उड़ीसा के रहने वाले भारतीय नौसेना के जांबाज अधिकारी अमरजीत त्रिपाठी इंडिगो की फ्लाइट संख्या 6E-3175 से बागडोगरा से मुंबई की उड़ान भर रहे थे. 11.50 बजे विमान ने उड़ान भरी और 1.15 बजे त्रिपाठी ने सीने में तेज दर्द की शिकायत की. तब विमान 32 हजार फीट की ऊंचाई पर पटना के ऊपर था. प्लेन में बैठे एक डॉक्टर ने पायलट तक संदेशा भिजवाया कि ये हार्ट अटैक है. पायलट ने तुरंत पटना एटर ट्रैफिक कंट्रोल से संपर्क स्थापित किया और इमरजेंसी लैंडिंग की इजाजत मांगी. इधर एयरपोर्ट पर सारी तैयारी की गई. पारस अस्पताल के डॉक्टर अंशु अंकित टरमैक पर मौजूद थे. महज 15 मिनट के भीतर प्लेन की लैंडिंग हुई और तुरंत डॉक्टर अंकित विमान के भीतर दाखिल हुए. डॉक्टर अंकित ने एस्पिरिन और नाइट्रेट्स के इंजेक्शन लगाए और इसके बाद एंबुलेंस के जरिए त्रिपाठी को पारस हॉस्पीटल लाया गया. कार्डियोलॉजिस्ट निशांत त्रिपाठी ने एंजियोप्लास्टी की और पाया कि उनके बांए डिसेंडिंग आर्टरी में 100 प्रतिशत ब्लॉकेज था. बिना वक्त गंवाए इस धमनी की इस रूकावट को हटाया गया और मरीज अब होश में है. पारस के रीजनल डायरेक्टर डॉक्टर तलत हलीम ने एक अखबार को बताया कि वो मरीज से कोई फीस नहीं लेंगे. उड़ीसा में नेवी ऑफिसर के घरवालों को सूचित कर दिया गया है. उनके परिजन रविवार सुबह पहुंचेंगे. इस बीच प्लेन एक घंटे के इंतजार के बाद दोबारा मुंबई के लिए रवाना हुआ.