जल-जीवन-हरियाली यात्रा के क्रम में पूर्णिया समाहरणालय सभागार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में जल-जीवन-हरियाली अभियान से संबंधित पूर्णिया प्रमंडल के अंतर्गत पूर्णिया, अररिया, किशनगंज एवं कटिहार जिलों की संयुक्त समीक्षा बैठक की गई।
बैठक में सार्वजनिक कुंओं, चापाकल, आहर, पईन का जीर्णोद्धार, नलकूपों, कुओं एवं चापाकल के किनारे सोख्ता निर्माण, जल संरक्षण संरचना, छोटी-छोटी नदियों, नालों, पहाड़ी क्षेत्रों में चेक डैम एवं जल संचयन की अन्य संरचनाओं का निर्माण, नए जल स्रोतों का सृजन, सरकारी भवनों पर छत वर्षा जल संचयन, पौधशाला सृजन एवं सघन वृक्षारोपण, जैविक खेती एवं टपकन सिंचाई के संबंध में विस्तृत चर्चा की गयी। इसके साथ ही सौर ऊर्जा उपयोग को प्रोत्साहन एवं ऊर्जा की बचत, हर घर नल का जल, हर घर तक पक्की गली नालियाँ, राज्य में बची सभी संपर्क विहीन बसावटों को पक्की सड़कों से जोड़ना, शौचालय निर्माण घर का सम्मान, बिहार लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम, लोक सेवाओं का अधिकार अधिनियम, ऊर्जा विभाग की गतिविधियों एवं उपलब्धियों पर विस्तृत रूप से विमर्ष किया गया। ऊर्जा विभाग के अंतर्गत जर्जर तारों का बदलाव, पावर सब स्टेशन के निर्माण से संबंधित जानकारी भी दी गई। समीक्षा बैठक में जनप्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्र की समस्याओं एवं शिकायतों को मुख्यमंत्री के समक्ष रखा, जिस पर संबंधित विभाग के अधिकारियों ने अपनी बातें रखीं। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को षिकायतों के शीघ्र निष्पादन के लिये आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
बैठक के क्रम में मुख्यमंत्री ने अररिया जिले में सार्वजनिक कुंओं का पुनः अध्ययन कराने का अधिकारियों को निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि कटिहार में ऑर्गेनिक फार्मिंग को और अधिक प्रमोट कराने की आवश्यकता है, जिन 12 जिलों में जैविक खेती को प्रोत्साहित किया जा रहा है, उसमे कटिहार जिले को भी जोड़िये। उन्होंने कहा कि पूर्णिया की गुलाबबाग मंडी की जर्जर स्थिति है, इसे जल्द ठीक करें। भूमि अधिग्रहण में आने वाली दिक्कतों को दूर करने के लिए सभी सांसदों, विधायकों एवं विधान पार्षदों से सहयोग करने की मुख्यमंत्री ने अपील की। उन्होंने कहा कि आप लोगों के प्रस्ताव पर अगर कोई काम शुरू होता है तो उसमें आने वाली समस्याओं के समाधान में भी आगे बढकर मदद करनी चाहिये। उन्होंने कहा कि कटिहार बस स्टैंड बनकर तैयार हो गया है, उसे तत्काल नई जगह पर शिफ्ट कराइये। आयुक्त, जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक, जिला परिषद अध्यक्ष और नगर निकाय अध्यक्षों की समस्याओं को उनके साथ बैठक कर तत्काल उसका निपटारा करें।
मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक में शामिल सभी जनप्रतिनिधियों से 19 जनवरी 2020 को जल-जीवन-हरियाली अभियान एवं नशामुक्ति के पक्ष में और बाल विवाह, दहेज प्रथा जैसी सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ बनने वाली मानव श्रृंखला में शामिल होने का आग्रह किया। साथ ही क्षेत्र के अधिक से अधिक लोगों की सहभागिता मानव श्रृंखला में सुनिश्चित हो, इसके लिए लोगों को प्रेरित करने की भी बात कही। उन्होंने कहा कि आप सबकी सहमति से ही यह अभियान चल रहा है। 13 जुलाई 2019 को बैठक में विधायकों एवं विधान पार्षदों ने वक्तव्य दिया था। इसके बाद ही इस अभियान के ग्यारह अंश बनाकर जिला परामर्शदात्री समिति का गठन भी किया गया और अब तक हम 34 जिलों का दौरा भी कर चुके हैं। शेष 4 जिलों में 9 और 10 जनवरी को जाकर जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत किये जा रहे कार्यों को देखेंगे। उन्होंने कहा कि आप सभी के क्षेत्र में अगर आहर, पईन, पोखर, तालाब, सार्वजनिक कुएॅ अगर इस अभियान से वंचित रह गये हैं तो संबंधित विभागों को इसकी सूचना दें। निजी जलाशयों, कुंओं के लिए पहले से प्रावधान हैं, इसके बाद भी अगर जरूरत पड़ी तो सरकार की तरफ से मदद की जायेगी।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत कटिहार जिले के कोढ़ा प्रखंड स्थित ग्राम पंचायत रौतारा में रौतारा पोखर के जीर्णोद्धार एवं सौंदर्यीकरण कार्य का उद्घाटन किया एवं इसका निरीक्षण किया। स्थानीय नेताओं एवं जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री को पुष्प-गुच्छ भेंट कर उनका अभिनंदन किया। ढोल की थाप पर पारंपरिक नृत्य कर स्थानीय लोगों ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया। निरीक्षण के क्रम में रौतारा पोखर किनारे मुख्यमंत्री ने वृक्षारोपण करने के बाद पोखर में मछलियों को भी छोड़ा।
मुख्यमंत्री ने औषधीय एवं सुगंधित पौधों की खेती, ड्रिप इरीगेशन, औपचारिक एवं जैविक विधि से सब्जी/फल/फूल की खेती के साथ ही मछली एवं मखाने की खेती का भी मुआयना कर अधिकारियों एवं कृषि विशेषज्ञों से इससे किसानों की होनेवाली आमदनी और उत्पादन के विषय मे जानकारी ली। जल-जीवन-हरियाली अभियान योजना से संबंधित विभिन्न विभागों द्वारा लगायी गयी प्रदर्शनी का अवलोकन के क्रम में मुख्यमंत्री ने मुस्लिम परित्यक्ता/तलाकशुदा महिला सहायता योजना के तहत 25-25 हजार रुपये का चेक, मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक रोजगार ऋण योजना के तहत एक-एक लाख रुपये का चेक लाभुकों को प्रदान किया। इसके अलावा स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड, सतत जीविकोपार्जन योजन किट, 925 अत्यंत निर्धन परिवारों को सतत जीविकोपार्जन योजना अंतर्गत वित्त पोषित 3 करोड़ 64 लाख 19 हजार रुपये का चेक जबकि विभिन्न बैंकों से वित्त पोषित 1015 स्वयं सहायता समूहों को 23 करोड़ 70 लाख रुपये का चेक प्रदान किया। अनुदानित दर पर मुख्यमंत्री बागवानी मिशन योजना के तहत ट्रैक्टर की चाबी, मुख्यमंत्री मत्स्य विकास योजना के तहत वाहन की चाबी भी मुख्यमंत्री ने लाभुकों को प्रदान किये।
इसके पश्चात रौतारा पंचायत के वार्ड संख्या 2 के उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय में स्कूली बच्चों ने ड्रम बजाकर मुख्यमंत्री का स्वागत किया। विद्यालय प्रांगण में लगे मुख्यमंत्री पेयजल निश्चय योजना अंतर्गत गुणवत्ता प्रभावित लौहमुक्त जलापूर्ति व्यवस्था का निरीक्षण कर मुख्यमंत्री ने ईको पार्क, उन्नयन बिहार स्मार्ट क्लास एवं विद्यालय में चल रहे बाल पुस्तकालय का भी मुआयना किया। आदर्श आंगनबाड़ी केंद्र (बंजारा टोला) में जल-जीवन-हरियाली कार्यक्रम पर आधारित डिस्प्ले को देखकर मुख्यमंत्री ने इसकी प्रषंसा की। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर सह स्वास्थ्य उपकेंद्र रौतारा का रिबन काटकर मुख्यमंत्री ने उद्घाटन करने के बाद यहां भी वृक्षारोपण किया। स्थानीय लोगों ने पुष्प भेंटकर मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया।
पूर्णिया सर्किट हाउस से कटिहार जिले के कोढ़ा प्रखंड अंतर्गत रजवाड़ा पंचायत के ग्राम गोविंदपुर चौक में बने हेलीपैड पहुंचने पर स्थानीय नेताओं, जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासनिक पदाधिकारियों ने पौधा एवं पुष्पगुच्छ भेंटकर मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया।
निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के अंदर शहद का उत्पादन सबसे ज्यादा बिहार में होता है। इसका प्रोसेसिंग ठीक नहीं है क्योंकि प्रोसेसिंग से इसका प्राकृतिक गुण कम हो जाता है। हालांकि प्रोसेसिंग से इसकी ड्यूरेबिलिटी बढ़ जाती है। उन्होंने कहा कि जैविक खेती के लिए हमलोग अतिरिक्त सहायता करते हैं और पहले चरण में इसे सब्जी की खेती के लिए शुरू किया गया है जिसका विस्तार कर अन्य फसलों के लिए भी इसे लागू किया जाएगा। जैविक खेती करने वाले किसान पशुपालकों से उन्होंने कहा कि गायों की संख्या और अधिक बढ़ाइए ताकि उसके गोबर और मूत्र का इस्तेमाल कर जैविक खाद के जरिये जैविक उत्पादन को अधिक से अधिक बढ़ाया जा सकेगा। उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय रौतारा में उन्नयन बिहार स्मार्ट क्लास एवं बाल पुस्तकालय का निरीक्षण करने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्नयन बांका कार्यक्रम को हमलोग पूरे बिहार में लागू करवा रहे हैं। कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों के लिए मोबाइल की बजाय स्मार्ट क्लास स्क्रीन के माध्यम से कराया जायेगा।