प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मनाली में अटल टनल का उद्घाटन कर दिया है. यह टनल मनाली को लेह-लद्दाख तक 12 महीने कनेक्टिविटी की सुविधा देगी. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सामरिक रूप से महत्वपूर्ण सभी मौसम में खुली रहने वाली अटल सुरंग का हिमाचल प्रदेश के रोहतांग में उद्घाटन किया। यह दुनिया की सबसे लंबी हाईवे टनल है। 9.02 लंबी यह सुरंग मनाली को वर्ष भर लाहौल स्पीति घाटी से जोड़े रखेगी। पहले घाटी छह महीने तक भारी बर्फबारी के कारण शेष हिस्से से कटी रहती थी। इस सुरंग के कारण मनाली और लेह के बीच की दूरी 46 किलोमीटर कम हो जाएगी। सुरंग को हिमालय के पीर पंजाल की पर्वत श्रृंखलाओं के बीच अत्याधुनिक विशिष्टताओं के साथ समुद्र तल से करीब तीन हजार मीटर की ऊंचाई पर बनाया गया है। घोड़े की नाल के आकार वाली दो लेन की इस सुरंग में आठ मीटर चौड़ी सड़क है और इसकी ऊंचाई 5.525 मीटर है।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मनाली पहुंचे. जहां रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उनका हवाई अड्डे पर उनका स्वागत किया. इस मौके पर सीडीएस जनरल बिपिन रावत, आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवणे, हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और राज्यपाल भी मौजूद रहे. पीएम मोदी को बीआरओ चीफ लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह ने सुरंग निर्माण में आई दिक्कतों और खासियतों की जानकारी दी.
अटल टनल से लेह-मनाली के बीच की दूरी 46 किमी कम हो गई है. साथ ही चीन-पाकिस्तान बॉर्डर पर भारत की रणनीतिक ताकत भी बढ़ी है. लद्धाख में चीन लगातार घुसपैठ की फिराक में है. लेकिन अब उसके लिए ऐसा करना आसान नहीं होगा.
आज शुरु हुई अटल टनल भारत के लिए चीन पर एक मास्टर स्ट्रोक साबित होगा. अटल टनल की लंबाई 9 किलोमीटर है. टनल के उदघाटन के बाद पीएम मोदी कोरोना काल में पहली सार्वजनिक सभा करेंगे. पीएम मोदी सोलांग वैली में जनसभा करेंगे.
अटल टनल का ‘नंबर गेम’
– 10 साल में बनी अटल टनल
– 10,000 फीट की ऊंचाई पर
– 9 किमी लंबाई
– 3000 कार/दिन गुजर सकती है
अटल टनल की खासियत
– सभी मौसम के लिए उपयुक्त
– आपातकालीन स्थिति के लिए तैयार
– सुरंग के नीचे एग्जिट गेट
– बर्फ-हिमस्खलन से बेअसर
– 150 मीटर पर फोन
– ऑटोमेटिक CCTV सिस्टम
– हवा की गुणवत्ता मापने का यंत्र
– आग से निपटने में सक्षम
अटल टनल से ये होंगे फायदे
– पाकिस्तान-चीन बॉर्डर पर रणनीतिक ताकत बढ़ेगी
– सीमावर्ती इलाकों तक जल्द पहुंचना संभव हुआ
– सर्दियों में सेना के लिए रसद पहुंचाना आसान हुआ
– पूरे साल सीमावर्ती इलाकों पर चौकसी और बढ़ेगी
– सर्दियों में सीमा पर सेना की ताकत और बढ़ेगी
– सर्दियों में रोहतांग दर्रे से गुजरने की मुश्किलें खत्म
– सामान पहुंचाने के लिए जोजिला पास पर निर्भरता खत्म
– विकट हालात में खासतौर से चीन से निपटना आसान हुआ