जेपी सेतु पर भारी वाहनों के परिचालन का चौतरफा विरोध शुरू हो गया है। सारण के सांसद राजीव प्रताप रूडी द्वारा लोकसभा में विरोध किए जाने के बाद आज भाजपा के वरिष्ठ नेता व राज्यसभा सांसद आरके सिन्हा ने भी इसका विरोध किया है। राज्यसभा सांसद ने कहा कि दीघा में बने जयप्रकाश सेतु से यदि ट्रकों का परिचालन होगा तो ना सिर्फ यातायात व्यवस्था प्रभावित होगी बल्कि घनी आबादी वाली बस्ती में हादसे भी बढ़ेंगे। सांसद सिन्हा ने शुक्रवार को पटना में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि रेलवे के अभियंता का भी मानना है कि जेपी सेतु पर हेवी ट्रैफिक की अनुमति दी जायेगी तो पुल की सुरक्षा पर खतरा उत्पन्न होगा। सांसद सिन्हा ने कहा कि वह इस संबंध में सीएम नीतीश कुमार से बात करेंगे। सांसद सिन्हा ने कहा कि जो भी लोग जेपी सेतु पर भारी वाहनों के परिचालन का समर्थन कर रहे है उनके मंसूबे कामयाब नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि 70 के दशक की शुरुआत में गांधी सेतु बना। उसके बाद से लगातार मांग चलती रही कि छोटे वाहनों के लिए एक पुल बनाया जाये। इसके बाद पुल बना और यदि इस पर भी ट्रकों का परिचालन किया जाने लगेगा तो इससे ज्यादा दुर्भाग्य और कुछ नहीं है। उन्होंने सुझाव देते हुए कहा कि यदि बड़े वाहनों के लिए सड़क बनाने की आवश्यकता समझी जा रही है तो उसे मनेर और दीघा के बीच में बनाया जा सकता है। इसमें कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कोइलवर में पुराना पुल है इसके अलावा अभी एक नया पुल बनाया जा रहा है जो गंगा पुल को जोड़ेगा। इस पुल से जेपी सेतु पर भारी वाहनों के परिचालन की समस्या का समाधान हो सकता है।
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