बिहार में इन दिनों लगातार हॉट स्पॉट की संख्या बढ़ती जा रही है लेकिन इसके बावजूद लॉकडाउन की धज्जियां उड़ाई जा रही है। ऐसी हीं एक तस्वीर आई है बिहार के अररिया से जहां एक अधिकारी से सिपाही ने लॉकडाउन के दौरान सड़क पर निकल पर सवाल कर लिया तो वह आगबबूला हो गया। दरअसल अररिया के कृषि अधिकारी मनोज कुमार सड़क पर निकले थे। एक नाके पर होमगार्ड ने रोक लिया और पास, आईडी कार्ड मांगने लगा।
होमगार्ड को पता नहीं था कि गाड़ी में बैठे साहब कृषि अधिकारी मनोज कुमार हैं। उसे ये भी पता नहीं था कि बिहार में जो कृषि अधिकारी होते हैं उनके पास लॉकडाउन के नियमों को रौंदने का लाइसेंस और पास दोनों होता है। आगबबूला अधिकारी ने होमगार्ड को उठक-बैठक करने को बोल दिया और इससे भी मन नहीं भरा तो हाथ जोड़ने को कह दिया और उस पर से भी कलेजे को ठंडक नहीं मिली तो पैर पकड़ने को कह दिया।
जब कृषि अधिकारी होमगार्ड को जेल भेजने की धमकी दे रहा था तो होमगार्ड का इंचार्ज भी अफसर की चमचागिरी में जुटा था। कोरोना के दौर में भी बिहार में अधिकारियों की बहार है। नालंदा में कल एक साथ 16 कोरोना पॉजिटिव मिलने से हड़कंप मचा है, मुंगेर और सीवान जिला ‘वुहान’ बनता जा रहा है तो प्रदेश में मरीजों का आंकड़ा सौ को पार कर गया है।
वीडियो वायरल हुआ तो डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे की ओर से जांच के आदेश दिए गए लेकिन पता नहीं कितने वीडियो तो रिकॉर्ड ही नहीं होते होंगे। अगर कोई आम आदमी गाड़ी लेकर निकल जाए तो बवाल ही बवाल है लेकिन अधिकारियों की गाड़ी को आप नहीं रोक सकते। प्रधानमंत्री ने कहा है कि लॉकडाउन का पालन कीजिए और जो पालन के लिए चौराहे पर भूखे-प्यासे खड़ा है वो ऊठक बैठक कर रहा।
SDPO ने दी ये दलील
हालांकि अररिया SDPO ने बताया कि इसकी जांच की गई है. जांच में पाया गया कि सिपाही खुद उठक बैठक करना शुरू कर दिया.अररिया SDPO ने कहा कि सिपाही इतना सीधा है कि खुद बख़ुद उठक बैठक और माफी मांगना शुरू कर दिया.
SDPO पुष्कर कुमार की यह बात गले से उतरती दिख तो नहीं रही है. क्या इसे लीपापोती कहा जाए या फिर जिला कृषि पदाधिकारी की ठसक जिसकी बानगी यह तश्वीर खुद बख़ुद बयान कर रही है. बहरहाल इसपर विपक्ष ने सरकार पर जमकर हमला बोला है.
आरजेडी े बोला हमला
आरजेडी नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि अधिकारी पुलिसवालों का मनोबल तोड़ने का काम कर रहे हैं. ये कोरोना के योद्धाओं का यह अपमान है. कृषि पदाधिकारी की पहुंच सत्ता के गलियारों तक है. DGP मामले में ले तत्काल संज्ञान लें औरकृषि पदाधिकारी पर तत्काल कार्रवाई होना चाहिए.
बीजेपी ने की निंदा
वहीं, इस मसले पर बीजेपी प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा है कि कृषि पदाधिकारी ने गलत किया है. शासन निश्चित तौर पर इसका संज्ञान लेगा. हम DGP और DG HOME GARD जवान को करें सम्मानित
करें जवान ने अपने कर्तव्य का पालन किया है हम उन्हें सैल्यूट करते हैं.
डीजीपी ने लिया संज्ञान
इस बीच DGP गुप्तेश्वर पांडेय ने इस पूरे मसले पर नाराजगी तताचेच हुए कहा कि यह घटना शर्मनाक है. इसकी सूचना हमने सरकार को दे दी है और शाम तक रिपोर्ट आ जाएगी. जो भी हुआ गलत हुआ, अगर कोई वर्दीधारी कोई गलती करता है तो हम उसके खिलाफ कार्रवाई करते हैं किसी को छोड़ते नहीं इसलिये अगर कोई बात थी तो मुझे सूचना देनी चाहिए थी.