बिहार में कोरोना संक्रमितों की संख्या 7503 पर पहुंच गई है. राज्य में कोरोना के 123 नए मामले मिले हैं. सबसे अधिक 20 मामले कटिहार से और 19 मामले पटना से मिले हैं. स्वास्थ्य विभाग ने इसकी पुष्टि की है.उधर, राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री के लिए लीची पहुंचाकर दिल्ली से लौटने के 9वें दिन शनिवार को कोरोना पाॅजिटिव पाए गए कृषि अधिकारी को कोबीड केयर सेंटर भेज दिया गया। वे 11 जून को दिल्ली से लौटे थे।
शनिवार को पटना और औरंगाबाद के अलावा बांका में 18, भागलपुर में 3, दरभंगा में 11, गोपालगंज में 1, जहानाबाद में 6, मधेपुरा में 5, मुजफ्फरपुर में 5, पटना में 23, पूर्णिया में 4, समस्तीपुर में 15,सुपौल में 15 ,वैशाली में 1,अरवल में 10,पूर्वी चंपारण में 4, गया में 1,जमुई में 1, कटिहार में 20, लखीसराय में 1, मधुबनी में 14, नालंदा में 1, सीवान में 6, पश्चिमी चंपारण में 5 और सारण में 1 नए पॉजिटिव सामने आए।
स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि अब तक कुल 1,51,148 नमूनों की जांच की गई है और अब कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 7503 हो गई है.
उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटों में 269 लोग स्वस्थ हुए हैं और अब तक कुल 5,367 कोरोना संक्रमित मरीज ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं जो कुल संक्रमित व्यक्तियों का 71 प्रतिशत है. बिहार के 38 जिलों में कोरोना संक्रमण के अन्य सक्रिय मामलों की देखरेख की जा रही है. वहीं, तीन मई के बाद बिहार लौटे 4,826 व्यक्तियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है. सिंह ने बताया कि राज्य में अब तक 49 व्यक्तियों की मौत हुई है, जो कोविड-19 पॉजिटिव थे.
पीएमसीएच के डॉक्टर के 5 परिजन भी संक्रमित ,औरंगाबाद में दाराेगा पाॅजिटिव, थाना सील
पटना में जो 23 नए पॉजिटिव केस मिले हैं उनमें पीएमसीएच के संक्रमित डॉक्टर के पांच परिजन भी शामिल हैं। उधर, औरंगाबाद में मिले नए 22 कोराना पाॅजिटिव में एक एसआई भी शामिल हैं। उनकी बाहर की कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं है। वह शहर में ही अलग-अलग जगहों पर ड्यूटी कर रहे थे। दारोगा के पॉजिटिव आने के बाद थाने को सील कर दिया गया है। उनके कई साथियों को होम क्वारेंटाइन में भेज दिया गया है। इसके साथ ही उनके संपर्क चैन को खंगाला जा रहा है।
राष्ट्रपति –प्रधानमंत्री को लीची पहुंचाने वाला अफसर कोरोना पॉजिटिव,
मुजफ्फरपुर जिला प्रशासन की ओर से राष्ट्रपति भवन‚पीएम हाउस व अन्य लोगों के लिए शाही लीची लेकर दिल्ली गये कृषि विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी में कोरोना संक्रमण की पुष्टि की गयी है। शाही लीची को फ्रीजर वैन से भेजा गया था और यह अधिकारी केयरटेकर के रूप में वहां गये थे। बताया जा रहा है कि यह अधिकारी मुजफ्फरपुर से ट्रेन से दिल्ली गये थे और वे वहां से ११ जून को फ्लाइट से वापस लौटे थे। १२ जून को उन्हें हल्का बुखार हुआ‚जिसके बाद वे १३ जून को जांच के लिए अस्पताल पहुंचे। वहां जांच के लिए उनका स्वैब सैम्पल लिया गया। शनिवार को आयी जांच रिपोर्ट में उन्हें कोरोना पॉजिटव पाया गया। कृषि विभाग के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि जिला प्रशासन संक्रमित अफसर के संपर्क में आये लोगों का पता लगाने में जुट गया है। संपर्क में आये सभी लोगों के स्वैब सैम्पल जांच के लिए लिये जायेंगे। बताया गया है कि मुजफ्फरपुर से दिल्ली जाने के बाद वह अधिकारी बिहार भवन में ठहरे थे। अधिकारी के मुताबिक वे वहां अकेले ही रहे थे। इधर‚ स्वास्थ्य विभाग की टीम संक्रमित अफसर के परिवार के सदस्यों के भी सैम्पल लेगी। फिलहाल सभी को होम क्वारेंटाइन कर दिया गया है।
24 घंटे में 269 संक्रमित मरीज हुए ठीक
प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले 24 घंटे में 269 संक्रमित मरीज ठीक हो गए। उन्हें अस्पताल से डाक्टरों ने छुट्टी दे दी। डाक्टरों ने फिलहाल उन्हें होम क्वारंटीइन में रहने और कोरोना से बचाव को लेकर हिदायतें दी। क्योकि ऐसे मरीजो में कोरोना के दोबारा संक्रमण का डर अधिक होता है।
अबतक 1 लाख 51 हजार 148 सैम्पलों की हुई जांच
बिहार में अबतक 1 लाख 1 लाख 51 हजार 148 सैम्पलों की जांच की जा चुकी है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार एक दिन पूरब अर्थात 19 जून को राज्य में कुल 5586 सैम्पलों की जांच की गई। पिछले तीन दिनों से पांच हजार से अधिक सैम्पलों की जांच शुरू हो चुकी है।
राज्य में कोरोना के है 1963 ऐक्टिव मरीज
बिहार में अभी कोरोना के कुल 1963 एक्टिव मरीज हैं। जिनका इलाज विभिन्न अस्पतालों में किया जा रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार 03 मई के बाद बिहार लौटे 4844 प्रवासियों को अबतक कोरोना संक्रमित पाया गया है।