हरियाणा और पंजाब की तरह बिहार के किसान भी फसल के अवशेष को अपने-अपने खेतों में नहीं जलाएं, इससे प्रदूषण की समस्या उत्पन्न होती है। इसके अलावा भी अन्य कई तरह की समस्याएं होती हैं। उक्त बातें सीएम नीतीश कुमार ने टीकापट्टी में गांधी सदन के जीर्णोद्धार कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि आज हमारा बिहार काफी तेजी से प््ररगति के पथ पर अग्रसर है। हर क्षेत्र में विकास हो रहा है। उन्होंने कहा कि कौशल विकास योजना के माध्यम से बिहार के युवा प्रशिक्षित होकर आसानी से रोजगार पा रहे हैं। उन्होंनेकहा किआज हमारी बेटियां साइकिल पर चलकर स्कूल जाती हैं और शिक्षा को लेकर जो लोगों के मन में यह भावना घर कर गयी थी कि बेटियों की शिक्षा पर अधिक बल नहीं दिया जाये, वह पूरी तरह से खत्म हो गया है। सीएम के पूरे कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा-व्यवस्था काफी पुख्ता देखी गयी। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री को सुनने के लिए काफी भीड़ थी। पुरु षों की अपेक्षा महिलाओं की संख्या ज्यादा थी। सभी मुख्यमंत्री के भाषण के दौरान तालियां बजाते रहे। सीएम के जाने तक पुलिस पदाधिकारी काफी मुस्तैद देखे गये। सभा को बिहार सरकार के गन्ना मंत्री बीमा भारती, पूर्णिया सांसद संतोष कुशवाहा, धमदाहा विधायक लेशी सिंह सहित एनडीए नेताओं ने संबोधित किया और नीतीश के कायरें की सराहना किया।
जनता दल यूनाइटेड के सर्वमान्य नेता नीतीश कुमार ……….
अपने मनोभावों पर बहुत काबू रखने वाले नीतीश कुमार की व्याकुलता अब उनकी जुबान पर आ जा रही है। पार्टी...