स्पेस एजेंसी इसरो ने चंद्रमा की सतह की पहली जगमगाती हुई तस्वीर शेयर की है. इसे चंद्रयान-2 के इमेजिंग इन्फ्रारेड स्पेक्ट्रोमीटर पेलोड द्वारा कैप्चर किया गया. इसरो ने कहा कि उसने चांद की सतह पर स्पेक्ट्रोस्कोपिक अध्ययन शुरू कर दिया है. इसरो ने ट्विटर पर तस्वीर शेयर की और कहा कि IIRS को संकीर्ण और सन्निहित स्पेक्ट्रल चैनलों में चंद्र सतह से परावर्तित सूर्य के प्रकाश को मापने के लिए डिज़ाइन किया गया था.
इसरो प्रमुख के सिवन का फ्लाइट में हुआ गर्मजोशी से स्वागत, सेल्फी लेने की मची होड़,
#ISRO
See the first illuminated image of the lunar surface acquired by #Chandrayaan2’s IIRS payload. IIRS is designed to measure reflected sunlight from the lunar surface in narrow and contiguous spectral channels.For details visit:https://t.co/C3STg4H79S pic.twitter.com/95N2MpebY4
— ISRO (@isro) October 17, 2019
पेलोड का उद्देश्य और इस प्रयोग का मकसद चंद्रमा की उत्पत्ति और विकास को समझना था. यह स्कैन करके और फिर चंद्र सतह की खनिज संरचना की मैपिंग करके ऐसा करेगा. परिलक्षित सौर स्पेक्ट्रम में हस्ताक्षर का उपयोग करने से उपकरण सामग्रियों को निर्धारित करने में सक्षम होगा.
अपलोड की हुई तस्वीर उत्तरी गोलार्द्ध की है जो सोमरफील्ड, किर्कवुड और स्टेबिन्स सहित कई क्रेटर दिखाती है. इसरो ने यह भी कहा कि प्राथमिक विश्लेषण के बाद यह स्थापित किया गया था कि IIRS प्रतिबिंबित सौर विकिरण में भिन्नता को मापने में सक्षम था जो विभिन्न प्रकार के सतह प्रकारों से चंद्र सतह को उछाल देता है.