संयुक्त राष्ट्र महासभा में जम्मू-कश्मीर का मुद्दा उठाने पर भारत ने शुक्रवार को पाकिस्तान पर पलटवार किया और कहा कि इस्लामाबाद ने एक बार फिर झूठ दोहराया और निजी हमले किए. 70 वर्षों में पाकिस्तान का एकमात्र गौरव आतंकवाद है. संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि, राजदूत टी एस तिरुमूर्ति ने ट्वीट किया, ‘‘पाकिस्तान के प्रधानमंत्री का बयान एक और कूटनीति गिरावट है. एक और झूठ का पुलिंदा, निजी हमले और पाकिस्तान के अल्पसंख्यकों पर अत्याचारों और सीमा-पार आतंकवाद को छिपाने का प्रयास है.”
UN में पाकिस्तान द्वारा कश्मीर का भारत की ओर से कड़े शब्दों में कहा गया, ‘केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर भारत का अभिन्न और अविभाज्य अंग है. जम्मू-कश्मीर में लाए गए नियम और कानून भारत के आंतरिक मामले हैं.’
संयुक्त राष्ट्र महासभा के 75वें सत्र में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने पहले से रिकॉर्ड किये वीडियो संबोधन में जम्मू-कश्मीर समेत भारत के आतंरिक मामलों का जिक्र किया था. इमरान खान ने कहा था, ‘पाकिस्तान हमेशा से शांतिपूर्ण तरीके से हल निकालने के पक्ष में रहा है. इसके लिए, भारत को 5 अगस्त, 2019 के पहले चल रहे उपायों को फिर से लागू करना चाहिए और सैन्य घेराबंदी और जम्मू और कश्मीर में अन्य मानव अधिकारों के उल्लंघन का अंत करना चाहिए.’
पाकिस्तानी PM को जवाब देते हुए भारत की ओर कहा गया, ‘कश्मीर में बचा एकमात्र विवाद कश्मीर के उस हिस्से से संबंधित है, जो अभी भी पाकिस्तान के अवैध कब्जे में है. हम पाकिस्तान से उन सभी क्षेत्रों को खाली करने का आह्वान करते हैं, जहां वह अवैध कब्जे में है.’ बता दें कि जब इमरान खान के संबोधन में भारत का जिक्र आया, तब संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन के प्रथम सचिव मिजितो विनितो (Mijito Vinito) महासभा हॉल से बाहर चले गए थे.