राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु 75वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र को संबोधित करेंगी।
संबोधन 1900 बजे प्रसारित किया जाएगा। आकाशवाणी के समस्त राष्ट्रीय नेटवर्क और दूरदर्शन के सभी चैनलों पर हिंदी और फिर अंग्रेजी में इसका प्रसारण किया जाएगा। दूरदर्शन पर हिंदी और अंग्रेजी में संबोधन के प्रसारण के बाद दूरदर्शन के क्षेत्रीय चैनलों द्वारा क्षेत्रीय भाषाओं में प्रसारण किया जाएगा। संबोधन को आकाशवाणी अपने संबंधित क्षेत्रीय नेटवर्क पर 21:30 बजे से क्षेत्रीय भाषाओं में प्रसारित करेगा।
गणतंत्र दिवस पर 1132 कर्मियों को मिलेगा वीरता और सेवा पदक
इस साल के गणतंत्र दिवस के अवसर पर वीरता और सेवा मेडल से सम्मानित होने वाले अधिकारियों की लिस्ट सामने आ गई है। केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से जानकारी दी गई है कि गणतंत्र दिवस 2024 के अवसर पर पुलिस, अग्निशमन सेवा, होम गार्ड और नागरिक सुरक्षा और सुधार सेवा के कुल 1132 कर्मियों को वीरता और सेवा पदक से सम्मानित किया जाएगा। आइए जानते हैं मेडल पाने में कौन सा प्रदेश सबसे आगे है।
ये प्रदेश है सबसे आगे
गृह मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, 277 वीरता पदकों में से सबसे ज्यादा जम्मू-कश्मीर पुलिस के 72 कर्मियों, महाराष्ट्र के 18 पुलिसकर्मियों, छत्तीसगढ़ के 26 पुलिसकर्मियों, झारखंड के 23 पुलिसकर्मियों, ओडिशा के 15 पुलिसकर्मियों, दिल्ली के 8 पुलिसकर्मियों, सीआरपीएफ के 65 पुलिसकर्मियों, एसएसबी से 21 कर्मियों को प्रदान किए गए हैं। शेष कर्मी अन्य राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों से हैं।
277 कर्मियों को वीरता पुरस्कार
गणतंत्र दिवस पर वीरता के लिए राष्ट्रपति पदक (पीएमजी) दो को और वीरता पदक (जीएम) 275 कर्मियों को प्रदान किया गया है। 277 वीरता पुरस्कारों में से अधिकांश को वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों के 119 कर्मियों, जम्मू और कश्मीर क्षेत्र के 133 कर्मियों और अन्य क्षेत्रों के 25 कर्मियों को उनकी वीरतापूर्ण कार्रवाई के लिए सम्मानित किया जा रहा है।
किस विभाग को कितने मेडल
गृह मंत्रालय के मुताबिक, विशिष्ट सेवा के लिए 102 राष्ट्रपति पदक (पीएसएम) में से 94 पुलिस सेवा, 4 अग्निशमन सेवा और 4 नागरिक सुरक्षा एवं होम गार्ड सेवा को प्रदान किए गए हैं। सराहनीय सेवा (एमएसएम) के लिए 753 पदकों में से 667 पुलिस सेवा को, 32 अग्निशमन सेवा को, 27 नागरिक सुरक्षा और होम गार्ड सेवा को और 27 सुधार सेवा को प्रदान किए गए हैं।
26 जनवरी को चप्पे-चप्पे पर 14000 जवानों की नजर, QRT, कमांडो और SWAT के साथ दिल्ली पुलिस है तैयार
भारत 75वें गणतंत्र दिवस की तैयारियों में जुटा है. दिल्ली के कर्तव्य पथ पर 26 जनवरी की परेड को लेकर जवान कदमताल कर रहे हैं. इस दौरान कई विदेशी सैलानी भी भारत के इस जश्न में शामिल होने के लिए राजधानी दिल्ली पहुंच रहे हैं. इन तैयारियों और जश्न के माहौल मे किसी भी तरह की कोई अप्रिय घटना न हो इसके लिए सुरक्षाबलों के हजारों जवान मुस्तैद हैं. दिल्ली पुलिस के मुताबिक 26 जनवरी की परेड के दिन चप्पे-चप्पे पर उनकी नजर रहेगई और 14 हजार सुरक्षाकर्मी कर्तव्य पथ और उसके आस-पास तैनात रहेंगे.
स्पेशल कमिश्नर (सुरक्षा) दीपेंद्र पाठक ने बताया है कि 77 हजार से ज्यादा अतिथियों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं और इस दौरान सुरक्षाबलों की अलग-अलग इकाइयां आपसी समन्वय के साथ काम करेंगी. सुरक्षाकर्मियों के अलावा कमांडो, क्विक रिएक्शन टीम (QRT), पीसीआर वैन और स्वाट (SWAT) टीम भी अलग-अलग जगहों पर तैनात रहेंगी और ये सुनिश्चित किया जाएगा कि जश्न में कोई बाधा न आए. उनका कहना है कि दिल्ली पुलिस किसी भी तरह की स्थिति का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार है.
विजिटर्स के लिए मिसिंग बूथ से फर्स्ट एड तक…
स्पेशल कमिश्नर (लॉ एंड ऑर्डर) मधूप तिवारी ने बताया है कि उस इलाके को 28 जोन में बांटा गया है और हर जोन पर एक डीसीपी या एडिशनल डीसीपी के नेतृत्व में नजर रखी जाएगी. विजिटर्स की सुविधा के लिहाज से भी दिल्ली पुलिस ने कई तैयारियां की हैं. पुलिस ने कई प्रमुख जगहों पर लापता लोगों के लिए मिसिंग बूथ, हेल्प डेस्क, फर्स्ट एड और गाड़ियों की चाबी जमा कराने के लिए भी केंद्र बनाए गए हैं.
दिल्ली पुलिस ने विजिटर्स से अपील की है कि वो सुबह 8 बजे तक समारोह स्थल तक पहुंच जाएं, ताकि उन्हें चेकिंग की प्रक्रिया से गुजरने में समस्या न हो. 25 जनवरी रात 10 बजे से दिल्ली के बॉर्डर सील कर दिए जाएंगे और इस दौरान भारी वाहनों और माल ढोने वाली गाड़ियों की आवाजाही बंद कर दी जाएगी. 26 जनवरी की परेड और सुरक्षा के मद्देनजर दिल्ली पुलिस ने एडवायजरी भी जारी की है. इसके अनुसार गुरुवार से परेड खत्म होने के दिन तक कर्तव्य पथ से विजय चौक और इंडिया गेट तक किसी भी तरह का ट्रैफिक मूवमेंट नहीं होगा.