बिहार में कोरोना काल के बीच ऑनलॉक की प्रक्रिया शुरू होने के बाद अब अंतरराज्यीय सेवाओं का परिचालन शुरू करने का निर्णय लिया गया है। बिहार के जिलों के बीच चल रही बसों को विस्तार देते हुए परिवहन विभाग ने इसकी कार्ययोजना बनाई है। विभाग ने यूपी, झारखंड और नेपाल के लिए बस सेवा शुरू करने की पहल की है। इसके लिए यूपी व झारखंड सरकार को पत्र लिखा गया है।
जानकारी के अनुसार पत्र लिखने के पीछे विभाग की मंशा अविलंब बसों का परिचालन शुरू करना है ताकि आने-जाने वाले लोगों को सहूलियत मिल सके। वहीं, नेपाल बॉर्डर पर आवागमन शुरू होने के बाद बसों का परिचालन शुरू करने का निर्णय लिया गया है। बसों का परिचालन कोरोना के गाइडलाइन के हिसाब से ही होगा। बसों में भी सोशल डिस्टेंसिंग सहित अन्य निर्देशों का सख्ती से पालन किया जाएगा ताकि सफर करने वाले लोग कोरोना संक्रमण की चपेट में नहीं आएं।
वाहन मालिक को करना होगा
बस चलाने वालों को हर दिन उसे धुलवाना होगा। हरेक ट्रिप के बाद सेनिटाइज कराना होगा। ड्राइवर व कण्डक्टर को साफ कपड़ा एवं मास्क, ग्लब्स पहनना होगा। बस के अंदर चढ़ने, उतरने के समय सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन सुनिश्चित कराया जाएगा। निर्धारित सीट के अतिरिक्त एक भी यात्री नहीं लिया जायेगा और इसकी हिदायत ड्राइवर एवं कण्डक्टर को रहेगी। बसों में सेनिटाइजर की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। सफर करते समय मास्क पहनना होगा। बिना मास्क पहने बस में सफर की अनुमति नहीं होगी।
अधिकारियों के अनुसार वाहनों में चढ़ने से पूर्व सेनिटाइजर का उपयोग करना होगा। वाहनों की रेलिंग का उपयोग कम से कम करें, इस पर यात्रियों को सचेत किया जाएगा। बसों के अंदर पान, खैनी, तम्बाकू, गुटखा आदि का उपयोग वर्जित होगा। ऐसा करने वालें को जुर्माना देना होगा।
अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस ISBT का सीएम नीतीश ने किया उद्घाटन, बसों का परिचालन 15 दिनों में
मुख्यमंत्री नीतीश ने पटना में बिहार के पहले अंतरराज्यीय बस टर्मिनल का उद्घाटन शुक्रवार को किया। 15 दिनों में यहां से बसों का परिचालन भी शुरू कर दिया जाएगा। 25 एकड़ में बने इस टर्मिनल से प्रतिदिन बिहार और दूसरे राज्यों के लिए तीन हजार बसों का परिचालन होगा। इससे डेढ़ लाख यात्रियों का आवागमन होगा।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस अंतरराज्यीय बस टर्मिनल (आईएसबीटी) का नाम बदलकर पाटलीपुत्र बस टर्मिनल कर दिया गया है। इतना बड़ा टर्मिनल शायद ही कहीं और मिलेगा। इस बस टर्मिनल में सारी सुविधाएं और सेफ्टी का भी ध्यान रखा गया है।
पटना-गया रोड पर अवस्थित बस टर्मिनल के साथ ही मुख्यमंत्री ने रिमोट से आरा, औरंगाबाद, नवादा एवं झाझा के बस अड्डों का भी उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने इस अंतरराज्यीय बस टर्मिनल के विभिन्न भागों की जानकारी ली और आवश्ययक निर्देश भी दिये। परिसर में पौधरोपण भी किया।
मुख्यमंत्री ने 24 दिसंबर, 2016 को इस अंतरराज्यीय बस टर्मिनल परियोजना का कार्यारंभ किया था। यात्रियों के लिए आधुनिक सुविधाएं भी यहां हैं। बस टर्मिनल की कार्यकारी एजेंसी बिहार शहरी आधारभूत संरचना विकास निगम लिमिटेड (बुडको) है। जीरो माइल से बस टर्मिनल तक पांच लेन एप्रोच रोड 15 दिनों में बन जाएगी, इसके बाद बसों का परिचालन शुरू कर दिया जाएगा।