी का बड़ा हिस्सा जेल में बीता है. तेजस्वी यादव को भी लम्बे समय तक जेल में रहना होगा.
बता दें कि राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव ने बुधवार को वैशाली के राघोपुर निर्वाचन क्षेत्र से अपना नामांकन दाखिल किया. इस दौरान उन्होंने जो शपथ पत्र दिए हैं उसके अनुसार उनके पास कुल पांच करोड़ 88 लाख रुपये से अधिक की चल और अचल संपत्ति है.
एफिडेविट के अनुसार तेजस्वी यादव के पास नकद एक लाख 20 हजार रुपये हैं, जबकि चल संपत्ति का बाजार मूल्य चार करोड़ 73 लाख 20 हजार 61 रुपये और अचल संपत्ति का कुल वर्तमान बाजार मूल्य एक करोड़ 15 लाख 70 हजार रुपये है.
तेजस्वी ने शपथपत्र में दिल्ली के आरकेपुरम स्थित डीपीएस स्कूल से नौवीं पास करने की जानकारी दी है और उनके पास कोई वाहन नहीं है. तेजस्वी ने अपने एफिडेविट में उनके उपर चल रहे 20 मुकदमों का जिक्र किया है. जिसमें सीबीआइ के अलावा कोविड काल के भी केस हैं.